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सीएमओ ने निजी लैब में कोविड जांच के लिए तय की दर, मनमानी वसूली पर होगी कार्रवाई

राजधानी में कोविड की जांच की दरें तय कर दी गई हैं. अब जांच के लिए लोगों को 900 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. निजी लैब द्वारा ज्यादा रुपये वसूलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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Published : Apr 17, 2023, 9:23 AM IST

लखनऊ : राजधानी में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में लोग सरकारी और निजी लैब से कोविड जांच करा रहे हैं. जांच के नाम पर मनमानी फीस वसूलने पर रोकथाम के लिए कोविड जांच की दरों को तय कर दिया है. यह दरें बीते साल के अनुसार ही हैं, जिसमें घर बैठे कोरोना की जांच कराने के लिए 900 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. सीएमओ के मुताबिक, अगर कोई लैब मनमानी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

एंटीजन जांच के लिए 250 रुपये : कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बिंदुओं पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसी कड़ी में कोरोना जांच के रेट तय किए गए हैं. निजी लैब में जाकर सैंपल देने पर जांच कराने के लिए 700 रुपये देने होंगे. हालांकि, राज्य सरकार के किसी विहित अधिकारी द्वारा निजी लैब को सैंपल दिए जाने पर 500 रुपये जांच फीस निर्धारित किया गया है. वहीं, एंटीजन जांच के लिए मरीजों को 250 रुपये चुकाने होंगे, जबकि ट्रूनेट तकनीक से कोरोना जांच की अधिकतम फीस 1250 रुपये तय की गई है. वहीं, घर बैठे जांच कराने के लिए व्यक्ति को 200 रुपये अतिरिक्त देने होंगे.

सीटी स्कैन के रेट भी तय : सीटी स्कैन की फीस भी निर्धारित की गई है. इसके तहत 16 स्लाइस के सीटी स्कैन के लिए अधिकतम दो हजार रुपये शुल्क लिया जा सकेगा, वहीं 16 से 64 स्लाइस तक के लिए 2250 रुपये लिए जाएंगे. 64 स्लाइस से अधिक पर जांच के लिए 2500 रुपये फीस मरीज को चुकानी होगी.


दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित : आयुष्मान नोडल व उनकी सहयोगी महिला डॉक्टर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. शनिवार को सीएमओ ने महिला डॉक्टर को नोटिस जारी करके निजी अस्पतालों में विजिट किए जाने के मामले में जवाब-तलब किया है, वहीं मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है जो तीन कार्यदिवस में जांच करके अपनी रिपोर्ट देगी. जिले के आयुष्मान नोडल के इशारे पर महिला डॉक्टर अकेले ही निजी अस्पतालों की जांच करने के लिए जाती थी. यह मसला डिप्टी सीएम के पास भी पहुंचा है. वहां से मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. सीएमओ ने शनिवार को महिला डॉक्टर को नोटिस थमाया है, वहीं नोडल से भी जवाब तलब किया गया है. सीएमओ डॉ. मनोज का कहना है कि 'मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. इसमें एडिशनल सीएमओ डॉ. आरवी सिंह व डॉ. अनूप शामिल हैं. जांच रिपोर्ट आने बाद आगे की कार्रवाई होगी.'

यह भी पढ़ें : यूपी निकाय चुनाव: पूर्व कार्यवाहक मेयर सहित कई पार्षदों का कटा टिकट, जमकर हंगामा

लखनऊ : राजधानी में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में लोग सरकारी और निजी लैब से कोविड जांच करा रहे हैं. जांच के नाम पर मनमानी फीस वसूलने पर रोकथाम के लिए कोविड जांच की दरों को तय कर दिया है. यह दरें बीते साल के अनुसार ही हैं, जिसमें घर बैठे कोरोना की जांच कराने के लिए 900 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. सीएमओ के मुताबिक, अगर कोई लैब मनमानी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

एंटीजन जांच के लिए 250 रुपये : कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बिंदुओं पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसी कड़ी में कोरोना जांच के रेट तय किए गए हैं. निजी लैब में जाकर सैंपल देने पर जांच कराने के लिए 700 रुपये देने होंगे. हालांकि, राज्य सरकार के किसी विहित अधिकारी द्वारा निजी लैब को सैंपल दिए जाने पर 500 रुपये जांच फीस निर्धारित किया गया है. वहीं, एंटीजन जांच के लिए मरीजों को 250 रुपये चुकाने होंगे, जबकि ट्रूनेट तकनीक से कोरोना जांच की अधिकतम फीस 1250 रुपये तय की गई है. वहीं, घर बैठे जांच कराने के लिए व्यक्ति को 200 रुपये अतिरिक्त देने होंगे.

सीटी स्कैन के रेट भी तय : सीटी स्कैन की फीस भी निर्धारित की गई है. इसके तहत 16 स्लाइस के सीटी स्कैन के लिए अधिकतम दो हजार रुपये शुल्क लिया जा सकेगा, वहीं 16 से 64 स्लाइस तक के लिए 2250 रुपये लिए जाएंगे. 64 स्लाइस से अधिक पर जांच के लिए 2500 रुपये फीस मरीज को चुकानी होगी.


दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित : आयुष्मान नोडल व उनकी सहयोगी महिला डॉक्टर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. शनिवार को सीएमओ ने महिला डॉक्टर को नोटिस जारी करके निजी अस्पतालों में विजिट किए जाने के मामले में जवाब-तलब किया है, वहीं मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है जो तीन कार्यदिवस में जांच करके अपनी रिपोर्ट देगी. जिले के आयुष्मान नोडल के इशारे पर महिला डॉक्टर अकेले ही निजी अस्पतालों की जांच करने के लिए जाती थी. यह मसला डिप्टी सीएम के पास भी पहुंचा है. वहां से मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. सीएमओ ने शनिवार को महिला डॉक्टर को नोटिस थमाया है, वहीं नोडल से भी जवाब तलब किया गया है. सीएमओ डॉ. मनोज का कहना है कि 'मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. इसमें एडिशनल सीएमओ डॉ. आरवी सिंह व डॉ. अनूप शामिल हैं. जांच रिपोर्ट आने बाद आगे की कार्रवाई होगी.'

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