लखनऊः यूपी के कई जिलों में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर तेज बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. इसके चलते गेहूं की फसल के साथ-साथ दलहन, तिलहन और आलू की फसलों को नुकसान हुआ. वहीं तेज हवाओं के चलने के कारण आम के पेड़ पर लगी मंजरी(बौर) झड़ गईं हैं.
बदायूं: जनपद के दातागंज तहसील के अंतर्गत उसावां ब्लाक क्षेत्र में सुबह मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली. तेज हवा और गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि से अन्नदाता की खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ. बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की लहलहाती फसल पूरी तरह से चौपट हो गई.
किसानों का कहना है कि सुबह 5:00 बजे अचानक से मौसम ने करवट बदली. तेज बारिश के साथ ओले पड़ने लगे. इसके चलते खेत में लहराती गेहूं की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है. इतने भारी मात्रा में ओले गिरे है कि अभी तक सड़क किनारे ढेर जमा हुए हैं.
बरेलीः बीती रात तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से किसानों की खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है. मीरगंज में हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की पकी हुई गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. फसलों में ओलावृष्टि और बारिश पड़ने से पानी इकट्ठा हो गया है. बारिश से किसानों की गेहूं, सरसों, और दलहनी फसलों को अधिक नुकसान होने की आशंका है.
वहीं दूसरी तरफ जिले के भोजीपुरा में बीती रात तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से किसानों की खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है. तेज बारिश के साथ तेज हवा चलने की वजह से गेहूं की फसल गिर गई है. जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश से किसानों की गेहूं और दलहली फसलों को नुकसान पहुंचा है.
बिजनौरः जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों में सुबह से ही सैकड़ों गांव में जमकर हुई ओलावृष्टि से फसल बर्बाद हो गई है. ओलावृष्टि और तेज बारिश से गेहूं, चना, मटर, आलू की फसल को भारी नुकसान हुआ है. वहीं आम की फसलों पर भी प्रभाव पड़ा है. बारिश से आम के पेड़ पर लगी मंजरी झड़ गईं हैं. इस बारिश से जल्द गन्ना बोने वाले किसान भी परेशान हैं.