लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों में करारी हार का सामना करने वाली कांग्रेस ने मंथन शुरू कर दिया है. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव जितेंद्र सिंह 15 से 21 अप्रैल तक इसकी समीक्षा करेंगे. 15 और 16 अप्रैल को लखनऊ में समीक्षा बैठक होगी. 17 को वाराणसी, 19 को झांसी और 20 व 21 अप्रैल को नई दिल्ली में बैठक का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान सीटवार समीक्षा की जाएगी. समीक्षा बैठक में सलाहकार समिति के सदस्य , वरिष्ठ नेता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष , नेता विधायक दल , प्रदेश कांग्रेस के मोर्चा संगठन व प्रकोष्ठ के अध्यक्ष , प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष , महासचिव , सचिव , जिला कांग्रेस के अध्यक्ष , विधानसभा के समस्त प्रत्याशी जिलेवार निर्धारित समय में उपस्थित रहेंगे.
सबसे बुरे दौर में है कांग्रेस
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में इतिहास में अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिली हैं. पिछली 17वीं विधानसभा में कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता रहीं आराधना मिश्रा ‘मोना’ प्रतापगढ़ जिले की अपनी परंपरागत रामपुर खास सीट से चुनाव जीती जबकि महराजगंज जिले की फरेंदा विधानसभा सीट से वीरेंद्र चौधरी चुनाव जीते हैं. इस बार कांग्रेस को सिर्फ 2.66 प्रतिशत वोट ही मिला है. जबकि 2017 के चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन इससे काफी अच्छा रहा था. 2017 के विधानसभा चुनाव में सात सीटों पर जीत के साथ पार्टी को 6.25प्रतिशत मत मिले थे.
प्रियंका ने झोंकी ताकत, लल्लू का इस्तीफा
प्रियंका गांधी ने 2022 के चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. लड़की हूं लड़ सकती हो.... के मंत्र के साथ चुनावी मैदान में उतरी. महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में चुनावी मैदान में उतारने का पैंतरा भी अपनाया लेकिन नतीजे अच्छे नहीं रहे. इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है.
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