लखनऊ : परिवहन विभाग में सीनियर अधिकारियों के बीच प्रमोशन को लेकर इन दिनों खासी चर्चा है. जूनियर अधिकारियों को बिना डीपीसी के ही प्रोन्नति दिए जाने से सीनियर अफसर नाराज हैं. सीनियर अफसर ने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर भी कर दी है. बाकायदा उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट ऑफिसर्स एसोसिएशन की तरफ से परिवहन मंत्री को पत्र भेजकर आपत्ति दर्ज कराई गई है. विभाग के सीनियर अधिकारी की तरफ से की गई इस कार्रवाई को लेकर मुख्यालय पर तरह-तरह की चर्चा हो रही हैं.
दरअसल, परिवहन विभाग में सीनियारिटी के आधार पर अफसरों की तैनानी नहीं हो रही हैं. इस मनमानी पर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराने के साथ ही नाराजगी भी जाहिर की है. पत्र के मुताबिक एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य निर्मल प्रसाद ने वरिष्ठता के आधार पर तैनानी नहीं दिए जाने को लेकर अपना प्रत्यावेदन 23 जून को दिया था जिसके मुताबिक विभागीय कैडर में वरिष्ठताक्रम में दूसरे स्थान पर रहने के बावजूद अपर परिवहन आयुक्त (राजस्व) और अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) के पद रिक्त होने के बावजूद निर्मल प्रसाद की तैनाती अपर परिवहन आयुक्त (आईटी) के पद पर कर दी गई. ऐसे में वरिष्ठता के आधार पर रिक्त पद पर तैनात किए जाने की उन्होंने परिवहन मंत्री से गुहार लगाई है जिससे भविष्य में इस तरह की गलती न हो.
इन अधिकारियों की है तैनाती : परिवहन विभाग मुख्यालय पर अपर परिवहन आयुक्त (राजस्व) के पद पर राजीव श्रीवास्तव को तैनात किया गया है. इसके अलावा अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) के पद पर पुष्पसेन सत्यार्थी की तैनाती की गई है. एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (आईटी) निर्मल प्रसाद ने इस पर आपत्ति इसलिए दर्ज कराई है. उनका तर्क है कि वे इन दोनों अधिकारियों से सीनियर हैं, लेकिन बिना डीपीसी के ही इन अधिकारियों को महत्वपूर्ण दायित्व दे दिया गया, जबकि सीनियर होते हुए भी मुझे (आईटी) का कार्यभार दिया गया जो वरिष्ठता क्रम के लिहाज से नीचे है.