लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों का आंदोलन समाप्त करने के लिए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी हो, लेकिन प्रधानमंत्री के इस कदम पर अब भी राजनीतिक दल सियासत करने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते. लखीमपुर हिंसा में मारे गए पांच किसानों को कांग्रेस मुख्यालय (Congress Headquarter) में श्रद्धांजलि दी गई.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (Congress state president) अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) के साथ ही कई दूसरी पार्टी के नेताओं ने भी किसानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. शाम को कांग्रेस पार्टी की तरफ से कैंडल मार्च निकाला जाएगा.
तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद से तमाम राजनीतिक दल किसानों के समर्थन में खड़े हुए नजर आ रहे हैं. कांग्रेस पार्टी इसे किसानों की जीत बता रही है और इसी उपलक्ष्य में शनिवार को कांग्रेस पार्टी किसान विजय दिवस मना रही है.
प्रदेश के विभिन्न जिलों और ब्लॉक मुख्यालयों में पार्टी की तरफ से किसान विजय दिवस मनाया जा रहा है. किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर श्रद्धांजलि सभा हुई, जिसमें कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो गई, तब जाकर यह सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला ले पाई. इतना ही नहीं उन्होंने लखीमपुर में मोदी सरकार के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से किसानों को कुचले जाने की घटना को याद करते हुए सरकार को घेरा.
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उन्होंने कहा है कि किसानों की अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इतनी ही परवाह है, तो वह मृतक किसानों को शहीद का दर्जा दें और उनके परिवारों को मुआवजा देने की व्यवस्था करें. संसद में अध्यादेश बनाकर इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाए. गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए तभी किसानों को न्याय मिल पाएगा.