लखनऊः कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सभी नौ विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन टिकट विभाजन में कांग्रेस की गणित पूरी तरह से बिगड़ी हुई नजर आ रही है. जिस सीट से जो भी प्रत्याशी टिकट मांग रहे थे उन्हें टिकट तो मिला लेकिन दूसरी सीट से. ऐसे में जहां से उन्होंने अपनी मजबूत जमीन तैयार कर ली थी वहां से दूसरी सीट पर शिफ्ट होने के बाद वह जनता के लिए नए प्रत्याशी हो गए हैं. जीत उनसे कोसों दूर नजर आने लगी है.
लखनऊ की पश्चिम विधानसभा सीट से पार्टी ने शाहाना सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाया है. इसी सीट से कांग्रेस के उत्तर क्षेत्र के शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव 'अज्जू' टिकट के दावेदार थे. शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव को पार्टी ने पश्चिम विधानसभा से टिकट न देकर उत्तर विधानसभा का टिकट दे दिया. इससे उनका सारा समीकरण बिगड़ गया. वहीं, उत्तर विधानसभा क्षेत्र से पिछले कई साल से तैयारी कर रहे कांग्रेस की सभी नीतियों और अभियानों को जनता के बीच पहुंचा रहे पंकज तिवारी को भी कांग्रेस पार्टी ने आखिरी समय झटका दे दिया.
उन्हें टिकट तो दिया गया लेकिन उत्तर से नहीं पूर्व विधानसभा से. ऐसे में उनके सामने भी अजीब स्थिति पैदा हो गई. ममता चौधरी का निवास स्थान पश्चिम विधानसभा क्षेत्र है. लगातार वे कई बार से पार्षद रहे लेकिन पार्टी ने उन्हें मोहनलालगंज विधानसभा सीट से प्रत्याशी बना दिया. मलिहाबाद विधानसभा सीट से पार्टी ने अलग ही उम्मीदवार को टिकट दे दिया.
ये भी पढ़ेंः टिकट कटने के बाद बोलीं स्वाति सिंह, भाजपा में हूं और भाजपा में ही रहूंगी
इन्हें मिला मनचाहा टिकट
मध्य विधानसभा सीट से सदफ जफर टिकट मांग रही थी पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया. बख्शी का तालाब विधानसभा सीट से ललन कुमार टिकट चाह रहे थे पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया. पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से शाहाना सिद्दीकी टिकट मांग रही थीं. पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बना दिया, वही कैंट विधानसभा सीट से दिलप्रीत सिंह टिकट मांग रहे थे पार्टी ने उन्हें भी मायूस नहीं किया. यह लोग अपनी सीट पर काफी दिनों से तैयारी कर रहे थे.
ये भी पढ़ेंः स्वाति सिंह ऐसे बनीं फायर ब्रांड नेता, इन वजहों से कटा टिकट...
वर्तमान में लखनऊ की सभी नौ विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी का कोई भी ऐसा उम्मीदवार नहीं है जो चुनाव जीता हो. ज्यादातर प्रत्याशी नए ही हैं. बीजेपी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी काफी मजबूत है ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप