लखनऊ: 20 से 23 जनवरी तक रायबरेली में हुए मंथन शिविर में कांग्रेस ने किसानों के मुद्दों पर उत्तर प्रदेश में आंदोलन शुरू करने का फैसला किया था. मंथन शिविर के इस फैसले को अमलीजामा पहनाने के लिए कांग्रेस 6 फरवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रही है.
इस बैठक में आंदोलन की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में किसान जागरूकता यात्रा और रैलियों के आयोजन की रूपरेखा तैयार की है. कांग्रेस का लक्ष्य डेढ़ करोड़ किसानों तक पहुंचना है.
किसानों को हित कांग्रेस करेगी बड़ा आन्दोलन
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में किसान जागरूकता यात्रा शुरू करने की तैयारी कर ली है. कांग्रेस प्रदेश में निराश्रित पशुओं की समस्या, धान खरीद, गन्ना मूल्य बकाया, आलू किसानों की समस्या, पराली जलाने को लेकर किसानों पर हुए मुकदमे, बढ़े हुए बिजली मूल्य, किसान कर्ज माफी जैसे मुद्दों को लेकर किसान आंदोलन के करेगी.
इसके तहत कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 15000 नुक्कड़ सभाएं और छह बड़ी रैलियों के आयोजन करेगी. किसान रैली को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगी. इस आयोजन के दौरान कांग्रेस का लक्ष्य उत्तर प्रदेश के डेढ़ करोड़ किसानों से सीधा संवाद स्थापित करना है.
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परेशानियों से घिर चुका है अन्नदाता
सोमवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय लल्लू ने एक बयान जारी कर कहा है कि सरकार की गलत नीतियों के कारण देश का अन्नदाता किसान परेशानियों में घिर गया है. जब से केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार बनी है, तब से राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान निरंतर गिरा है. 2014-15 के मुकाबले कृषि क्षेत्र का योगदान 4.7% से घटकर 1.6% पर आ गया है.
देश के कृषि सुधार में कांग्रेस की अहम भूमिका
पार्टी के प्रशासन प्रभारी सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों के लिए कांग्रेस सरकारों ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थी. देश में कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार लाने में कांग्रेस की अहम भूमिका है. परेशान किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता तैयार हैं. केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों को किसानों के हित में काम करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता मजबूर कर देंगे.