लखनऊः कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री ने शुक्रवार को पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार से लड़ने के साथ, हमें सपा-बसपा से भी लड़ाई लड़नी है. क्योंकि यह ऐसे दुश्मन हैं, जिन्होंने छद्म धर्मनिरपेक्षता का चोला पहनकर भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने का काम किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने भी इसका समर्थन किया और ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सपा-बसपा के साथ दोस्ती का फैसला फिलहाल चलने वाला नहीं है.
भाजपा का विकल्प केवल कांग्रेस है
ईटीवी भारत से प्रमोद तिवारी ने विशेष तौर पर बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सपा-बसपा के साथ गठबंधन का जो निर्णय हाईकमान ने किया था. वह उस समय की परिस्थिति के अनुसार उचित समझा गया था. अब उस फैसले की समीक्षा हो रही है. अब हमें उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करना है तो नया फैसला करना होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का विकल्प कांग्रेस है. जब कांग्रेस अपने को भाजपा के विकल्प के तौर पर प्रस्तुत करेगी तो सपा-बसपा अपने आप पीछे चली जाएगी.
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सपा-बसपा राज्य स्तरीय पार्टियां हैं. जब लोगों के सामने राष्ट्रीय विकल्प मौजूद होगा तो लोग भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को चुनेंगे. प्रमोद तिवारी ने कहा कि जहां तक प्रियंका गांधी के नेतृत्व का सवाल है तो वह संघर्ष में विश्वास करने वाली नेता हैं. ऐसे में कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को संघर्ष के लिए तैयार रहने की जरूरत है.