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पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश

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Published : May 30, 2020, 6:55 PM IST

यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा की गई. लोक भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

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लोक भवन में यूपीडा की समीक्षा बैठक.

लखनऊः पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक में यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में अन्य प्रदेशों से वापस आए मजदूरों और श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराएं. साथ ही यह भी कहा गया कि निर्माण कार्य को तीव्र गति से कराया जाए. वहीं भुगतान को लेकर अवनीश अवस्थी ने कहा कि बिल यूपीडा के समक्ष प्रस्तुत किए जाएं, ताकि भुगतान समय से किया जा सके. इसके अतिरिक्त अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे की मुख्य प्रगति की समीक्षा की.

अवनीश अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को निर्देश दिया कि वह बरसात से पहले ही सभी पुलों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लें. इसके साथ ही भूमि विवाद धार्मिक स्थलों के पुनर्स्थापना एवं अन्य बाधाओं को पूर्णतया खत्म करने के निर्देश भी दिए हैं. इसके अतिरिक्त इस बैठक में अवनीश अवस्थी ने कोविड-19 के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को राहत दिए जाने के विषय में भी चर्चा की.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ सुलतानपुर रोड एनएच-31 पर स्थित ग्राम चांदसराय लखनऊ से प्रारंभ होकर यूपी-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग-130 पर स्थित, ग्राम हैदरिया पर समाप्त होगा. एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340.824 किलोमीटर है. इस परियोजना से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर जिला लाभान्वित होगा.

इसे भी पढ़ें- कोरोना संकट: मजदूरों की रोजी-रोटी पर सियासत

एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं आठ लेन चौड़ाई की निर्माणाधीन हैं. एक्सप्रेस-वे के एक ओर 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जाएगी, जिससे परियोजना के आसपास के गांवों को एक्सप्रेसवे द्वारा सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके.

इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत मेन कैरिज-वे पर कुल सात रेलवे ओवरब्रिज, सात दीर्घ सेतु, 113 लघु सेतु, 13 इंटरचेंज (छह टोल प्लाजा सहित) पांच प्राइम प्लाजा, 268 अंडरपास तथा 518 पुलिया का निर्माण कार्य प्रगति पर है. निर्माण हेतु पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल आठ पदों में विभक्त किया गया है. जिन पर कार्य तेजी से किया जा रहा है. अब तक करीब 48 फीसद कार्य पूर्ण कर लिया गया है. जून माह के अंत तक 50% भौतिक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.

लखनऊः पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक में यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में अन्य प्रदेशों से वापस आए मजदूरों और श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराएं. साथ ही यह भी कहा गया कि निर्माण कार्य को तीव्र गति से कराया जाए. वहीं भुगतान को लेकर अवनीश अवस्थी ने कहा कि बिल यूपीडा के समक्ष प्रस्तुत किए जाएं, ताकि भुगतान समय से किया जा सके. इसके अतिरिक्त अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे की मुख्य प्रगति की समीक्षा की.

अवनीश अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को निर्देश दिया कि वह बरसात से पहले ही सभी पुलों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लें. इसके साथ ही भूमि विवाद धार्मिक स्थलों के पुनर्स्थापना एवं अन्य बाधाओं को पूर्णतया खत्म करने के निर्देश भी दिए हैं. इसके अतिरिक्त इस बैठक में अवनीश अवस्थी ने कोविड-19 के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को राहत दिए जाने के विषय में भी चर्चा की.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ सुलतानपुर रोड एनएच-31 पर स्थित ग्राम चांदसराय लखनऊ से प्रारंभ होकर यूपी-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग-130 पर स्थित, ग्राम हैदरिया पर समाप्त होगा. एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340.824 किलोमीटर है. इस परियोजना से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर जिला लाभान्वित होगा.

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एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं आठ लेन चौड़ाई की निर्माणाधीन हैं. एक्सप्रेस-वे के एक ओर 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जाएगी, जिससे परियोजना के आसपास के गांवों को एक्सप्रेसवे द्वारा सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके.

इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत मेन कैरिज-वे पर कुल सात रेलवे ओवरब्रिज, सात दीर्घ सेतु, 113 लघु सेतु, 13 इंटरचेंज (छह टोल प्लाजा सहित) पांच प्राइम प्लाजा, 268 अंडरपास तथा 518 पुलिया का निर्माण कार्य प्रगति पर है. निर्माण हेतु पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल आठ पदों में विभक्त किया गया है. जिन पर कार्य तेजी से किया जा रहा है. अब तक करीब 48 फीसद कार्य पूर्ण कर लिया गया है. जून माह के अंत तक 50% भौतिक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.

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