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पंचायत चुनाव की मतगणना रविवार को, कोविड प्रोटोकॉल के पालन का निर्देश - यूपी पंचायत चुनाव 2021

यूपी में पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब मतगणना रविवार की सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी. मतगणना के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन कराए जाने के सख्त दिशा निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए हैं. सभी जिलों के ब्लॉक मुख्यालय पर मतगणना कराई जाएगी.

यूपी पंचायत चुनाव.
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Published : May 1, 2021, 4:56 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब मतगणना रविवार की सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी. इसके लिए जिला स्तर पर ब्लॉक मुख्यालयों पर मतगणना के लिए सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट और अन्य मतगणना कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है.

कोविड प्रोटोकॉल का सख्त पालन के निर्देश

राज्य निर्वाचन आयोग ने कोविड-19 प्रोटोकोल और मतगणना में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने को लेकर पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी है. इसमें चेतावनी दी गई है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने भी पंचायत चुनाव मतगणना के दौरान बेहतर व्यवस्था खासकर कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सख्त इंतजाम किए जाने के निर्देश राज्य सरकार को दिए हैं.

इतने पदों पर हुए हैं चुनाव

पंचायत चुनाव में प्रदेश के सभी 75 जिलों में 58 हजार 176 ग्राम प्रधान, 7 लाख 32 हजार 485 ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य, 75 हजार 852 क्षेत्र पंचायत वार्ड और 3051 जिला पंचायत सदस्य वार्ड की मतगणना होनी है. चुनाव में सभी चार चरणों के दौरान मतदान में सभी पदों के उम्मीदवारों के मतपत्रों एक ही पेटी में डाले गए थे.

बनाई जाएंगी दो टेबल

जब रविवार की सुबह मतगणना शुरू होगी तो 50- 50 मतपत्रों के बंडल बनाए जाएंगे. इसके बाद एक मतगणना टेबल पर जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य के मतपत्रों को रखा जाएगा. इसके बाद इनकी गणना की जाएगी, जबकि दूसरी टेबल पर ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य की मतगणना होगी.

इसे भी पढ़ें- दिल्ली : अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से आठ मरीजों की मौत

मतगणना में लगेगा समय

राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने के कारण, प्रत्येक उम्मीदवार के मतों को अलग अलग कर गणना कराई जाएगी, जिसमें काफी समय लगने की उम्मीद है. ग्राम पंचायत प्रधान के चुनाव के नतीजे 2 मई की देर रात से आने शुरू हो जाएंगे, लेकिन क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के परिणाम 3 मई तक ही सामने आने की बात आयोग के अधिकारियों द्वारा कही जा रही है.

तीन चार मई तक साफ होगी चुनाव नतीजों की पूरी तस्वीर

आयोग के अधिकारियों का यह भी कहना है कि 3 मई की देर रात या 4 मई को क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत चुनाव की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. जिला पंचायत सदस्य के लिए 44 हजार 306 क्षेत्र पंचायत सदस्य के 3 लाख 30 हजार 563 और ग्राम पंचायत प्रधान के लिए 45 लाख 9 हजार 462 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला हुआ है.

प्रदेश भर में इतने उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित

इसके अलावा 13 जिला पंचायत सदस्य, 1819 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 236 ग्राम प्रधान प्रदेशभर में निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. यह अलग अलग चरणों मे हुई चुनाव प्रक्रिया के दौरान निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.

इसे भी पढ़ें- कल ही होगी यूपी पंचायत चुनाव की मतगणना : सुप्रीम कोर्ट

निर्वाचन आयोग की यह है गाइडलाइन

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने दो मई को होने मतगणना को लेकर गाइडलाइंस जारी की है कहा है कि प्रत्येक मतगणना केन्द्र पर मतगणना के दिन मेडिकल हेल्थ डेस्क खोले जाएंगे. जिन पर आवश्यक दवाइयों के साथ डाक्टर भी उपलब्ध रहेंगे. जिस व्यक्ति को कोविड-19 के लक्षण जैसे बुखार, जुकाम आदि होने पर उसे मतगणना स्थल पर प्रवेश की अनुमति कतई नहीं दी जाएगी.

सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग अवश्य हो

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि मतगणना हाल या कक्ष या परिसर में प्रवेश के समय सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग अवश्य कराई जाए. सैनिटाइजर, साबुन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाए, ताकि सभी व्यक्तियों को अपना हाथ सैनिटाइज कर ही मतगणना हाल मे प्रवेश की अनुमति दी जाए.

जुलूस आदि रहेंगे प्रतिबंधित

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने कहा कि हर-हालत में विजय जुलूस प्रतिबन्धित रहेगा. कोई भी प्रत्याशी या समर्थक को विजय जुलूस की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी. मतगणना प्रक्रिया के दौरान मतगणना केन्द्र के बाहर किसी हालत में भीड़ को एकत्र न होने दिया जाए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति मास्क लगाकर ही परस्पर सामाजिक दूरी बनाते हुए मतगणना केन्द्र में प्रवेश कराया जाए.

इसे भी पढ़ें- प्रदेश के 7 जिलों में आज से 18+ का कोरोना टीकाकरण शुरू

प्रत्याशियों एवं अभिकर्ताओं को मतगणना से पहले करानी होगी जांच

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने जारी गाइडलाइंस में निर्देश दिए हैं कि प्रत्याशियों एवं अभिकर्ताओं को मतगणना प्रारंभ होने के 48 घंटे पहले आरटी पीसीआर अथवा रैपिड एन्टीजन टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट अथवा कोविड-19 वैक्सीनेशन पूर्ण किए जाने की रिपोर्ट दिखाए, जाने के उपरान्त ही मतगणना केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जाए. मतगणना के दिन पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर से टेस्ट करने और स्वस्थ पाए जाने पर मतगणना केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जाए.

संक्रमण से बचाव के ये होगी व्यवस्था

राज्य निर्वाचन आयोग ने दिए गए निर्देशों में कहा है कि मतगणना अभिकर्ताओं की सूची निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों द्वारा मतगणना के दिन से 48 घण्टे पूर्व निर्वाचन अधिकारी को अवश्य उपलब्ध करानी होगी. उन्होंने कहा है कि मतगणना कक्ष या हाल में सामाजिक दूरी, उपयुक्त वेन्टीलेशन, खिड़कियों एवं एक्जास्ट पंखों का प्रबन्ध राज्य आपदा प्रबन्ध के प्रोटोकाल के अनुसार अवश्य कराया जाए. मतगणना केन्द्रों को मतगणना प्रारंभ होने से पूर्व मतगणना के दौरान पाली परिवर्तन के समय एवं मतगणना समाप्ति पर भी विसंक्रमित (जीवाणु रहित) कराने के निर्देश दिए हैं. मतपेटिकाओं एवं स्टील ट्रंक को भी सैनिटराइज विसंक्रमित कराना अनिवार्य होगा.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब मतगणना रविवार की सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी. इसके लिए जिला स्तर पर ब्लॉक मुख्यालयों पर मतगणना के लिए सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट और अन्य मतगणना कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है.

कोविड प्रोटोकॉल का सख्त पालन के निर्देश

राज्य निर्वाचन आयोग ने कोविड-19 प्रोटोकोल और मतगणना में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने को लेकर पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी है. इसमें चेतावनी दी गई है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने भी पंचायत चुनाव मतगणना के दौरान बेहतर व्यवस्था खासकर कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सख्त इंतजाम किए जाने के निर्देश राज्य सरकार को दिए हैं.

इतने पदों पर हुए हैं चुनाव

पंचायत चुनाव में प्रदेश के सभी 75 जिलों में 58 हजार 176 ग्राम प्रधान, 7 लाख 32 हजार 485 ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य, 75 हजार 852 क्षेत्र पंचायत वार्ड और 3051 जिला पंचायत सदस्य वार्ड की मतगणना होनी है. चुनाव में सभी चार चरणों के दौरान मतदान में सभी पदों के उम्मीदवारों के मतपत्रों एक ही पेटी में डाले गए थे.

बनाई जाएंगी दो टेबल

जब रविवार की सुबह मतगणना शुरू होगी तो 50- 50 मतपत्रों के बंडल बनाए जाएंगे. इसके बाद एक मतगणना टेबल पर जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य के मतपत्रों को रखा जाएगा. इसके बाद इनकी गणना की जाएगी, जबकि दूसरी टेबल पर ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य की मतगणना होगी.

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मतगणना में लगेगा समय

राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने के कारण, प्रत्येक उम्मीदवार के मतों को अलग अलग कर गणना कराई जाएगी, जिसमें काफी समय लगने की उम्मीद है. ग्राम पंचायत प्रधान के चुनाव के नतीजे 2 मई की देर रात से आने शुरू हो जाएंगे, लेकिन क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के परिणाम 3 मई तक ही सामने आने की बात आयोग के अधिकारियों द्वारा कही जा रही है.

तीन चार मई तक साफ होगी चुनाव नतीजों की पूरी तस्वीर

आयोग के अधिकारियों का यह भी कहना है कि 3 मई की देर रात या 4 मई को क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत चुनाव की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. जिला पंचायत सदस्य के लिए 44 हजार 306 क्षेत्र पंचायत सदस्य के 3 लाख 30 हजार 563 और ग्राम पंचायत प्रधान के लिए 45 लाख 9 हजार 462 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला हुआ है.

प्रदेश भर में इतने उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित

इसके अलावा 13 जिला पंचायत सदस्य, 1819 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 236 ग्राम प्रधान प्रदेशभर में निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. यह अलग अलग चरणों मे हुई चुनाव प्रक्रिया के दौरान निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.

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निर्वाचन आयोग की यह है गाइडलाइन

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने दो मई को होने मतगणना को लेकर गाइडलाइंस जारी की है कहा है कि प्रत्येक मतगणना केन्द्र पर मतगणना के दिन मेडिकल हेल्थ डेस्क खोले जाएंगे. जिन पर आवश्यक दवाइयों के साथ डाक्टर भी उपलब्ध रहेंगे. जिस व्यक्ति को कोविड-19 के लक्षण जैसे बुखार, जुकाम आदि होने पर उसे मतगणना स्थल पर प्रवेश की अनुमति कतई नहीं दी जाएगी.

सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग अवश्य हो

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि मतगणना हाल या कक्ष या परिसर में प्रवेश के समय सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग अवश्य कराई जाए. सैनिटाइजर, साबुन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाए, ताकि सभी व्यक्तियों को अपना हाथ सैनिटाइज कर ही मतगणना हाल मे प्रवेश की अनुमति दी जाए.

जुलूस आदि रहेंगे प्रतिबंधित

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने कहा कि हर-हालत में विजय जुलूस प्रतिबन्धित रहेगा. कोई भी प्रत्याशी या समर्थक को विजय जुलूस की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी. मतगणना प्रक्रिया के दौरान मतगणना केन्द्र के बाहर किसी हालत में भीड़ को एकत्र न होने दिया जाए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति मास्क लगाकर ही परस्पर सामाजिक दूरी बनाते हुए मतगणना केन्द्र में प्रवेश कराया जाए.

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प्रत्याशियों एवं अभिकर्ताओं को मतगणना से पहले करानी होगी जांच

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने जारी गाइडलाइंस में निर्देश दिए हैं कि प्रत्याशियों एवं अभिकर्ताओं को मतगणना प्रारंभ होने के 48 घंटे पहले आरटी पीसीआर अथवा रैपिड एन्टीजन टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट अथवा कोविड-19 वैक्सीनेशन पूर्ण किए जाने की रिपोर्ट दिखाए, जाने के उपरान्त ही मतगणना केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जाए. मतगणना के दिन पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर से टेस्ट करने और स्वस्थ पाए जाने पर मतगणना केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जाए.

संक्रमण से बचाव के ये होगी व्यवस्था

राज्य निर्वाचन आयोग ने दिए गए निर्देशों में कहा है कि मतगणना अभिकर्ताओं की सूची निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों द्वारा मतगणना के दिन से 48 घण्टे पूर्व निर्वाचन अधिकारी को अवश्य उपलब्ध करानी होगी. उन्होंने कहा है कि मतगणना कक्ष या हाल में सामाजिक दूरी, उपयुक्त वेन्टीलेशन, खिड़कियों एवं एक्जास्ट पंखों का प्रबन्ध राज्य आपदा प्रबन्ध के प्रोटोकाल के अनुसार अवश्य कराया जाए. मतगणना केन्द्रों को मतगणना प्रारंभ होने से पूर्व मतगणना के दौरान पाली परिवर्तन के समय एवं मतगणना समाप्ति पर भी विसंक्रमित (जीवाणु रहित) कराने के निर्देश दिए हैं. मतपेटिकाओं एवं स्टील ट्रंक को भी सैनिटराइज विसंक्रमित कराना अनिवार्य होगा.

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