लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में सब्जियों और फलों की आपूर्ति पर निगरानी के लिए राजधानी में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो किसानों के फसल उत्पादन और मूल्य निर्धारण व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं.
सब्जियों और फलों की आपूर्ति पर निगरानी के लिए कंट्रोल रूम
लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में सब्जियों और फलों के भाव आसमान पर नहीं चढ़ने पाए, इसके वजह से राजधानी लखनऊ में उद्यान निदेशालय से एक कंट्रोल रूम संचालित हो रहा है. जो मंडियों में सब्जी और फलों की आवक और उसके मूल्य पर नजर रखे हुए हैं. निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डॉक्टर एसबी शर्मा ने एक आदेश के तहत उप निदेशक डॉ. डीपी यादव ,प्रभारी आलू विकास अधिकारी गया प्रसाद और वैप्ट्रिक सहायक जानकी प्रसाद और राजेश कुमार सिंह को कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. कंट्रोल रूम हर रोज प्रदेश के सभी जिलों में स्थित फल एवं सब्जी मंडियों में कृषि उत्पादों के पहुंचने और उनकी बिक्री व्यवस्था की निगरानी कर रहा है.
हर दिन की जाएगा शासन को रिपोर्ट
किसानों को अपने कृषि उत्पाद को मंडी तक ले जाना संभव हो सके इसके लिए भी यह कंट्रोल रूम काम कर रहा है, जिन किसानों की शिकायतें मिलती हैं उन्हें कृषि उत्पाद को मंडी तक पहुंचाने उसका उचित मूल्य दिलाने और मंडी से वापस लौट रहे किसानों को घर-गांव तक जाने की सुविधा भी दिलाई जा रही है. कंट्रोल रूम की ओर से हर शाम शासन को भी एक रिपोर्ट भेजी जाती है, जिसमें यह जानकारी शामिल रहती है कि किस जिले में फल और सब्जी की कितनी आपूर्ति हुई और उन जिलों में फल और सब्जियों का भाव क्या है. कंट्रोल रूम से संबंधित जिलों के अधिकारियों को भी सूचित किया जाता है कि वह थोक मंडी के भाव के अनुसार फुटकर मूल्य पर भी नजर रखें और घोषित फुटकर मूल्य से ज्यादा पर बिक्री न होने दें.