लखनऊ : ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय में छात्रावास में कुछ छात्र छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मना रहे थे. इस बीच छात्रावास के वार्डेन डॉ. आजम अंसारी ने छात्रों को जयंती मनाने से रोक दिया. छात्रों के बार-बार कहने के बावजूद उन्होंने जयंती नहीं मानने दी और कहा कि इसकी अनुमति नहीं है. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.
रविवार को कुछ छात्र विश्वविद्यालय के बॉयज छात्रावास में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने जा रहे थे. छात्रावास में एक जगह पर छात्र शिवाजी की फोटो रखकर कार्यक्रम शुरू करने जा रहे थे. इस बीच सूचना मिलने पर छात्रावास के वार्डेन वहां पर पहुंच गए और छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने से रोक दिया. कहा कि 'यहां पर कार्यक्रम नहीं होगा. ऐसे कार्यक्रम बिल्कुल नहीं कर सकते हो.' जब छात्र ने जयंती मनाने की बार-बार बिनती की तो डॉ. अंसारी ने कहा कि .अनुमति ली है, अनुमति ले आओ तो कार्यक्रम करो.' इस पर छात्र ने कहा कि 'सर अनुमति नहीं मिलती है.' डॉ. अंसारी ने कहा कि 'बिल्कुल नहीं मिलती है, नहीं मिलेगी. विवि के बाहर करो. यह पढऩे की जगह है.' छात्र ने कहा कि 'सर जयंती है, हम मना सकते हैं.' उन्होंने कहा कि 'बाहर पंडाल है और उन्होंने जयंती नहीं मनाने दी.' हालांकि ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
छात्रावास में ही मनाई जयंती : प्राॅक्टर डॉ. नीरज शुक्ला इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'विवि के नियमों के अनुसार, विद्यार्थियों को किसी भी कार्यक्रम करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है. छात्रों ने इसके लिए अनुमति नहीं ली थी. इसी वजह से डॉ. आजम अंसारी ने कार्यक्रम करने से रोका था, अगर अनुमति विद्यार्थियों ने पहले से ली होती तो वह नहीं रोकते. बाद में हमने अनुमति देते हुए अपनी उपस्थिति में छत्रपति शिवाजी की जयंती कार्यकम सम्पन्न कराया है.
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