लखनऊ: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता श्रीवास्तव के बाद अब योगी सरकार के मंत्री आंनद शुक्ला को भी अजान से दिक्कत हो गई है. उन्होंने बलिया के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है. मंत्री की मांग पर प्रदेश कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि योगी सरकार को अपने मंत्री के साथ ही कुलपति को भी बर्खास्त कर देना चाहिए. साथ ही योगी सरकार को इस तरह की भी गाइडलाइन जारी करनी चाहिए, जिसमें बताया जाए कि किसे क्या करना है और क्या नहीं करना है?
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ब्रजेंद्र सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह है कि जो भारतीय समाज की सभ्यता, संस्कृति और हमारे हिंदुस्तान की संस्कृति है, इन तीनों में एक बात कॉमन है कि हमारे यहां ब्रह्म मुहूर्त में उठने परंपरा पुराने समय से चली आ रही है. साधु, संत, महात्मा, धर्माचार्य और विद्वान भी बताते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए, लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्याल की कुलपति कहती हैं कि 5:30 बजे के बाद जो अजान होती है, उससे उनकी नींद में खलल पड़ती है. वे सो नहीं पाती हैं.
वहीं अब प्रदेश सरकार के मंत्री ने भी कहा है कि अजान से उनकी नींद में भी खलल पड़ती है. वह भी नहीं सो पाते हैं. ऐसे लोगों को सबसे पहले तो बर्खास्त करना चाहिए, जिससे वे आराम से सो सकें. भारतीय सभ्यता, हिंदू संस्कृति की बात करने वाली सरकार यह सुनिश्चित करे कि कब हमें सोना है और कब जागना है और क्या भारतीय समाज की परंपरा है? हमारे यहां बच्चों को ब्रह्म मुहूर्त में उठने को कहा जाता है और एक कुलपति सोने की इच्छा रखती हैं.
यूपी में हो रही नई परंपरा की शुरुआत
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ब्रजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री को अगर अजान से पहले उठने में दिक्कत है तो यह सब इस बात का प्रतीक है कि उत्तर प्रदेश जंगलराज की तरफ बढ़ रहा है. यहां कोई सिस्टम नहीं है. एक नई परंपरा की शुरुआत की जा रही है. हमारा प्रदेश अलग ही सिस्टम की तरफ बढ़ रहा है. कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि सरकार एक गाइडलाइन जारी करे, जिसमें कब सोना है, कब जागना है, किससे क्या दिक्कत होती है, यह सब उसमें लिखा होना चाहिए.