लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आला अधिकारियों को एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की संख्या में और बढ़ोतरी करने के साथ ही सभी मोबाइल मेडिकल वैन क्रियाशील करने के आदेश दिए. इसके साथ ही उन्होंने रिस्पांस टाइम न्यूनतम रखे जाने के लिए तकनीकी सहयोग लिए जाने के भी निर्देश दिए हैं. लखनऊ के राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज की ट्रॉमा की क्षमता के विस्तार करने के साथ ही नए मेडिकल कॉलेजों में ट्रॉमा सुविधाओं को बेहतर रखने पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए.
प्रदेश में एंबुलेंस सेवा में जहां 2007 से 2012 में 988 एंबुलेस संचालित थी वहीं 2012 से 2017 तक सपा सरकार में 1488 एंबुलेंस संचालित थी. वहीं, योगी सरकार के कार्यकाल में एंबुलेंस सेवा के रिस्पांस टाइम को 15 मिनट करने के लिए 108 का विस्तार कर 2000 एंबुलेंस संचालित की गई. प्रदेश में गंभीर रोगियों के लिए अप्रैल 2017 से एडवांस लाईफ सपोर्ट एंबुलेंस की सेवा को शुरू किया गया. वर्तमान में 250 एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है. एंबुलेंस में एडवांस उपकरण जैसे कि वेंटिलेटर, डिफिब्रिलेटर, दवाएं और एक प्रशिक्षित मेडिकल टेक्निशियन की व्यवस्था रहती है. प्रदेशवासियों को यह सेवा निशुल्क उपलब्ध करायी जा रही है. अब तक 3.48 लाख रोगियों को सेवा प्रदान की जा चुकी है. एएलएस की संख्या को एक वर्ष में 250 से बढ़ाकर 375 और आगे 375 से बढ़ाकर 500 किया जाएगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने नौ हजार से अधिक एएनएम की नियुक्ति की जारी प्रक्रिया को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के आदेश दिए. प्रदेश सरकार के प्रथम 100 दिवस की कार्ययोजना में ये शामिल है. ऐसे में सीएम ने चयन प्रक्रिया में शुचिता और पारदर्शिता के साथ योग्य अभ्यर्थियों का चयन कर जल्द से जल्द उन्हें नियुक्ति देने के आदेश दिए हैं.
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