लखनऊ: वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय हजरतगंज में प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया था, जिसके बाद मंगलवार की सुबह सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने झलकारी बाई अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने जांच कमेटी के द्वारा जल्द ही फैसला आने की बात कही.
सोमवार की रात लगभग 9 बजे झलकारी बाई अस्पताल में एक प्रसूता की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने जमकर नारेबाजी की और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की थी.
परिजनों ने आरोप लगाया कि ऑक्सीजन मॉस्क के वॉटर वॉल्व में कीड़े होने की वजह से प्रसूता की मौत हुई है. इसके अलावा समय पर डॉक्टरों ने ध्यान नहीं दिया, इस वजह से प्रसूता की मौत हो गई.
सीएमएस ने बताया कि
इस पूरे मामले पर झलकारी बाई अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा का कहना है कि प्रसूता को हिमोग्लोबिन की कमी थी. इस वजह से सिविल अस्पताल से खून मंगवाकर उसे चढ़ाया गया था. इस पूरे प्रकरण के लिए हमने एक जांच कमेटी गठित की है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेजा गया है.
ये भी पढे़ं: लखनऊ: झलकारीबाई अस्पताल में महिला की मौत, डॉक्टरों पर लगा लापरवाही का आरोप
इस पूरे मामले में ईटीवी भारत ने जब सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आया था और हमने अस्पताल का निरीक्षण किया है.
अस्पताल में इस पूरे प्रकरण के लिए जांच कमेटी बनाई गई है, जिसमें सीएमओ कार्यालय की तरफ से एक एसीएमओ को भी जोड़ दिया गया है. जांच कमेटी के निष्कर्ष के आधार पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ, लखनऊ