लखनऊ: राजधानी स्थित आलमनगर रेलवे स्टेशन पर 96 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य चल रहा है. इसको सेटेलाइट रेलवे स्टेशन बनाया जाना है. पहले इस स्टेशन के निर्माण में बजट को लेकर दिक्कतें आईं. उसके बाद कोरोना के चलते काम में रुकावट आ गई. काफी समय से धीरे चल रहे निर्माण कार्य में मजदूरों की वापसी के बाद फिर से रफ्तार पकड़ ली है. कई सुविधाओं के साथ ही आलमनगर रेलवे स्टेशन पर पटरियों के साथ-साथ प्लेटफार्म भी बढ़ाए जाएंगे.
स्टेशन परिसर में एक बिल्डिंग बनकर तैयार भी हो चुकी है. यात्रियों को आनंद नगर अपग्रेड रेलवे स्टेशन पर बैठने की बेहतर सुविधा मिलेगी. टॉयलेट डॉरमेट्री, एसी वेटिंग हॉल, फुट ओवर ब्रिज के अलावा जीआरपी और आरपीएफ के दफ्तर यहां बनेंगे. इसके अलावा रेलवे के अधिकारियों के बैठने और काम करने के लिए एक बिल्डिंग भी तैयार हो चुकी है. मौजूदा बिल्डिंग को नष्ट कर यहां ट्रेन की पटरी बिछाई जाएंगी.
आनंद प्रकाश गुप्ता, सुपरिटेंडेंट, आलमनगर स्टेशन ने बताया कि कोरोना काल में काम पर काफी असर पड़ा है. हमारी नई एसोसिएशन बिल्डिंग बन रही है. मजदूरों की कमी के चलते काम बंद हो गया था. इसको लेकर स्पेशल ट्रेनिंग चली है. लेबर गांव से आए हैं, उसके बाद काम फिर से शुरू हो गया. वर्तमान समय में 6 लाइनों का स्टेशन है और 8 लाइनों का हो जाएगा. तीन प्लेटफार्म हैं दो और बढ़ेंगे.