लखनऊ: लॉकडाउन के चलते सीएम योगी ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने शोक संदेश में कहा कि वह लॉकडाउन के चलते भीड़ इकट्ठा होने देना नहीं चाहते हैं. उन्होंने अपने परिजनों से भी यह अपील की है कि कम से कम लोग अंतिम संस्कार में शामिल हों. लॉकडाउन के उपरांत वह उत्तराखंड में अपने परिजनों से मिलने जाएंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर भारी दुख और शोक है. वह मेरे पूर्व आश्रम के जन्मदाता हैं. जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोकमंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया.
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अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्य बोध के कारण मैं न कर सका. कल 21 अप्रैल यानी मंगलवर को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं.
पूजनीया मां और पूर्व आश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वह लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार में शामिल हों. पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा.