लखनऊः मुख्यमंत्री ने उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष और उच्च न्यायालय इलाहाबाद के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय यादव और प्राधिकरण के सदस्य सचिव अशोक कुमार का ई-पुस्तक के माध्यम से जागरूकता पैदा करने के लिए आभार व्यक्त किया. साथ ही कोरोना जागरूकता के लिए लिखी गई ई-किताब का वर्चुअल माध्यम से विमोचन किया.
ई-पुस्तक जागरूकता में उपयोगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-पुस्तक तथ्यात्मक और वैज्ञानिक जानकारी पर आधारित होने के कारण कोरोना के प्रति भ्रान्तियों को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी. यह ई-पुस्तक आज के समय के अनुरूप सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि इस ई-पुस्तक को पब्लिक पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाए, जिससे माध्यमिक, उच्च और प्राविधिक शिक्षण संस्थान ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से बच्चों को यह ई-पुस्तक पढ़ने के लिए जरूर कहें. कोविड की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में हमें सफलता मिली है. प्रदेश के 64 जिलों में आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट दी गई है.
स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई गईं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में देश और प्रदेश में कोरोना के खिलाफ एक रणनीतिक लड़ाई लड़ी जा रही है. जब प्रदेश में पहला कोविड मरीज मिला था, तब प्रदेश की टेस्ट क्षमता शून्य थी, वहीं आज यह क्षमता 3.5 लाख से चार लाख कोरोना टेस्ट प्रतिदिन की है. भारत की तुलना में अमेरिका, यूके, जर्मनी तथा फ्रांस जैसे विकसित देशों में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत है. इसके बावजूद वहां कोविड से मृत्यु दर काफी अधिक रही है.
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टेस्टिंग में पहले स्थान पर यूपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड केयर फण्ड बनाया, जिसमें सरकार के मंत्रियों, विधायकों, सांसदों व समाज के विभिन्न लोगों ने सहयोग किया. इससे लगभग 400 करोड़ रुपये मिले. इसका सदुपयोग नई टेस्टिंग लैब स्थापित करने में किया गया. आज प्रदेश में 80 आईसीयू और आइसोलेशन बेड स्थापित किए गए हैं. उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य होगा, जिसने पांच करोड़ कोरोना टेस्ट किए हैं.
कोविड से लड़ाई के लिए सरकार ने विशेषज्ञों का एक ग्रुप बनाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के बेहतर कोविड प्रबन्धन से महामारी पर प्रभावी अंकुश लगा है. दूसरी लहर के दौरान पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा था. इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने 14 विशेषज्ञों का एक एडवाइजरी ग्रुप बनाया, जो राज्य सरकार को सुझाव देता है. प्रदेश के सभी जिलों में पोस्ट कोविड वाॅर्ड स्थापित किये गये हैं, जहां पोस्ट कोविड काॅम्प्लीकेशन्स वाले मरीजों का उपचार किया जा रहा है. प्रदेश में कोविड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर पूरी सक्रियता से संचालित किये जा रहे हैं.
सीएम हेल्प लाइन के माध्यम से कोरोना मरीजों का हालचाल भी प्रतिदिन लिया जाता है. आंशिक कोरोना कर्फ्यू के कारण लोगों को भोजन की समस्या न हो, इसलिए कम्युनिटी किचन भी संचालित किये जा रहे हैं. इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव न्याय प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव संसदीय कार्य जेपी सिंह-द्वितीय, सूचना निदेशक शिशिर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.