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सीएम योगी आज झांसी से करेंगे 'उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन' की शुरुआत

सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बुंदेलखंड के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान सीएम झांसी से 'उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन' की शुरुआत करेंगे. इस मिशन के माध्यम से प्रदेश के हर घर में नल के माध्यम से पेयजल पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा.

jal jeevan mission uttar pradesh
सीएम योगी.
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Published : Jun 30, 2020, 8:13 AM IST

लखनऊः बुंदेलखंड में आजादी के बाद से ही चली आ रही पीने के पानी की समस्या समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को 'उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन' की शुरुआत करेंगे. सीएम योगी झांसी से इस योजना का शुभारंभ करेंगे. यह योजना को चार चरणों में पूर्ण की जाएगी. पहले चरण में बुंदेलखंड क्षेत्र को कवर किया जा रहा है. इसमें भी सबसे पहले झांसी, महोबा और ललितपुर को पानी मिलेगा.

93 विभिन्न योजनाओं का बनाया गया है डीपीआर
हर घर को नल का जल पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने पहले ही राज्य पेयजल योजना की शुरुआत की थी. बुंदेलखंड जिले के हर गांव और हर घर तक शुद्ध पेयजल मिले. इसके लिए चयनित कंसल्टेंट द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र में सतही स्रोत आधारित 93 विभिन्न परियोजनाओं तथा कुछ क्षेत्रों में भूगर्भ जल आधारित परियोजनाओं के माध्यम से समस्त ग्रामों को संतृप्त करने के लिए डीपीआर बनवाया गया है. डीपीआर की संभावित लागत 10131.92 करोड़ रुपये प्रस्तावित है. इस परियोजना से 67 लाख लोग लाभान्वित होंगे.

इस बीच प्रधानमंत्री ने हर घर जल की लॉन्चिंग की. उस योजना को मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन से जोड़ते हुए बुंदेलखंड को पहले चरण में लिया है. प्राथमिकता के आधार पर हर घर को जल मिले और प्रदेश का सर्वांगीण विकास पर सीएम का जोर है.

कई गांवों को मिलेगा लाभ
बुंदेलखंड क्षेत्र के अंतर्गत झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के कुल 4513 राजस्व ग्राम हैं. जिनमें से 891 राजस्व ग्राम पहले से ही पेयजल योजनाओं से आच्छादित हैं. शेष 3622 राजस्व गांवों की लगभग 67 लाख आबादी को 479 योजनाओं द्वारा पाइप पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. झांसी में 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं सतही स्रोत (सरफेस वाटर) पर आधारित होंगी. जिनका लाभ 644 राजस्व गांव की 11 लाख 42 हजार 249 लोगों को मिलेगा.

ललितपुर जिले में 1623. 47 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 42 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है. जिनका लाभ 559 राजस्व गांव की 9 लाख 87 हजार 689 की आबादी को मिलेगा. महोबा जिले में 1219.74 करोड़ की लागत से 364 राजस्व गांव के 6 लाख 68 हजार 660 लोगों लाभान्वित किया जाएगा.

चार चरणों में पूरी होगी उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन योजना

पहले चरण की शुरुआत बुंदेलखंड से होगी. बुंदेलखंड के सात जिले झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के कुल 3622 राजस्व गांव को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आज झांसी, महोबा और ललितपुर से शुरुआत होगी. उपरोक्त सात जिलों में 479 योजनाएं क्रियान्वित होंगी. इनसे लगभग 67 लाख की आबादी लाभान्वित होगी.

दूसरे चरण में विंध्य क्षेत्र को उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन से कवर किया जाएगा. तीसरे चरण में जापानी बुखार और इंसेफलाइटिस से प्रभावित क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन चौथे चरण में आर्सेनिक और फ्लोराइड से प्रभावित गंगा, यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों में पहुंचेगा. इस मिशन के तहत मेंटेनेंस का कार्य अगले 10 वर्षों तक कार्यदायी संस्था ही करेगी.

इसे भी पढ़ें- सीएम योगी आज बुंदेलखंड में 'हर घर नल का जल' योजना का करेंगे शुभारम्भ

लखनऊः बुंदेलखंड में आजादी के बाद से ही चली आ रही पीने के पानी की समस्या समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को 'उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन' की शुरुआत करेंगे. सीएम योगी झांसी से इस योजना का शुभारंभ करेंगे. यह योजना को चार चरणों में पूर्ण की जाएगी. पहले चरण में बुंदेलखंड क्षेत्र को कवर किया जा रहा है. इसमें भी सबसे पहले झांसी, महोबा और ललितपुर को पानी मिलेगा.

93 विभिन्न योजनाओं का बनाया गया है डीपीआर
हर घर को नल का जल पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने पहले ही राज्य पेयजल योजना की शुरुआत की थी. बुंदेलखंड जिले के हर गांव और हर घर तक शुद्ध पेयजल मिले. इसके लिए चयनित कंसल्टेंट द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र में सतही स्रोत आधारित 93 विभिन्न परियोजनाओं तथा कुछ क्षेत्रों में भूगर्भ जल आधारित परियोजनाओं के माध्यम से समस्त ग्रामों को संतृप्त करने के लिए डीपीआर बनवाया गया है. डीपीआर की संभावित लागत 10131.92 करोड़ रुपये प्रस्तावित है. इस परियोजना से 67 लाख लोग लाभान्वित होंगे.

इस बीच प्रधानमंत्री ने हर घर जल की लॉन्चिंग की. उस योजना को मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन से जोड़ते हुए बुंदेलखंड को पहले चरण में लिया है. प्राथमिकता के आधार पर हर घर को जल मिले और प्रदेश का सर्वांगीण विकास पर सीएम का जोर है.

कई गांवों को मिलेगा लाभ
बुंदेलखंड क्षेत्र के अंतर्गत झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के कुल 4513 राजस्व ग्राम हैं. जिनमें से 891 राजस्व ग्राम पहले से ही पेयजल योजनाओं से आच्छादित हैं. शेष 3622 राजस्व गांवों की लगभग 67 लाख आबादी को 479 योजनाओं द्वारा पाइप पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. झांसी में 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं सतही स्रोत (सरफेस वाटर) पर आधारित होंगी. जिनका लाभ 644 राजस्व गांव की 11 लाख 42 हजार 249 लोगों को मिलेगा.

ललितपुर जिले में 1623. 47 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 42 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है. जिनका लाभ 559 राजस्व गांव की 9 लाख 87 हजार 689 की आबादी को मिलेगा. महोबा जिले में 1219.74 करोड़ की लागत से 364 राजस्व गांव के 6 लाख 68 हजार 660 लोगों लाभान्वित किया जाएगा.

चार चरणों में पूरी होगी उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन योजना

पहले चरण की शुरुआत बुंदेलखंड से होगी. बुंदेलखंड के सात जिले झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के कुल 3622 राजस्व गांव को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आज झांसी, महोबा और ललितपुर से शुरुआत होगी. उपरोक्त सात जिलों में 479 योजनाएं क्रियान्वित होंगी. इनसे लगभग 67 लाख की आबादी लाभान्वित होगी.

दूसरे चरण में विंध्य क्षेत्र को उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन से कवर किया जाएगा. तीसरे चरण में जापानी बुखार और इंसेफलाइटिस से प्रभावित क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन चौथे चरण में आर्सेनिक और फ्लोराइड से प्रभावित गंगा, यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों में पहुंचेगा. इस मिशन के तहत मेंटेनेंस का कार्य अगले 10 वर्षों तक कार्यदायी संस्था ही करेगी.

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