लखनऊ : राजधानी में रविवार सुबह 1600 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए कोविड अस्पताल भेजा गया. शहर में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, जिस पर रोक लगाने के लिए शनिवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया.
इलाज के अभाव में तड़प रहे मरीज
लखनऊ में कोरोना सा हालात बदतर हो गए हैं. यहां करीब 12 में से 8 निजी लैब बंद हैं. कोरोना संक्रमण की जांच भी नहीं हो पा रही है. कम लैब होने से मरीजों की रिपोर्ट तीन से चार दिन में मिल पा रही है. साथ ही होम आइसोलेशन के मरीजों की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहे हैं. छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर (बी टाइप) का बाजार में संकट है. मरीज घरों में इलाज के अभाव में तड़प रहे हैं.
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बीते 24 घंटे में 1378 नये मरीज
उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में कोरोना वायरस का प्रकोप छाया हुआ है. गत वर्ष 11 सितम्बर को राज्य में सर्वाधिक मरीज 7,103 पाए गए थे, जबकि इस साल 14 अप्रैल को 20,510 मरीज पाए गए. वहीं, 16 अप्रैल को सभी रिकॉर्ड टूट गए. 24 घंटे में 27 हजार 426 नये मरीज मिले, जबकि 103 मरीजों की मौत हो गई है. स्थिति यह है कि मार्च को राज्य में जहां कोरोना के सक्रिय मामले सिर्फ 2000 के करीब थे, जो 16 अप्रैल को बढ़कर 1 लाख 50 हजार 676 हो गए हैं. जिले में शनिवार को 1378 नये मरीज मिले थे.