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दिलप्रीत सिंह ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बोले- जनता प्रतिनिधि चुनेगी, ठेकेदार नहीं - कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह

राजधानी लखनऊ के कैंट विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने जा रहा है. इसी को देखते हुए कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विरोधियों पर हमला बोला.

कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह
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Published : Oct 16, 2019, 11:00 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. प्रदेश के सभी सीटों पर प्रत्याशियों के लिहाज से सबसे अमीर प्रत्याशी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के अरुण द्विवेदी हैं. कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने अरुण द्विवेदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता जनप्रतिनिधि चुनेगी, ठेकेदार नहीं.

नफरत हारेगी, मोहब्बत जीतेगी
कांग्रेस पार्टी के कैंट विधानसभा सीट से प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस ने उन्होने कहा कि कैंट विधानसभा में तमाम ऐसी समस्याएं हैं, जिनका आज तक समाधान नहीं हुआ है. इसमें पेयजल और जलभराव की समस्या सबसे ज्यादा गंभीर है. मैं अगर जीतता हूं तो इन दोनों समस्याओं का निराकरण कराने का पूरा प्रयास करूंगा.

दिलप्रीत सिंह ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस.
उन्होंने ये भी कहा कि निश्चित तौर पर चुनाव में नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी. हालांकि जब उनसे सवाल किया गया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी नफरत हारेगी, मोहब्बत जीतेगी ही का नारा दिया था, लेकिन जीत नहीं पाए. ऐसे में आपके जीतने की क्या गारंटी है. इसपर कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा कि मैं जनता के बीच जा रहा हूं. जनता का प्यार मिल रहा है, निश्चित तौर पर इस बार हम जीतेंगे.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ के जनाना पार्क से गांधी का था कुछ ऐसा रिश्ता


कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह का कहना है कि मुझे लगता है कि चुनाव में पैसे का किसी तरह का रोल नहीं रहता. जनप्रतिनिधि का मतलब है लोगों तक जाना उनकी समस्याओं का समाधान करना, अरुण द्विवेदी को चाहिए कि जनप्रतिनिधित्व न करें बल्कि पैसा खर्च कर सीधे जनता की समस्याओं का समाधान करें. जब तक हम इन चीजों से बाहर नहीं निकलेंगे और आम जनता ठेकेदारी प्रथा चालू करने वालों को बाहर नहीं करेगी, तब तक मेरे ख्याल से कुछ बदलाव होने की उम्मीद नहीं है. हम जनप्रतिनिधि चुनने जा रहे हैं जो काम कराएगा.

विकास कराया होता तो यह नौबत नहीं आती
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश तिवारी का यह कहना कि उन्होंने 15 साल विधायक रहते खूब विकास कराया है ऐसे में उनकी जीत पहले से ही पक्की है. इस पर दिलप्रीत सिंह ने कहा अगर वे 15 साल विधायक रहे हैं तो उनको मुझे चुनौती नहीं मानना चाहिए था. उनको इस पर यकीन होना चाहिए कि इतना विकास किया है तो घर में बैठकर चुनाव जीत सकते हैं. आज मुख्यमंत्री से लेकर सारे मंत्री तक कैंट विधानसभा रोड पर घूम रहे हैं. अगर उन्होंने विकास कराया होता तो यह नौबत नहीं आती.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. प्रदेश के सभी सीटों पर प्रत्याशियों के लिहाज से सबसे अमीर प्रत्याशी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के अरुण द्विवेदी हैं. कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने अरुण द्विवेदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता जनप्रतिनिधि चुनेगी, ठेकेदार नहीं.

नफरत हारेगी, मोहब्बत जीतेगी
कांग्रेस पार्टी के कैंट विधानसभा सीट से प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस ने उन्होने कहा कि कैंट विधानसभा में तमाम ऐसी समस्याएं हैं, जिनका आज तक समाधान नहीं हुआ है. इसमें पेयजल और जलभराव की समस्या सबसे ज्यादा गंभीर है. मैं अगर जीतता हूं तो इन दोनों समस्याओं का निराकरण कराने का पूरा प्रयास करूंगा.

दिलप्रीत सिंह ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस.
उन्होंने ये भी कहा कि निश्चित तौर पर चुनाव में नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी. हालांकि जब उनसे सवाल किया गया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी नफरत हारेगी, मोहब्बत जीतेगी ही का नारा दिया था, लेकिन जीत नहीं पाए. ऐसे में आपके जीतने की क्या गारंटी है. इसपर कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा कि मैं जनता के बीच जा रहा हूं. जनता का प्यार मिल रहा है, निश्चित तौर पर इस बार हम जीतेंगे.

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कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह का कहना है कि मुझे लगता है कि चुनाव में पैसे का किसी तरह का रोल नहीं रहता. जनप्रतिनिधि का मतलब है लोगों तक जाना उनकी समस्याओं का समाधान करना, अरुण द्विवेदी को चाहिए कि जनप्रतिनिधित्व न करें बल्कि पैसा खर्च कर सीधे जनता की समस्याओं का समाधान करें. जब तक हम इन चीजों से बाहर नहीं निकलेंगे और आम जनता ठेकेदारी प्रथा चालू करने वालों को बाहर नहीं करेगी, तब तक मेरे ख्याल से कुछ बदलाव होने की उम्मीद नहीं है. हम जनप्रतिनिधि चुनने जा रहे हैं जो काम कराएगा.

विकास कराया होता तो यह नौबत नहीं आती
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश तिवारी का यह कहना कि उन्होंने 15 साल विधायक रहते खूब विकास कराया है ऐसे में उनकी जीत पहले से ही पक्की है. इस पर दिलप्रीत सिंह ने कहा अगर वे 15 साल विधायक रहे हैं तो उनको मुझे चुनौती नहीं मानना चाहिए था. उनको इस पर यकीन होना चाहिए कि इतना विकास किया है तो घर में बैठकर चुनाव जीत सकते हैं. आज मुख्यमंत्री से लेकर सारे मंत्री तक कैंट विधानसभा रोड पर घूम रहे हैं. अगर उन्होंने विकास कराया होता तो यह नौबत नहीं आती.

Intro:बसपा के अमीर प्रत्याशी पर कांग्रेस प्रत्याशी का बार, जनता जनप्रतिनिधि चुनेगी ठेकेदार नहीं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। प्रदेश की सभी सीटों पर प्रत्याशियों के लिहाज से सबसे अमीर प्रत्याशी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के अरुण द्विवेदी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने बसपा प्रत्याशी अरुण द्विवेदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि जनता जनप्रतिनिधि चुनेगी, ठेकेदार नहीं। उन्हें चाहिए कि जनप्रतिनिधित्व न करें बल्कि पैसा खर्च कर सीधे जनता की समस्याओं का समाधान कर दें। कांग्रेस प्रत्याशी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश तिवारी पर भी निशाना साधा और कहा कि अगर उन्होंने 15 साल तक काम किया है तो फिर उनके लिए मुख्यमंत्री और मंत्रियों को रोड पर क्यों उतरना पड़ता। मैं जनता से सीधे संपर्क में हूं और 24 तारीख को जीत मेरी ही होगी।


Body:कांग्रेस पार्टी के कैंट विधानसभा सीट से प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि कैंट विधानसभा में तमाम ऐसी समस्याएं हैं जिनका आज तक समाधान नहीं हुआ है। इसमें पेयजल और जलभराव की समस्या सबसे ज्यादा गंभीर है। मैं अगर जीतता हूं तो इन दोनों समस्याओं का निराकरण कराने का पूरा प्रयास करूंगा। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि निश्चित तौर पर चुनाव में नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी।। हालांकि ईटीवी भारत ने दिलप्रीत से सवाल किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नफरत हारेगी मोहब्बत जीतेगी ही का नारा दिया था, लेकिन जीत नहीं पाए, ऐसे में आपके जीतने की क्या गारंटी है तो कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने कहा कि मैं जनता के बीच जा रहा हूं। जनता का प्यार मिल रहा है, निश्चित तौर पर इस बार हम जरूर जीतेंगे। 'ईटीवी भारत' के इस सवाल पर कि बहुजन समाज पार्टी खुद को दलितों और गरीबों की पार्टी कहती है लेकिन कैंट विधानसभा सीट पर पूरे प्रदेश का सबसे अमीर प्रत्याशी उसी पार्टी का है ऐसे में धनबल से कैसे टक्कर लेंगे? इस पर कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह का कहना है कि मुझे लगता है कि इसमें पैसे का किसी तरह का रोल नहीं रहता। जनप्रतिनिधि का मतलब है लोगों तक जाना उनकी समस्याओं का समाधान करना अगर आपके पास पैसा है तो जनप्रतिनिधि नहीं बनना चाहिए। सीधा उन पैसों का यूज कर जनता की समस्याएं दूर कर देनी चाहिए। पैसा इसमें रोल नहीं निभाता। जब तक हम इन चीजों से नहीं निकलेंगे और आम जनता जिन लोगों ने ठेकेदारी प्रथा चालू कर रखी है उन्हें बाहर नहीं करेगी तब तक मेरे ख्याल से कुछ बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। हम जनप्रतिनिधि चुनने जा रहे हैं जो काम कराएगा उसे ही जनता को चुनना चाहिए।


Conclusion:भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश तिवारी का यह कहना कि उन्होंने 15 साल विधायक रहते खूब विकास कराया है ऐसे में उनकी जीत पहले से ही पक्की है, इस पर कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने कहा अगर वे 15 साल विधायक रहे हैं तो उनको मुझे चुनौती मानना ही नहीं चाहिए था। उनको इस पर यकीन होना चाहिए था कि उन्होंने इतना विकास किया है तो घर से नहीं निकलना चाहिए। घर में बैठकर चुनाव जीत लेना चाहिए था। आज मुख्यमंत्री से लेकर सारे मंत्री तक कैंट विधानसभा रोड पर घूम रहे हैं। आखिर किस लिए घूम रहे हैं। अगर उन्होंने विकास कराया होता तो यह नौबत नहीं आती कि मुख्यमंत्री को भी रोड पर उतर कर जनसभा करनी पड़ जाती।
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