लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल में रुपये के लिए मरीज को ऑपरेशन थिएटर से निकाले जाने के प्रकरण का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिये हैं. अस्पताल प्रशासन को इस मामले (Corruption in Lucknow Balrampur Hospital) की एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश दिये हैं.
हैदरगढ़ निवासी मनोज यादव की बेटी वंशिका (13) छत से गिर गई थी. पैर में फ्रैक्चर हो गया था। परिजनों से मरीज को 10 दिन पहले बलरामपुर अस्पताल के हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में दिखाया. पहले डॉक्टर ने प्लास्टर से उंगली ठीक होने की बात कही थी. बाद में ऑपरेशन की बात कही. परिवारीजनों ने ऑपरेशन के नाम पर पैसे मांगने का आरोप लगाया है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि सरकारी अस्पताल में इलाज पूरी तरह से फ्री है. बलरामपुर अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली की घटना गंभीर है. अस्पताल प्रशासन प्रकरण की तत्काल जांच कराए. हड्डी रोग विभाग के आरोपी डॉक्टर स्पष्टीकरण तलब किया जाए. मरीजों के साथ इस तरह की घटनाओं पर अफसर अंकुश लगायें.
सिद्धार्थ नगर में सील अस्पताल में झोलाछाप द्वारा प्रसव कराए जाने के मामले पर भी डिप्टी सीएम ने चिंता जाहिर की. उन्होंने सीएमओ को इस मामले पर कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही विभागीय अफसरों और स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका की भी जांच करने के निर्देश दिये. चार दिन के अंदर विस्तृत रिपोर्ट प्रेषित किए जाने के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी होगा. उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी.
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