लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल आवासीय विद्यालय योजना के तहत चरणबद्ध ढंग से विद्यालयों के निर्माण किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इन विद्यालयों में आरम्भिक कक्षाओं का संचालन जुलाई, 2021 से किया जा सके. उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के अलावा अनाथ बच्चों के प्रवेश और शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने विद्यालय निर्माण की प्रक्रिया चरणबद्ध और समयबद्ध ढंग से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर अटल आवासीय विद्यालयों की डिजाइन के प्रस्तुतीकरण के अवसर पर अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अटल आवासीय विद्यालयों और छात्रावास के भवनों का आर्किटेक्चर भारतीय दर्शन और संस्कृति के अनुरूप हो. इनमें अटल जी एवं अन्य महापुरुषों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की झलक भी दिखायी दे. इसकी शैली उत्कृष्ट और जीवन्त हो. इसके निर्माण में आधुनिक तकनीक, डिजाइन और सुविधाओं का समावेश किया जाए. विद्यालय भवन में श्रमिकों के बच्चों एवं अनाथ बच्चों की आवश्यकताओं के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, जिससे बच्चों की योग्यता, क्षमता और कौशल का मूल्यांकन करते हुए उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा दी जा सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालयों के भवन का वास्तु भारतीयता और यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बने. इसके अन्तर्गत निर्मित किए जाने वाले विभिन्न ब्लाॅकों का नामकरण भी भारतीय संस्कृति के अनुरूप किए जाने पर विचार किया जाए. प्रदेश के सभी 18 मण्डलों में अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं. यह विद्यालय नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर संचालित किए जाएंगे.
इन आवासीय विद्यालयों में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों सहित निराश्रित और अनाथ बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. बच्चों को उनकी रुचि के अनुरूप शिक्षित कर स्वावलम्बी एवं योग्य नागरिक बनाया जाएगा. इस अवसर पर श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, अपर मुख्य सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.