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आज उत्तर प्रदेश में 456 स्थानों पर होगा कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन

उत्तर प्रदेश में 5 जनवरी को 456 स्थानों पर होगा कोविड-19 वैक्सीन का ड्राईरन किया जाएगा. इसके अलावा लखनऊ में कोरोना वैक्सीन के ड्राईरन के लिए 12 स्थान चिह्नित किए गए हैं. बता दें कि इससे पहले राजधानी लखनऊ में एक साथ 6 स्थानों पर ड्राईरन किया गया था.

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Published : Jan 4, 2021, 10:59 PM IST

Updated : Jan 5, 2021, 1:28 AM IST

लखनऊ में 12 स्थान चिन्हित
लखनऊ में 12 स्थान चिन्हित

लखनऊ: कोविड वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को अनुमति मिल गई है. जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में 15 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत करने का ऐलान किया है. उससे पहले उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों को जांचने के लिए मंगलवार को प्रदेश भर के सभी जिलों में कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा. इस बारे में डायरेक्टर देवेंद्र सिंह नेगी ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि शासन के निर्देशों के तहत उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में 6 स्थानों पर कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे. वहीं राजधानी लखनऊ में 12 कोविड वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे. इन स्थानों पर वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा.


सुनिश्चित की जाएंगी तैयारियां
उत्तर प्रदेश में एक साथ 75 जिलों में ड्राईरन कर योगी सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 वैक्शिनेशन के लिए कितना तैयार है. इससे पहले राजधानी लखनऊ में एक साथ 6 स्थानों पर ड्राईरन किया गया था.

5 जनवरी को लखनऊ में 12 जगह होगा ड्राईरन
राजधानी लखनऊ में कोविड-19 वैक्सीनेशन के ड्राईरन की सफलता के बाद अब 5 जनवरी को राजधानी लखनऊ में 12 जगह पर कोविड वैक्सीनेशन का ड्राईरन किया जाएगा. 5 जनवरी को मेदांता हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इंदिरा नगर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काकोरी, लोकबंधु अस्पताल, एरा मेडिकल कॉलेज, राम सागर अस्पताल, केजीएमयू, लोहिया संस्थान, सहारा हॉस्पिटल, पीजीआई, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलिहाबाद में कोविड-19 वैक्सीनेशन ड्राईरन किया जाएगा.

कोविड-19 वैक्सीन की दी जाएंगी दो डोज
ड्राईरन के दौरान वैक्सीनेशन की प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है. बताते चलें वैक्सीनेशन के लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है, जिसके तहत वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. कोविड-19 का टीका दो बार में लगेगा. एक बार टीका लगने के बाद 28 दिनों बाद टीके की दूसरी खुराक दी जाएगी. इसके लिए बाकायदा लाभार्थी को एक वैक्सीन कार्ड दिया जाएगा. पहली डोज देने पर कार्ड पर डोज की तारीख अंकित की जाएगी. 28 दिन बाद दूसरी डोज उसी कार्ड पर अंकित निर्धारित डेट पर दी जाएगी.

सबसे पहले होगा सत्यापन
कोरोनावायरस वैक्सीनेशन के दौरान सबसे पहले कोविड-19 सेंटर पर पहुंचने वाले लाभार्थियों का सत्यापन किया जाएगा. यह सत्यापन कोविड-19 टीम में मौजूद वैक्सीनेशन ऑफिसर द्वारा किया जाएगा.

वेटिंग एरिया में पहचान पत्र की होगी जांच
सत्यापन का कार्य पूरा होने के बाद लाभार्थी को वेटिंग हॉल में भेजा जाएगा. जहां पर लाभार्थी अपनी बारी का इंतजार करेंगे. लाभार्थी के पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच की जाएगी. दस्तावेजों की जांच के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीनेशन एरिया में भेजा जाएगा.

किया जाएगा वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन एरिया में पहुंचने के बाद लाभार्थी के दस्तावेजों की जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित करने के बाद की लाभार्थी वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से फिट है, उसे वैक्सीनेशन की पहली डोज दी जाएगी. डोज देने के तुरंत बाद कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर बनाए गए पोर्टल पर लाभार्थी का डाटा अपडेट किया जाएगा.

वैक्सीनेशन के बाद 30 मिनट तक रुकना होगा ऑब्जरवेशन रूम में

वैक्सीनेशन होने के बाद लाभार्थी को ऑब्जर्वेशन रूम में भेजा जाएगा. ऑब्जरवेशन रूम में लाभार्थी को आधे घंटे तक रखा जाएगा और यह देखा जाएगा कि उसके शरीर पर वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं पड़ रहा.

साइड इफेक्ट हुआ तो होगा तत्काल इलाज
वैक्सीनेशन के बाद अगर व्यक्ति के शरीर पर कोई साइड इफेक्ट पड़ेगा तो तत्काल प्रभाव से अस्पताल में उसे चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके लिए अस्पताल में अलग से व्यवस्था की गई है.

लखनऊ: कोविड वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को अनुमति मिल गई है. जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में 15 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत करने का ऐलान किया है. उससे पहले उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों को जांचने के लिए मंगलवार को प्रदेश भर के सभी जिलों में कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा. इस बारे में डायरेक्टर देवेंद्र सिंह नेगी ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि शासन के निर्देशों के तहत उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में 6 स्थानों पर कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे. वहीं राजधानी लखनऊ में 12 कोविड वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे. इन स्थानों पर वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा.


सुनिश्चित की जाएंगी तैयारियां
उत्तर प्रदेश में एक साथ 75 जिलों में ड्राईरन कर योगी सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 वैक्शिनेशन के लिए कितना तैयार है. इससे पहले राजधानी लखनऊ में एक साथ 6 स्थानों पर ड्राईरन किया गया था.

5 जनवरी को लखनऊ में 12 जगह होगा ड्राईरन
राजधानी लखनऊ में कोविड-19 वैक्सीनेशन के ड्राईरन की सफलता के बाद अब 5 जनवरी को राजधानी लखनऊ में 12 जगह पर कोविड वैक्सीनेशन का ड्राईरन किया जाएगा. 5 जनवरी को मेदांता हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इंदिरा नगर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काकोरी, लोकबंधु अस्पताल, एरा मेडिकल कॉलेज, राम सागर अस्पताल, केजीएमयू, लोहिया संस्थान, सहारा हॉस्पिटल, पीजीआई, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलिहाबाद में कोविड-19 वैक्सीनेशन ड्राईरन किया जाएगा.

कोविड-19 वैक्सीन की दी जाएंगी दो डोज
ड्राईरन के दौरान वैक्सीनेशन की प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है. बताते चलें वैक्सीनेशन के लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है, जिसके तहत वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. कोविड-19 का टीका दो बार में लगेगा. एक बार टीका लगने के बाद 28 दिनों बाद टीके की दूसरी खुराक दी जाएगी. इसके लिए बाकायदा लाभार्थी को एक वैक्सीन कार्ड दिया जाएगा. पहली डोज देने पर कार्ड पर डोज की तारीख अंकित की जाएगी. 28 दिन बाद दूसरी डोज उसी कार्ड पर अंकित निर्धारित डेट पर दी जाएगी.

सबसे पहले होगा सत्यापन
कोरोनावायरस वैक्सीनेशन के दौरान सबसे पहले कोविड-19 सेंटर पर पहुंचने वाले लाभार्थियों का सत्यापन किया जाएगा. यह सत्यापन कोविड-19 टीम में मौजूद वैक्सीनेशन ऑफिसर द्वारा किया जाएगा.

वेटिंग एरिया में पहचान पत्र की होगी जांच
सत्यापन का कार्य पूरा होने के बाद लाभार्थी को वेटिंग हॉल में भेजा जाएगा. जहां पर लाभार्थी अपनी बारी का इंतजार करेंगे. लाभार्थी के पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच की जाएगी. दस्तावेजों की जांच के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीनेशन एरिया में भेजा जाएगा.

किया जाएगा वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन एरिया में पहुंचने के बाद लाभार्थी के दस्तावेजों की जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित करने के बाद की लाभार्थी वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से फिट है, उसे वैक्सीनेशन की पहली डोज दी जाएगी. डोज देने के तुरंत बाद कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर बनाए गए पोर्टल पर लाभार्थी का डाटा अपडेट किया जाएगा.

वैक्सीनेशन के बाद 30 मिनट तक रुकना होगा ऑब्जरवेशन रूम में

वैक्सीनेशन होने के बाद लाभार्थी को ऑब्जर्वेशन रूम में भेजा जाएगा. ऑब्जरवेशन रूम में लाभार्थी को आधे घंटे तक रखा जाएगा और यह देखा जाएगा कि उसके शरीर पर वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं पड़ रहा.

साइड इफेक्ट हुआ तो होगा तत्काल इलाज
वैक्सीनेशन के बाद अगर व्यक्ति के शरीर पर कोई साइड इफेक्ट पड़ेगा तो तत्काल प्रभाव से अस्पताल में उसे चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके लिए अस्पताल में अलग से व्यवस्था की गई है.

Last Updated : Jan 5, 2021, 1:28 AM IST
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