लखनऊ: योगी सरकार की पहल और स्वास्थ्य महकमे की तत्परता के कारण आज यूपी में कोरोना संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रित है. इसके बावजूद शनिवार सुबह 59 नए केस सामने आए हैं. वहीं, फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. इधर, बारिश और गर्मी के कारण राजधानी के फैजुल्लागंज में संक्रामक रोगों ने दस्तक दी है और अभी तक 6 लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित मिले हैं. वहीं, शुक्रवार को 24 घंटे में कोरोना के 1 लाख 8 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. जिसमें 127 केस मिले. सर्वाधिक केस नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ में रिपोर्ट किए गए. इस दौरान 131 मरीजों के स्वस्थ्य होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.
यूपी में देश में सर्वाधिक 11 करोड़ 40 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 53.2 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक हैं. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश हैं. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90% से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90% ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11%, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78% थी, जो अप्रैल शुरू में घटकर 0.1% पर आ गई. अब संक्रमण दर 2% हो गई है. वहीं, रिकवरी रेट 98.8% है.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज: 17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं, 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. 4 जनवरी को 23 मरीज मिले थे. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए.
818 एक्टिव केस: राज्य में जनवरी की शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 828 एक्टिव केस हो गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं तो 56 हजार से अधिक आइसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. साथ ही 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं. इसके अलावा कुल 32 करोड़ 23 लाख से अधिक को डोज लग चुकी है.
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