लखनऊ : भारत ने पाकिस्तान को 16 दिसंबर 1971 को जंग में बुरी तरह हराया था. उस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं. इंदिरा गांधी के योगदान को याद करने के लिए कांग्रेस हर साल इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाती है. इस अवसर पर राजधानी लखनऊ में कांग्रेस ने 1971 की लड़ाई में सराहनीय योगदान देने वाले सैनिकों को सम्मानित किया.
'कांग्रेसी ही नहीं, पूरा देश मना रहा विजय दिवस'
मीडिया से बातचीत करते हुए इस कार्यक्रम की संयोजक कांग्रेस नेता, विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि आज विजय दिवस कांग्रेसी ही नहीं, पूरा देश मना रहा है. भारत की पूरे विश्व में पहचान इंदिरा गांधी ने ही दिलवाई है. जिस तरह से इंदिरा गांधी ने 14 दिन के भारत-पाकिस्तान के युद्ध में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया, वह अपने आप में इतिहास है.
'...पर इंदिरा ने भूगोल बदल दिया'
कांग्रेस नेता, विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि बहुत से प्रधानमंत्री इतिहास बनाते हैं पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश का भूगोल बदल दिया. 1971 की याद में ही आज उस लड़ाई में सराहनीय योगदान देने वाले सैनिकों को सम्मानित किया जा रहा है, जिससे और लोग प्रेरणा ले सकें.
'पूरे देश को बताएंगे असली राष्ट्रवाद'
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि 16 दिसंबर 1971 की विजय के उपलक्ष्य में आज 49वां विजय दिवस समारोह मनाया जा रहा है. प्रतिवर्ष यह समारोह मनाया जाएगा और इसके माध्यम से हम पूरे देश को असली राष्ट्रवाद बताएंगे.
पाक ने किया था आत्मसमर्पण
बताते चलें कि 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना के जनरल एके नियाजी ने 94 हजार सैनिकों के साथ भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था और इसी समय बांग्लादेश का निर्माण हुआ था. इंदिरा गांधी की यह काफी महत्वपूर्ण जीत मानी जाती है. इसी के उपलक्ष्य में कांग्रेस आज विजय दिवस मना रही है.