लखनऊ : उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक ने बुधवार को डीआरएम कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की. इस मौके पर उन्होंने प्रयागराज के तीनों स्टेशनों पर महाकुंभ को लेकर यात्रियों की सुविधा के लिए किस तरह की तैयारियां की गई हैं. इसके बारे में भी बताया.
उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से संचालित होने वाली यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन लखनऊ मेल पिछले साल वापस उत्तर रेलवे के पास लौट आई. अब इस ट्रेन का संचालन चारबाग के प्लेटफार्म नंबर 1 से किया जा रहा है. अभी तक लखनऊ मेल 22 कोच के साथ संचालित होती थी, लेकिन अब इसमें एक कोच और बढ़ा दिया गया है. अब यह ट्रेन 23 कोच के साथ संचालित हो रही है, जिससे यात्रियों को सफर में काफी सहूलियत मिल रही है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस ट्रेन में एक और कोच बढ़ाए जाने की तैयारी है. यानी आने वाले दिनों में लखनऊ मेल 24 कोच वाली ट्रेन हो जाएगी. यही नहीं लखनऊ मेल के साथ ही प्रयागराज एक्सप्रेस को भी 24 कोच के साथ संचालित किया जाएगा. रेल मंत्रालय की तरफ से इन दोनों ट्रेनों में 24 कोच के साथ अप्रूवल मिल गया है.
उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए अब लखनऊ मेल और प्रयागराज एक्सप्रेस को जल्द ही 24 कोच के साथ संचालित किया जाएगा. अभी तक लखनऊ मेल के संचालन में बरेली और हापुड़ में दिक्कतें आ रही थीं, लेकिन मुरादाबाद मंडल ने काफी सहयोग किया जिसके बाद इसका समाधान हो गया है, इसलिए इस ट्रेन में एक कोच बढ़ा दिया गया है. अब यह ट्रेन 23 कोच वाली ट्रेन हो गई है. इससे यात्री वेटिंग के बजाय अब कन्फर्म टिकट लेकर सफर कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसी तरह यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस को भी 24 कोच के साथ संचालित किए जाने का प्लान तैयार है. उन्होंने बताया कि रेलवे की तरफ से लाइनों के दोहरीकरण का काम तेजी से काम कराया है. दो माह में 120 किलोमीटर से ज्यादा रेल लाइनों की डबलिंग की गई है, जिससे काफी फायदा भी मिल रहा है. कई ट्रेनों की टाइमिंग में काफी सुधार हुआ है. उनकी स्पीड बढ़ी है. लखनऊ से अयोध्या रूट पर चलने वाली ट्रेन के संचालन में 50 मिनट से ज्यादा का समय कम किया गया है.
संदिग्धों के चेहरे पहचानेंगे कैमरे : रेलवे के डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में रेलवे की तैयारियों के बारे में विशेष तौर पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हमने रिकॉर्ड समय में प्रयागराज में दो फुट ओवरब्रिज तैयार किए. इससे महाकुंभ में आने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी. इसके अलावा स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए यात्री आश्रय स्थल बनाए गए हैं. विभिन्न शहरों से आने वाले यात्रियों के लिए कलर कोड टिकटिंग की व्यवस्था की गई है. इससे वे जान सकेंगे कि उन्हें किस आश्रय स्थल की तरफ जाना है.
उन्होंने बताया कि महाकुंभ के दौरान स्टेशन पर भीड़ काफी ज्यादा होगी. ऐसे में 300 से ज्यादा कैमरे स्टेशनों पर लगाए गए हैं. इनमें 30 से ज्यादा कैमरे ऐसे लगाए गए हैं जो फेस रिकॉग्निशन कैमरे हैं. यह ऐसे चेहरों को पहचान लेंगे जो संदिग्ध होंगे और इनका पूरा डाटा हम राज्य सरकार और पुलिस के साथ शेयर करेंगे. कंट्रोल कमांड सेंटर से लगातार नजर रखी जाएगी. कैमरों को ऐसे स्थान पर आरपीएफ और कॉमर्शियल टीम ने लगाए हैं जहां से सही से निगरानी हो सके. प्रयाग स्टेशन पर 140, फाफामऊ पर 110 और प्रयागघाट पर 42 कैमरे लगाए जा रहे हैं.
स्टेशनों पर मददगार होंगी सेवाएं : डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि महाकुंभ में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के तीन स्टेशन महत्वपूर्ण हैं, जिसमें प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ और प्रयागघाट संगम हैं. उन्होंने बताया कि 2019 के कुंभ में करीब 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे, इस बार महाकुंभ में यह आंकड़ा करीब 40 करोड़ से ज्यादा है. सभी स्टेशनों पर सहयोग काउंटर, खोया पाया काउंटर, एटीवीएम, फूड प्लाजा, रिफ्रेशमेंट रूम, डिजिटल लॉकर और क्लाक रूम, मोबाइल चार्जिंग कियॉस्क, एटीएम, एसी वेटिंग रूम, बेबी फिडिंग रूम समेत कई सुविधाएं रहेंगी.