लखनऊ : यूपी में कोरोना संक्रमण के मामले लागातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम मे सोमवार को यूपी में कोरोना के 572 नए मरीज मिले. वहीं 34 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में सोमवार को 1 लाख 38 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए थे. इसमें 572 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.
यूपी में अब तक 9 करोड़ 31 लाख से अधिक कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं. कोरोना टेस्टिंग का यह आंकड़ा देश में सर्वाधिक है. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. जबकि लखनऊ में एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर आस-पास के 55 लोगों की जांच की जा रही है. लगातार बढ़ रहे कोरोना और नए वेरिएंट ओमीक्रोन के संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है.
यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्यों से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर कोरोना की जांच की जांच की जा रही है. वहीं लखनऊ एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए RTPCR जांच अनिवार्य कर दी गई है. एयरपोर्ट पर पॉजिटिव आने पर मरीजों का सैंपल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. निगरानी समितियां भी बाहर से आने वाले यात्रियों पर नजर बनाए हुए हैं.
कोरोना के एक्टिव केस का आंकड़ा पहुंचा 2261
यूपी में सोमवार को कोरोना के 572 नए मरीज मिले हैं. कोरोना के नए मरीज मिलने के बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 2261 हो गई है. वहीं कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदेश में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं.
इसके अलवा प्रदेश के अस्पतालों में 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड रिजर्व किए गए हैं. गौरतलब है कि 17 दिसंबर 2021 को गाजियाबाद में 2 मरीजों में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हुई थी. पॉजिटिव पाए गए मरीज महाराष्ट्र से आए थे. इसके बाद 25 दिसंबर 2021 को रायबरेली की एक महिला ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित पाई गई थी. यूपी में अब तक कुल 8 लोगों ने कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया है.
बनाए गए कंटेनमेंट जोन
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर लखनऊ में रेड जोन बनाए जा रहे हैं. लखनऊ के जिस क्षेत्र में संक्रमण के अधिक केस मिल रहे हैं, उन्हें रेड जोन में शामिल किया जा रहा है. राजधानी में अब तक 31 कंटेनमेंट जोन बनाए गए जा चुके हैं, जिसमें आलमबाग, सरोजनी नगर, अलीगंज, सिल्वर जुबली का एरिया शामिल है. अधिकतम कंटेनमेंट जोन आशियाना, एलडीए, इंदिरा नगर एरिया में बनाए गए हैं.
इन इलाकों में सर्विलांस, ट्रेसिंग, टेस्टिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों की संख्या बढ़ाई जा रही है. डॉ. मिलिंद ने बताया कि अधिक कोरोना केस वाले इलाकों में 10-10 सर्विलांस टीम और रैपिड रेस्पांस टीमों को लगाया गया है. ये टीमें कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों को डोर टूर टेस करेंगी.
आजमगढ़ में 15 से 18 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन लगाने का रूटमैप तैयार
कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण और ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए आजमगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. साथ ही टीकाकरण की रफ्तार भी तेज कर दी गई है. इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए रूटमैप तैयार किया है.
आजमगढ़ में 3 लाख 23 हजार 610 बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इन सभी बच्चों को 8 दिनों में वैक्सीन लगाने की तैयारी की गई है. पहले दिन कुल 32 ऑनलाइन ऑफलाइन सेंटर बनाए गए हैं.
पहले दिन के लिए 6400 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बुक किया गया था. इतनी ही वैक्सीन की व्यवस्था ऑफलाइन रखी गई है. इसके अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से 710 विद्यालयों के बच्चों की सूची सौंपी गई है. जल्द ही ब्लॉक स्तर पर प्रोग्राम बनाकर बच्चों को पहली वक्सीन लगाई जाएगी.
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