लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में अब खुद कोरोना वॉरियर्स भी आ रहे हैं. कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मी, हेल्थ केयर वर्कर्स, मीडियाकर्मी समेत तमाम लोग कोरोना वायरस की जद में आ चुके हैं. वहीं विशेषज्ञों का भी कहना है कि कोरोना वॉरियर्स को भी सतर्क रहने की जरूरत है.
लॉकडाउन के कुछ दिनों बाद से ही कई कोरोना वॉरियर्स में कोरोना वायरस संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी. इसी सिलसिले में केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
कोरोना वॉरियर्स को सतर्क रहने की ज्यादा जरूरत-
कोरोना वॉरियर्स में कोरोना वायरस का संक्रमण भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों में मिल चुका है. इनमें से कई व्यक्तियों की तो जान भी जा चुकी है. ऐसे में जरूरी है कि हम इन की सुरक्षा को समझें और उसके बारे में अधिक सोचें.
प्रदेश में लगभग 60 हेल्थ केयर वर्कर्स कोरोना से संक्रमित-
डॉ. सूर्यकांत कहते हैं कि करोना वॉरियर्स में हेल्थ वर्कर्स की बात की जाए तो यूपी में कुल 54 मेडिकल कॉलेज हैं और इनमें से 24 मेडिकल कॉलेज सरकारी और गैर सरकारी हैं. यदि इन सभी को मिलाकर बात की जाए तो अब तक प्रदेश भर में लगभग 60 हेल्थ केयर वर्कर्स कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.
पुलिसकर्मियों का कोरोना संक्रमित होना मुमकिन-
डॉ. सूर्यकांत का कहना है कि हेल्थ केयर वर्कर्स की अपेक्षा पुलिसकर्मियों को किसी भी तरह की कोई ट्रेनिंग नहीं मिली है. इसके अलावा जब वह किसी भी कोरोना वायरस संदिग्ध व्यक्ति को लेने जाते हैं तो उन पर पथराव या उनके साथ धक्का-मुक्की तक हो जाती है. ऐसे में भी पुलिसकर्मियों का कोरोना वायरस से संक्रमित होना काफी हद तक मुमकिन है.
इन जिलों के पुलिसकर्मी हो चुके हैं संक्रमित-
उत्तर प्रदेश के आगरा, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर और बिजनौर, इन 5 जिलों के 28 पुलिसकर्मियों में अब तक कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है.
उन्होंने आगे बताया कि कोरोना वॉरियर्स इस महामारी के दौरान भी लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. ऐसे में उनके लिए भी सुरक्षा के इंतजाम बेहतर किए जाने की जरूरत है. पीपीई किट समेत तमाम चीजें हेल्थ केयर वर्कर्स के साथ पुलिसकर्मियों और अन्य कोरोना वायरस को भी मुहैया करवाई जानी चाहिए.
इसे भी पढ़ें-नॉन कोविड-19 अस्पतालों को संक्रमण से बचाने के लिए बनाएं व्यवस्था: मुख्य सचिव