लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड में जांच एजेंसियां लगातार गिरफ्तारियां कर रही हैं. गुरुवार को हत्याकांड से जुड़े एक शख्स कामरान को बरेली से गिरफ्तार किया गया था. कामरान की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई अहम बातें निकल के सामने आई हैं. अब तक की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ है कि कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश विदेश में रची गई थी.
'प्रमोद' नाम का कोड वर्ड किया गया था तैयार
इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए 'प्रमोद' नाम का एक कोड वर्ड तैयार किया गया था. इस कोड वर्ड की मदद से ही साजिशकर्ता और हत्यारे एक-दूसरे से बातचीत करते थे. इस बीच भी यह बात भी सामने आ रही है कि 'प्रमोद' नाम का कोड वर्ड डी कंपनी का है. इसी के चलते कमलेश तिवारी हत्याकांड में डी कंपनी का भी कनेक्शन ढूंढा जा रहा है.
सामने आ रही डी-कंपनी के कनेक्शन की बात
मिली जानकारी के अनुसार हत्याकांड के बाद जांच एजेंसियों ने डी कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति का फोन इंटरसेप्ट किया, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ कि कमलेश तिवारी की हत्या का कनेक्शन डी कंपनी से है. जिस तरीके से कमलेश तिवारी हत्याकांड में डी कंपनी के कनेक्शन की बात सामने आ रही है ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही जांच एजेंसी कमलेश तिवारी मर्डर केस को लेकर कोई बड़ा खुलासा कर सकती हैं.
गुरुवार को भी हुई एक व्यक्ति की गिरफ्तारी
बता दें चले पिछले दिनों हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की उनके कार्यालय पर पहुंचकर अशफाक और मोइनुद्दीन ने गला रेत कर हत्या कर दी थी. जिसके बाद दोनों फरार हो गए थे. जिसके बाद एटीएस ने दोनों को गुजरात और राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार किया था. इसी के साथ सूरत के तीन साजिशकर्ताओं को और महाराष्ट्र से सहयोगी आसिफ को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद भी मामले से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारियां हुईं. वहीं गुरुवार को बरेली से कामरान नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया. इन सभी से पूछताछ में जांच एजेंसी और एसआईटी को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं.