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धर्मांतरण मामला: ATS के हाथ लगे इस्लामिक दावा सेंटर में कोड वर्ड में फंडिंग के सुबूत

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Published : Jul 29, 2021, 2:29 AM IST

उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण मामले में UP ATS को आरोपी मोहम्मद उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (IDF) में फंडिंग के सुबूत मिले हैं. एटीएस की जांच में खुलासा किया है कि इस्लामिक दावा सेंटर में फंड जुटाने के लिए कोड वर्ड (Code Word) का इस्तेमाल किया जाता था.

धर्मांतरण मामला
धर्मांतरण मामला

लखनऊः उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के लिए विदेशों से ज्यादातर फंड नोएडा से पकड़े गए आरोपी मोहम्मद उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (IDF) यानी भारत में आता था. IDF में फंड जुटाने के दौरान कोड वर्ड (Code Word) का इस्तेमाल किया जाता था. भारतीय रुपये और डॉलर के लिए अलग-अलग कोड रखे गए थे. ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की मानें तो UP ATS की अब तक की जांच में इसका खुलासा हुआ है.

एटीएस को मिले कोड वर्ड से जुड़े दस्तावेज
एटीएस सूत्रों के मुताबिक जब भारत के किसी हिस्से से फंडिंग होती थी तो एक लाख रुपये को एक आना, दो लाख को दो आना और आगे इसी तरह से संबोधित किया जाता था. इसी तरह से जब फंडिंग डॉलर में की जाती थी तो वन क्वीन, टू क्वीन से संबोधित किया जाता था. एटीएस के हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज लगे हैं, जिसमें कोड वर्ड में फंडिंग के बारे में जानकारी है. दस्तावेजों से यह जानकारी मिली है कि विदेशों से ज्यादातर फंड भारत में आता था. ADG लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि विदेश से भारत आई फंडिंग की जांच के लिए UP ATS की एक विशेष युनिट को लगाया गया है. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, IDF को फंड करने वाले और उसे रिसीव करने वाले लोग कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे. संस्था के जरिए और कहां-कहां कोड का इस्तेमाल किया जा रहा था, इसके बारे में जानकारी जुटा रही है.

इसे भी पढ़ें-UP ATS को मिली एक और सफलता : धर्मांतरण मामले में महाराष्ट्र से तीन गिरफ्तार

धर्म परिवर्तन करा चुके लोग वेतन का 80% करते हैं दान
UP ATS की जांच में एक और तथ्य सामने आया है. जांच से जुड़े अफसरों का कहना है कि यहां पर कई मेट्रोपोलिटिन सिटी में धर्म परिवर्तन करा चुके लोग अपने वेतन का 80 प्रतिशत तक दान में दे देते थे. साथ ही धर्म परिवर्तन के लिए लोगों की काउंसिलिंग और मदद भी करते हैं. ATS ऐसे मददगारों की भी सूची तैयार पूछताछ कर रही है.

अब तक 9 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
बता दें कि UP ATS की पकड़ में इस नेटवर्क से जुड़े नौ लोग आ चुके हैं, इसमें मो. उमर गौतम के अलावा, जहांगीर आलम, इरफान शेख, राहुल भूला, मन्नू यादव उर्फ मन्नान और सलाउद्दीन का नाम शामिल है.हाल ही में UP ATS ने नागपुर से प्रकाश कावड़े उर्फ एडम, कौशर आलम और डॉ अर्सलान को गिरफ्तार किया है. ATS नागपुर से पकड़े गए तीनों आरोपी को 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ भी कर रही है. पूछताछ में कई अहम सुबूत भी मिले हैं. ATS उसकी तस्दीक करा रही है. बता दें कि UP ATS नोएडा से पकड़े गए मोहम्मद उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद धर्म परिवर्तन के इस मामले में अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही है. इसमें धर्म परिवर्तन कराने के तरीके, उसके लिए फंडिंग और धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों की जानकारी जुटा रही है.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के लिए विदेशों से ज्यादातर फंड नोएडा से पकड़े गए आरोपी मोहम्मद उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (IDF) यानी भारत में आता था. IDF में फंड जुटाने के दौरान कोड वर्ड (Code Word) का इस्तेमाल किया जाता था. भारतीय रुपये और डॉलर के लिए अलग-अलग कोड रखे गए थे. ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की मानें तो UP ATS की अब तक की जांच में इसका खुलासा हुआ है.

एटीएस को मिले कोड वर्ड से जुड़े दस्तावेज
एटीएस सूत्रों के मुताबिक जब भारत के किसी हिस्से से फंडिंग होती थी तो एक लाख रुपये को एक आना, दो लाख को दो आना और आगे इसी तरह से संबोधित किया जाता था. इसी तरह से जब फंडिंग डॉलर में की जाती थी तो वन क्वीन, टू क्वीन से संबोधित किया जाता था. एटीएस के हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज लगे हैं, जिसमें कोड वर्ड में फंडिंग के बारे में जानकारी है. दस्तावेजों से यह जानकारी मिली है कि विदेशों से ज्यादातर फंड भारत में आता था. ADG लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि विदेश से भारत आई फंडिंग की जांच के लिए UP ATS की एक विशेष युनिट को लगाया गया है. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, IDF को फंड करने वाले और उसे रिसीव करने वाले लोग कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे. संस्था के जरिए और कहां-कहां कोड का इस्तेमाल किया जा रहा था, इसके बारे में जानकारी जुटा रही है.

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धर्म परिवर्तन करा चुके लोग वेतन का 80% करते हैं दान
UP ATS की जांच में एक और तथ्य सामने आया है. जांच से जुड़े अफसरों का कहना है कि यहां पर कई मेट्रोपोलिटिन सिटी में धर्म परिवर्तन करा चुके लोग अपने वेतन का 80 प्रतिशत तक दान में दे देते थे. साथ ही धर्म परिवर्तन के लिए लोगों की काउंसिलिंग और मदद भी करते हैं. ATS ऐसे मददगारों की भी सूची तैयार पूछताछ कर रही है.

अब तक 9 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
बता दें कि UP ATS की पकड़ में इस नेटवर्क से जुड़े नौ लोग आ चुके हैं, इसमें मो. उमर गौतम के अलावा, जहांगीर आलम, इरफान शेख, राहुल भूला, मन्नू यादव उर्फ मन्नान और सलाउद्दीन का नाम शामिल है.हाल ही में UP ATS ने नागपुर से प्रकाश कावड़े उर्फ एडम, कौशर आलम और डॉ अर्सलान को गिरफ्तार किया है. ATS नागपुर से पकड़े गए तीनों आरोपी को 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ भी कर रही है. पूछताछ में कई अहम सुबूत भी मिले हैं. ATS उसकी तस्दीक करा रही है. बता दें कि UP ATS नोएडा से पकड़े गए मोहम्मद उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद धर्म परिवर्तन के इस मामले में अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही है. इसमें धर्म परिवर्तन कराने के तरीके, उसके लिए फंडिंग और धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों की जानकारी जुटा रही है.

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