लखनऊः कांग्रेस के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश में किसान बचाओ, गाय बचाओ पदयात्रा का शुभारंभ किया गया था. तीन दिन की इस पदयात्रा का बुधवार को समापन हो गया. इस दौरान प्रदेश भर में तमाम कांग्रेसियों की गिरफ्तारी हुई. कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर मुकदमे भी दर्ज हुए. बुधवार को पदयात्रा के आखिरी दिन लखनऊ में भी कांग्रेसियों ने कैंपबेल रोड से किसान बचाओ, गाय बचाओ पदयात्रा निकाली. कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस संदेश पदयात्रा की गई. पदयात्रा का यासीनगंज मोड़ पर स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समापन किया गया.
'नाकामी छिपाने के लिए रोकी गई पदयात्रा'
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि किसान विरोधी तीनों कानून को सरकार तत्काल वापस ले. इसके अलावा सरकारी गौशालाओं में उदासीनता, भ्रष्टाचार के चलते खाने-पीने की कमी और समुचित रखरखाव न होने से भीषण ठंड में गायों की मौत हो रही है. इस मुद्दे को लेकर पदयात्रा निकाली गई. उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने के लिए पदयात्रा पर रोक लगाई जा रही है. जबकि कृषि कानूनों के विरोध में ठंड में किसान प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. वहीं गोशालाओं में समुचित व्यवस्था नहीं होने से गायों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
कांग्रेस की किसान बचाओ, गाय बचाओ पदयात्रा का समापन - agricultural law
लखनऊ में कांग्रेस के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश में किसान बचाओ, गाय बचाओ पदयात्रा का शुभारंभ किया गया था. तीन दिन की इस पदयात्रा का बुधवार को समापन हो गया.
लखनऊः कांग्रेस के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश में किसान बचाओ, गाय बचाओ पदयात्रा का शुभारंभ किया गया था. तीन दिन की इस पदयात्रा का बुधवार को समापन हो गया. इस दौरान प्रदेश भर में तमाम कांग्रेसियों की गिरफ्तारी हुई. कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर मुकदमे भी दर्ज हुए. बुधवार को पदयात्रा के आखिरी दिन लखनऊ में भी कांग्रेसियों ने कैंपबेल रोड से किसान बचाओ, गाय बचाओ पदयात्रा निकाली. कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस संदेश पदयात्रा की गई. पदयात्रा का यासीनगंज मोड़ पर स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समापन किया गया.
'नाकामी छिपाने के लिए रोकी गई पदयात्रा'
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि किसान विरोधी तीनों कानून को सरकार तत्काल वापस ले. इसके अलावा सरकारी गौशालाओं में उदासीनता, भ्रष्टाचार के चलते खाने-पीने की कमी और समुचित रखरखाव न होने से भीषण ठंड में गायों की मौत हो रही है. इस मुद्दे को लेकर पदयात्रा निकाली गई. उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने के लिए पदयात्रा पर रोक लगाई जा रही है. जबकि कृषि कानूनों के विरोध में ठंड में किसान प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. वहीं गोशालाओं में समुचित व्यवस्था नहीं होने से गायों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है.