लखनऊ: योगी कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अपने पद से इस्तीफा देकर सपा में शामिल हो गए हैं. उन्होंने दलित पिछड़े शोषित, वंचित, उत्पीड़न का भाजपा पर आरोप लगाते हुए त्याग पत्र राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बांदा की तिंदवारी सीट से भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दे दिया है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि ब्रजेश प्रजापति भी सपा में शामिल हो सकते हैं. इसी संबंध में ईटीवी भारत ने स्वामी प्रसाद मौर्य से बातचीत की.
मौर्य के समर्थक और भाजपा के विधायक रोशन लाल वर्मा उनका इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे. रोशन लाल वर्मा ने तिलहर सीट से भाजपा के टिकट पर विधान भवन तक का सफर तय किया था. मीडिया से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वह स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ खड़े हुए हैं. उनकी तरफ से इस्तीफा लेकर राजभवन आए हैं. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ ही जाने के संकेत भी दिए. हालांकि, कितने लोग उनके साथ जाएंगे इसको लेकर अभी पत्ते नहीं खोले गए हैं. राजभवन में विधायक की करीब 5 मिनट की मुलाकात हुई. बीजेपी विधायक ने बताया कि राजभवन में इस्तीफा सौंप दिया गया है.
स्वामी के इस फैसले के बाद अब उन्हें मनाने का दौर शुरू हो चुका है. स्वामी प्रसाद मौर्य जब ईटीवी भारत से बातचीत कर रहे थे, उसी समय गृहमंत्री अमित शाह का कॉल उनके पास आया था. लगातार दो बार आई कॉल को स्वामी प्रसाद मौर्य ने अनदेखा कर दिया. यही नहीं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद प्रधान का भी स्वामी प्रसाद ने कॉल नहीं उठाया. स्वामी प्रसाद मौर्य का साफ कहना है कि अब रूठने मनाने का दौर खत्म हो गया है.
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