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क्रिश्चियन कॉलेज में दो-दो प्रिंसिपल, पद को लेकर खड़ा हुआ विवाद - प्रिंसिपल पद को लेकर विवाद

एक जमाने में शहर के सबसे प्रतिष्ठित डिग्री कॉलेजों में शामिल लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज एक बार फिर विवादों में है. यहां प्रिंसिपल पद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. प्रबंधक आर.आर लायल ने एक आदेश जारी कर कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. प्रोन्नति सिंह को पद से हटाकर डॉ. एल्विन दाउद को कार्यवाहक प्रिंसिपल की जिम्मेदारी सौंप दी है.

क्रिश्चियन कॉलेज
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Published : Mar 5, 2021, 11:05 PM IST

लखनऊ: लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में इस समय विवाद की स्थिति बन गई है. फिलहाल यहां दो-दो प्रिंसिपल काम कर रहे हैं. प्रबंधक आर.आर लायल ने कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. प्रोन्नति सिंह को पद से हटाकर डॉ. एल्विन दाउद को जिम्मेदारी सौंप दी है. इस पर विवाद की स्थिति बनी हुई है. इसका खामियाजा वहां से शिक्षक और छात्र भुगत रहे हैं.

2020 से कार्यवाहक प्रिंसिपल पद की जिम्मेदारी संभाल रही डॉ. प्रोन्नति सिंह का कहना है कि नियुक्ति और हटाने का अधिकार कमेटी ऑफ मैनेजमेंट का होता है, लेकिन यहां प्रबंधन ने अपने स्तर पर ही हटाने और दूसरे को पद पर बैठाने के आदेश जारी कर दिए हैं. इन पर आरोप है कि वह कार्यवाहक प्रिंसिपल बनने की योग्यता नहीं रखती हैं. उन्होंने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से गलत है. जिस व्यक्ति को पद पर बैठाया गया है, उससे ज्यादा योग्यता मेरी है.

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देश 2018 के मुताबिक पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए. 15 साल का अनुभव होना चाहिए. डॉ. प्रोन्नति सिंह ने कहा कि उनके पास 36 साल का अनुभव है. रिचर्स स्कोर 110 होना चाहिए. मैंने 2016 में स्थाई प्रिंसिपल पद के लिए जब आवेदन किया था तो इन्होंने मुझे साक्षात्कार के लिए बुलाया था. इसका मतलब है कि सारी योग्यता पूरी करती हूं.

बता दें कि पूर्व प्रिंसिपल डॉ. मुकेश के देहांत के बाद डॉ. प्रोन्नति सिंह को मई 2020 में कार्यवाहक प्रिंसिपल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वहीं, प्रबंधक द्वारा नियुक्त कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. एल्विन दाऊद का कहना है कि निदेशक के आदेश पर प्रबंधक के स्तर पर योग्यता की जांच कराई गई थी. विश्वविद्यालय को दस्तावेज भेजे गए. इसमें डॉ. प्रोन्नति सिंह को योग्यता के मानक पूरे न करने की बात सामने आई है. इसके बाद उन्हें पद से हटाया गया है.

इसे भी पढ़ें - प्लाट छोड़ दो, 10 लाख रुपये पूर्व सांसद धनंजय सिंह को पहुंचा दो

लखनऊ: लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में इस समय विवाद की स्थिति बन गई है. फिलहाल यहां दो-दो प्रिंसिपल काम कर रहे हैं. प्रबंधक आर.आर लायल ने कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. प्रोन्नति सिंह को पद से हटाकर डॉ. एल्विन दाउद को जिम्मेदारी सौंप दी है. इस पर विवाद की स्थिति बनी हुई है. इसका खामियाजा वहां से शिक्षक और छात्र भुगत रहे हैं.

2020 से कार्यवाहक प्रिंसिपल पद की जिम्मेदारी संभाल रही डॉ. प्रोन्नति सिंह का कहना है कि नियुक्ति और हटाने का अधिकार कमेटी ऑफ मैनेजमेंट का होता है, लेकिन यहां प्रबंधन ने अपने स्तर पर ही हटाने और दूसरे को पद पर बैठाने के आदेश जारी कर दिए हैं. इन पर आरोप है कि वह कार्यवाहक प्रिंसिपल बनने की योग्यता नहीं रखती हैं. उन्होंने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से गलत है. जिस व्यक्ति को पद पर बैठाया गया है, उससे ज्यादा योग्यता मेरी है.

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देश 2018 के मुताबिक पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए. 15 साल का अनुभव होना चाहिए. डॉ. प्रोन्नति सिंह ने कहा कि उनके पास 36 साल का अनुभव है. रिचर्स स्कोर 110 होना चाहिए. मैंने 2016 में स्थाई प्रिंसिपल पद के लिए जब आवेदन किया था तो इन्होंने मुझे साक्षात्कार के लिए बुलाया था. इसका मतलब है कि सारी योग्यता पूरी करती हूं.

बता दें कि पूर्व प्रिंसिपल डॉ. मुकेश के देहांत के बाद डॉ. प्रोन्नति सिंह को मई 2020 में कार्यवाहक प्रिंसिपल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वहीं, प्रबंधक द्वारा नियुक्त कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. एल्विन दाऊद का कहना है कि निदेशक के आदेश पर प्रबंधक के स्तर पर योग्यता की जांच कराई गई थी. विश्वविद्यालय को दस्तावेज भेजे गए. इसमें डॉ. प्रोन्नति सिंह को योग्यता के मानक पूरे न करने की बात सामने आई है. इसके बाद उन्हें पद से हटाया गया है.

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