लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से गठित की गई 9 सदस्यीय टीम मंगलवार को भीखमपुर गांव पहुंची. यहां पुलिस की पिटाई से एक किसान की मौत के मामले की मृतक के परिवार वालों से मिलकर उन्हें मामले की जानकारी ली. कांग्रेस टीम के सदस्य और पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर पीड़ित परिवार को कानूनी कार्रवाई में हर संभव मदद करेगी.
राजधानी लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र के भीखमपुर के रहने वाले एक किसान गोविंद लोधी की मौत के मामले की जांच के लिए कांग्रेस की एक टीम मृतक के घर पहुंची. यह टीम उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से गठित की गई है, जिसमें 9 सदस्य शामिल हैं. मृतक के परिवार वालों से उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली. इस दौरान मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि 24 जून को उनके पड़ोसी संतोष और खुशीराम दो सगे भाइयों के बीच झगड़ा हो रहा था. गोविंद झगड़े के दौरान बीच-बचाव करने गया था.
इसी दौरान मौके पर पहुंची इटावा पुलिस बिना जांच पड़ताल के उसे मारते पीटते थाने ले गई. आरोप है कि गोविंद को थाने में भी पुलिसकर्मियों ने मारा और शांति भंग के आरोप में कार्रवाई कर दी गई. शाम को घर पहुंचने पर किसान के मुंह से खून गिरने लगा, जिसके बाद रात को उसे लखनऊ स्थित केके अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिजनों ने बताया कि अभी तक पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
वहीं इस मामले पर पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने कहा कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. कांग्रेस एक वकील लगाकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर पीड़ित परिवार को कानूनी मदद देगी. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी ने पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपये का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है. कांग्रेस की जांच टीम में प्रवक्ता प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगी.