लखनऊः राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अधिकारी, मंडलायुक्त, पुलिस कमिश्नर, सीएमओ समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों को तलब किया है. मुख्यमंत्री ने रविवार शाम को 7 बजे बैठक बुलाई है. बैठक के दौरान यह जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर क्या वजह है जो लखनऊ में इस प्रकार कोरोना के मरीज दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं. इस दौरान सीएम लखनऊ में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे और जरूरी दिशा-निर्देश देंगे.
लखनऊ में 392 नए मामले
कोरोना का संकट प्रदेश के अन्य जिलों में ही नहीं बल्कि राजधानी लखनऊ में भी गहराता जा रहा है. आज एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले में लखनऊ ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. उत्तर प्रदेश में जहां 2250 कोरोना के नये मरीज मिले हैं. वहीं पिछले 24 घंटे में अकेले लखनऊ में 392 नए केस सामने आए हैं. इससे अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं.
बताया जा रहा है कि इससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज हैं. उन्होंने उच्चाधिकारियों से नाराजगी जताई है. साथ ही लखनऊ के महत्वपूर्ण अधिकारियों को तलब भी कर लिया है. रविवार शाम अधिकारियों की बैठक होगी. बैठक में लखनऊ के जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर, नगर आयुक्त और सीएमओ समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों को शामिल होने को कहा गया है.
इस क्षेत्र को बनाया जाएगा कंटेनमेंट
वहीं जिला प्रशासन ने शहर के ट्रांस गोमती क्षेत्र में 20 जुलाई से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन की तर्ज पर कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया है. इस दौरान इन क्षेत्रों में सार्वजनिक आवागमन प्रतिबंधित रहेगा. बाजार बंद रहेंगे. जरूरी सेवाओं के लिए ही लोग आ-जा सकेंगे. इसका कड़ाई से पालन कराया जाएगा.
रणनीति में बदलाव के आसार
मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद जिला प्रशासन अपनी रणनीति में बदलाव कर सकता है. सम्भव है कि शहर के अन्य क्षेत्रों को भी कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाए, या फिर कुछ और प्रतिबंध लगाए जाएं. वैसे तो सरकार ने पहले से ही पूरे प्रदेश में शनिवार और रविवार की बंदी घोषित कर रखी है. इस दौरान स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है.