लखनऊ: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता हाउस अरेस्ट कर लिए गए हैं. कांग्रेस के प्रस्तावित राजभवन घेराव कार्यक्रम के चलते यह कार्रवाई की गई है. उधर, पार्टी कार्यालय पर भारी सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया है. साथ ही धारा 144 लागू होने के चलते किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है. वहीं, कांग्रेस कार्यालय से राजभवन का घेराव करने निकले कांग्रेसियों को कार्यालय के बाहर रोके जाने पर पुलिस से तीखी झड़प हो गई है. कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया है.
बता दें, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से आज सुबह 11:30 बजे राजभवन का घेराव किए जाने की घोषणा की गई थी. नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष राहुल गांधी की सुनवाई को लेकर नाराज कांग्रेस की तरफ से इसकी घोषणा की गई है.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि भाजपा आम जनमानस के हितों के मुद्दों से भटकाकर गुमराह करने का काम कर रही है. भाजपा के इशारे पर दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में पुलिस ने घुसकर जो अत्याचार किया है, उसने तो हर हद पार दी है. कांग्रेस इसके ख़िलाफ़ देशभर में सत्याग्रह तेज करेगी.
उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड में किसी भी तरह का कोई भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ. इस मामले में शिकायतकर्ता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ख़ुद दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी शिकायत पर स्टे आर्डर दे रखा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार राहुल गांधी जी के सत्याग्रह आन्दोलन से डरी हुई है. वह विपक्ष के नेताओं को ईडी, सीबीआई आदि तमाम सरकारी संस्थाओं के माध्यम से डरा कर उनका असंवैधानिक दुरूपयोग करी रही है.
इस प्रकरण पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने बीती 13 जून को ट्वीट कर लिखा, BJP शासन अंग्रेजों की हुकूमत की याद दिलाती है, उस समय भी ऐसे ही बर्बरता होती थी..जब वो गोरे अंग्रेज कांग्रेस के सत्याग्रह आंदोलन को रोक नहीं पाए, तो ये काले अंग्रेज क्या रोकेंगे?
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप