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जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी, दिया नारा 'जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उतनी उसकी भागीदारी'

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस पार्टी ने तैयारियां (Lok Sabha elections 2024) शुरू कर दी हैं. पार्टी पिछड़ी जातियों को जोड़ने के लिए राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करेगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 26, 2023, 4:36 PM IST

लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस ने अपनी तरफ से तैयारी शुरू कर दी है. एक तरफ जहां 'इंडिया' गठबंधन (Congress party to hold conference on October 31) को लेकर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच में विवाद गहरा गया है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस लोकसभा चुनावों को लेकर अपनी तैयारी को पुख्ता करने में जुट गई है. एक ओर जहां चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी दलित और ओबीसी सम्मेलन आयोजित कर रही है तो वहीं अब कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पिछड़ा वर्ग सम्मेलन करने जा रही है. भारत के पहले गृहमंत्री व लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर आगामी 31 अक्टूबर को कांग्रेस गांधी भवन में सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है. पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन के साथ ही कांग्रेस उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना की भी मांग करेगी.

जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)
जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)

कांग्रेस प्रदेश सचिव अनिल यादव ने बताया कि 'कांग्रेस पूरे देश में जातिगत जनगणना करने को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश में चल रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी जातीय जनगणना करने की बात लगातार कह रहे हैं. उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस समाज के लोगों को उनका हक दिलाने के लिए जाति आधारित जनगणना कराने की मांग कर रही है. इसी कड़ी में 31 अक्टूबर को कांग्रेस नेता व लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर कांग्रेस पार्टी की ओर से गांधी भवन में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इस सम्मेलन को पार्टी ने 'जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उतनी उसकी भागीदारी' का नारा दिया है. इस सम्मेलन में पार्टी मुख्य रूप से बिहार में हुए जातिगत सर्वेक्षण के रिकॉर्ड के आधार पर उत्तर प्रदेश में भी पिछड़ा वर्ग सहित समुदाय के लोगों को भी उनकी जनसंख्या के आधार पर हिस्सेदारी दिलाने की मांग करेगी. अनिल यादव ने बताया कि इस पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग के सभी पदाधिकारी के साथ प्रदेश के सभी नेता शामिल होंगे, वहीं इस अवसर पर कांग्रेस के केंद्रीय पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरुण यादव भी इस सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं.'

जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)
जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)


मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ उपजे विवाद के बाद कांग्रेस ने अचानक से उत्तर प्रदेश में अपनी सरगर्मी तेज कर दी है. पार्टी को जहां इस बार अल्पसंख्यक वोट अपनी तरफ आता हुआ दिखाई दे रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में हुए जातिगत सर्वेक्षण के बाद पिछड़ी जातियों को उनका अधिकार दिलाने के लिए कांग्रेस पूरे देश में जातिगत जनगणना करने की मांग तेज कर दी है. कांग्रेस पार्टी प्रदेश में अल्पसंख्यकों को बड़ा संदेश देने के लिए बड़े मुस्लिम चेहरे को लगातार पार्टी में शामिल कर रही है, वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के साथ हो रही कानूनी कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय आजम खान से मिलने के लिए सीतापुर जिला कारागार भी जा रहे हैं. कांग्रेस के इस कदम को अल्पसंख्यकों के बीच में एक बड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ जातिगत जनगणना की मांग को उठाकर प्रदेश में पिछड़ों के बीच में पैठ बनाने की कोशिश भी शुरू कर दी है. ज्ञात हो कि है पहला मौका है जब कांग्रेस ने जाति आधारित जनगणना को लेकर अपना स्टैंड साफ किया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार अपने पिता व दादी के विचारों से हटकर देश में जातिगत जनगणना व संख्या के आधार पर हिस्सेदारी देने की वकालत की है.

यह भी पढ़ें : कांग्रेस के पोस्टर पर छिड़ी जुबानी जंग, 'इंडिया' गठबंधन को लेकर राजनीतिक दलों ने कही यह बात

यह भी पढ़ें : Lalu Yadav ने राहुल गांधी को बताया 'सामाजिक न्याय का झंडा बुलंद करने वाला नेता', नीतीश का नाम तक नहीं लिया

लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस ने अपनी तरफ से तैयारी शुरू कर दी है. एक तरफ जहां 'इंडिया' गठबंधन (Congress party to hold conference on October 31) को लेकर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच में विवाद गहरा गया है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस लोकसभा चुनावों को लेकर अपनी तैयारी को पुख्ता करने में जुट गई है. एक ओर जहां चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी दलित और ओबीसी सम्मेलन आयोजित कर रही है तो वहीं अब कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पिछड़ा वर्ग सम्मेलन करने जा रही है. भारत के पहले गृहमंत्री व लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर आगामी 31 अक्टूबर को कांग्रेस गांधी भवन में सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है. पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन के साथ ही कांग्रेस उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना की भी मांग करेगी.

जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)
जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)

कांग्रेस प्रदेश सचिव अनिल यादव ने बताया कि 'कांग्रेस पूरे देश में जातिगत जनगणना करने को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश में चल रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी जातीय जनगणना करने की बात लगातार कह रहे हैं. उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस समाज के लोगों को उनका हक दिलाने के लिए जाति आधारित जनगणना कराने की मांग कर रही है. इसी कड़ी में 31 अक्टूबर को कांग्रेस नेता व लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर कांग्रेस पार्टी की ओर से गांधी भवन में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इस सम्मेलन को पार्टी ने 'जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उतनी उसकी भागीदारी' का नारा दिया है. इस सम्मेलन में पार्टी मुख्य रूप से बिहार में हुए जातिगत सर्वेक्षण के रिकॉर्ड के आधार पर उत्तर प्रदेश में भी पिछड़ा वर्ग सहित समुदाय के लोगों को भी उनकी जनसंख्या के आधार पर हिस्सेदारी दिलाने की मांग करेगी. अनिल यादव ने बताया कि इस पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग के सभी पदाधिकारी के साथ प्रदेश के सभी नेता शामिल होंगे, वहीं इस अवसर पर कांग्रेस के केंद्रीय पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरुण यादव भी इस सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं.'

जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)
जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के बड़े सम्मेलन की तैयारी (फाइल फोटो)


मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ उपजे विवाद के बाद कांग्रेस ने अचानक से उत्तर प्रदेश में अपनी सरगर्मी तेज कर दी है. पार्टी को जहां इस बार अल्पसंख्यक वोट अपनी तरफ आता हुआ दिखाई दे रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में हुए जातिगत सर्वेक्षण के बाद पिछड़ी जातियों को उनका अधिकार दिलाने के लिए कांग्रेस पूरे देश में जातिगत जनगणना करने की मांग तेज कर दी है. कांग्रेस पार्टी प्रदेश में अल्पसंख्यकों को बड़ा संदेश देने के लिए बड़े मुस्लिम चेहरे को लगातार पार्टी में शामिल कर रही है, वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के साथ हो रही कानूनी कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय आजम खान से मिलने के लिए सीतापुर जिला कारागार भी जा रहे हैं. कांग्रेस के इस कदम को अल्पसंख्यकों के बीच में एक बड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ जातिगत जनगणना की मांग को उठाकर प्रदेश में पिछड़ों के बीच में पैठ बनाने की कोशिश भी शुरू कर दी है. ज्ञात हो कि है पहला मौका है जब कांग्रेस ने जाति आधारित जनगणना को लेकर अपना स्टैंड साफ किया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार अपने पिता व दादी के विचारों से हटकर देश में जातिगत जनगणना व संख्या के आधार पर हिस्सेदारी देने की वकालत की है.

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