लखनऊ: कोरोना टेस्टिंग व वैक्सिनेशन की व्यवस्थाओं के सत्यापन के उद्देश्य से लखनऊ की प्रभारी कोविड-19 अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने मंगलवार को राजधानी के कई इलाकों का निरीक्षण किया. इस दौरान प्रभारी कोविड-19 अधिकारी ने अलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, खुर्रम नगर पीएचसी, चन्द्रनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और किला पीएचसी का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने टेस्टिंग और वैक्सिनेशन के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. प्रभारी कोविड-19 अधिकारी ने बताया कि यह समय अधिक टेस्टिंग करने का है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग कर के कोविड संक्रमण वाले रोगियों का सही से उपचार किया जा सके. प्रभारी कोविड-19 अधिकारी ने बताया कि टेस्टिंग अधिक करने के उद्देश्य से हर सीएचसी के अधीन 3 अर्बन पीएचसी में टेस्टिंग प्वाइंट बनाए गए है. जिससे लोग आसानी से टेस्टिंग करा सकें.
लोकेशन अपडेट कराने के निर्देश
इस दौरान उन्होंने माई कोविड एप पर भी सभी स्टेटिक टेस्टिंग सेंटर की लोकेशन अपडेट कराने के निर्देश दिए ताकि आमजनमानस को टेस्टिंग सेंटर की लोकेशन आसानी से पता चल सके. साथ ही सभी सीएचसी के एमओआईसी को निर्देश दिया कि सभी एमओआईसी अपने क्षेत्र के बाजारों, घनी आबादी वाले क्षेत्रों या ऐसे एरिया जहां से बहुत अधिक केस आते थे, उनके आस-पास के एरिया में टारगेट टेस्टिंग करना सुनिश्चित कराएं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जितने भी स्टेटिक टेस्टिंग सेंटर बढ़ाए गए थे, सभी टेस्टिंग सेंटर कार्यशील पाए गए.
लोगों का कराया जा रहा वैक्सिनेशन
प्रभारी कोविड-19 अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि 18 वर्ष से 44 वर्ष की आयु के लोगों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर वैक्सिनेशन किया जा रहा है. लोग ज्यादा संख्या में आ रहे और वैक्सिनेशन करा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक औसतन लगभग 300-400 लोगों का वैक्सिनेशन सीएचसी में कराया जा रहा है. डॉ. रोशन जैकब ने जनपदवासियों से अपील की कि जिनकी दूसरी डोज का समय हो गया है, वह दूसरी डोज के लिए वैक्सिनेशन कराएं.
अलग-अलग बूथों को कमरों में शिफ्ट किया गया
निरीक्षण में पता चला कि खुर्रम नगर पीएचसी में जगह कम होने के कारण भीड़ कुछ ज्यादा थी. जिसके लिए निर्देश दिया कि वैक्सिनेशन बूथों को दो अलग-अलग कमरों में शिफ्ट किया जाए और साइनबोर्ड लगा कर मार्गदर्शन किया जाए कि कहां पर टेस्टिंग और कहां पर वैक्सिनेशन हो रहा है. साथ ही 18 वर्ष से 44 वर्ष और 45 वर्ष से अधिक के लोगों का वैक्सिनेशन अलग-अलग बूथ बना कर किया जाए.
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