लखनऊ: कांग्रेस पार्टी की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मंजू दीक्षित को सोशल मीडिया पर पार्टी के जिम्मेदारों से सवाल पूछना भारी पड़ गया. कांग्रेस पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए सोमवार को उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. इससे पहले पार्टी की तरफ से उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था. उन्होंने अपना जवाब भी भेज दिया था लेकिन इससे पार्टी संतुष्ट नहीं हुई और छह साल के लिए पूर्व प्रदेश प्रवक्ता का पार्टी से निष्कासन कर दिया गया. इससे पहले भी अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी ने कई नेताओं को या तो बाहर का रास्ता दिखा दिया या फिर छह साल के लिए निष्कासित कर दिया.
डॉ. मंजू दीक्षित स्नातक एमएलसी चुनाव लखनऊ खंड में मुख्य प्रभारी थीं. उन्होंने पिछले माह की 28 अगस्त को फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने पार्टी के जिम्मेदारों से सवाल पूछा था. उसमें लिखा था, "बतौर मुख्य प्रभारी स्नातक एमएलसी चुनाव लखनऊ खंड, मैं साधिकार सीधे कांग्रेस पार्टी से सवाल करती हूं कि कोरोना से निपटने के लिए पार्टी ने कितना पैसा, कहां और किस पर खर्च किया? क्योंकि पद संभालने के बाद से हमें कोई सुविधा, पैसा, गाड़ी, पेट्रोल, टेलीफोन इत्यादि आवश्यक सुविधाएं भी नहीं दी गई हैं. जनता मुझसे राहत मांग रही है. मैं निजी तौर पर मदद कर रही हूं. यही नहीं बल्कि सत्य कहने पर अनुशासनहीनता का नोटिस जारी करके मुझे कई दिनों से परेशान किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी महज मुस्लिम व वामपंथी पार्टी बन गई है. यहां शरीफ, शिक्षित, सभ्य, साहसी की कोई जगह नहीं है". जानकारी के मुताबिक लगातार पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ता पार्टी नेताओं पर वामपंथियों को संरक्षण देने की बात कह रहे हैं.
फेसबुक का यही पोस्ट डॉ. मंजू दीक्षित पर भारी पड़ गया. इसके अलावा उनका फेसबुक अकाउंट भी पार्टी ने खंगाला जिसमें भारतीय जनता पार्टी से सांसद कौशल किशोर के पारख महासंघ की एक रथ यात्रा की 2016 की फोटो में वह उनके साथ हैं. इतना ही नहीं, हाल ही में जब सांसद कौशल किशोर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे तो उन्होंने निजी तौर पर सांसद कौशल किशोर के लिए लिखा है 'ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि वह मेरे प्राण के बदले यदि कौशल किशोर भैया को स्वस्थ कर सकते हैं तो मैं प्रतिक्षण प्राण त्यागने को तत्पर हूं, क्योंकि कौशल किशोर जैसा सरल इंसान इस देश के लिए न सही लेकिन, मेरे जैसे ईमानदार इंसान के लिए बहुत मायने रखता है. लिहाजा, आदरणीय भैया के जल्द स्वस्थ होने की हृदय से मंगलकामना करती हूं.