लखनऊ: यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान जारी है. शुक्रवार को पहली डोज लेने वालों की संख्या 64.35 फीसद हो गई. वहीं, दूसरी डोज 19.26 फीसद को लग गई है. वहीं, प्रदेश में डेंगू का प्रकोप थमता नहीं दिख रहा है. कई जिलों में मच्छरों का हमला जारी है. ऐसे में लोगों का जीवन दांव पर है. पिछले 24 घंटे में 315 नए मरीज मिले. वहीं, पुराने मरीजों की संख्या भी अपडेट की गई. ऐसे में मरीजों की संख्या 14 हजार 900 पहुंच गई है.
शुक्रवार को 14,361 केंद्रों पर कोविड टीकाकरण किया गया. इसमें 14,270 सरकारी और 91 निजी केंद्र बनाए गए. इन पर शाम तक 9 लाख के करीब डोज लगाई गईं. इस प्रकार से कुल टीकाकरण 12 करोड़ 38 लाख पार हो गया. यह देश में सर्वाधिक है. उधर, 18 वर्ष से अधिक 64.35 फीसद से ज्यादा आबादी टीकाकरण की पहली डोज़ से कवर हो गई है. साथ ही दूसरी डोज़ 19.26 फीसद से ज्यादा को लग गई. यह कोरोना संक्रमण को कम करने में मददगार होगा.
पहली डोज़ लेने वालों की संख्या साढ़े नौ करोड़ पार
यूपी में कुल डोज अब 12 करोड़ 38 लाख पार कर गया. पहली डोज का आंकड़ा अब 9 करोड़ 51 लाख पार कर गया है. वहीं, दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 2 करोड़ 87 लाख पार कर गई.
राज्य में पहले चार से पांच लाख लोगों को रोज वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं, 21 जून से हेल्थ टीम ने आठ लाख तक रोज डोज लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. जुलाई में हर रोज 10 लाख डोज़ लगाने का लक्ष्य तय किया गया. मगर, केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज नहीं मिली. ऐसे में हर रोज 10 लाख वैक्सीन नहीं लग पाईं. वहीं, 3 अगस्त को मेगा कैम्प लगाए गए. शहर से लेकर गांव तक ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर टीकाकरण किया गया. इस दौरान 29 लाख 50 से अधिक को टीका लगाया गया. वहीं, 16 अगस्त को 23 लाख 67 हजार से अधिक को टीका लगाया गया. 27 अगस्त को 'बिग वैक्सीनेशन डे' मनाया गया. इसमें 11 हजार से ज्यादा केंद्र बनाए गए. इसमें 30 लाख 686 डोज़ लगाने के रिकॉर्ड बना. अगस्त में दो करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा किया गया. इसके बाद 6 सितम्बर को 33 लाख 42 हजार 360 को डोज लगी. सितम्बर में 3 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था. मगर, इस दौरान एक करोड़ 55 लाख ही डोज लग सकीं. वहीं अक्टूबर में टीकाकरण पर जोर देने का दावा किया गया.
राज्य में बुखार का प्रकोप नहीं थम रहा है. यहां मच्छरजनित और बैक्टीरियल बीमारी भयावह हो रही है. जलभराव व गंदगी से स्क्रबटाइफस, लेप्टोस्पाइरोसिस व डेंगू-मलेरिया की समस्या बढ़ रही है. स्थिति यह है कि प्रदेश में 1 जनवरी से 12 सितम्बर तक 58 जिलों में कुल 2,073 केस रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं अब मरीजों की संख्या 14 हजार 900 पहुंच गई है. इसके अलावा लखनऊ में 36 डेंगू के मरीज मिले. इसके अलावा फैजुल्लागंज में 90 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं. इसमें 8 में डेंगू की पुष्टि हुई है. 32 घरों में लार्वा मिलने पर नोटिस जारी किया गया है..