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हर जिले में खोले जाएंगे साइबर थाने, फायर NOC प्रक्रिया होगी सरल, सीएम योगी ने दिए निर्देश

सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) ने शनिवार को गृह विभाग की हाई लेवल बैठक की. बैठक में सीएम योगी ने पुलिस, अग्निशमन, महिला सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

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सीएम योगी आदित्यनाथ
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Published : Oct 29, 2022, 2:20 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध को रोकने के लिए सीएम योगी ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी जिलों में साइबर थाना खोलने के निर्देश दिए हैं. वहीं, ड्रग के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस व यूपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (UP Anti Narcotics Task Force) से अभियान तेज करने को कहा है. सीएम ने शनिवार को गृह विभाग की बैठक में सीमावर्ती जिलों में यूपी पुलिस व एसएसबी की जॉइंट पेट्रोलिंग करने, महिलाओं की सुरक्षा व सरकारी योजनों को 100 प्रतिशत पात्र लोगों तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए हैं.

देश की आतंरिक सुरक्षा को लेकर हरियाणा के सूरजकुंड में 2 दिवसीय चिंतन शिविर में केन्द्रीय गृह मंत्री की सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद सीएम योगी ने आज गृह विभाग की हाई लेवल बैठक की. बैठक में सीएम योगी ने पुलिस, अग्निशमन, महिला सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

ड्रग्स माफिया के खिलाफ तेज होगा अभियान

सीएम योगी ने राज्य में मादक पदार्थों के अवैध निर्माण, खरीद-फ़रोख़्त और ड्रग ट्रैफिकिंग के विरुद्ध अभियान को और तेज करने की आवश्यकता बताई. उन्होंने कहा कि ड्रग्स के अवैध करोबार को रोकने के लिए संवेदनशील जिलों में सतर्कता और इंटेलिजेंस को और बेहतर करना होगा. अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ाई जाए. उन्होंने कहा कि गृह विभाग के साथ-साथ नगर विकास व ग्राम्य विकास विभाग को भी इस अभियान में सहयोग करना होगा. बेहतर समन्वय के साथ ड्रग माफिया के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.


सीमावर्ती जिलों में तैनात हों नौजवान कर्मचारी

सीएम योगी ने बैठक में उत्तर प्रदेश, नेपाल राष्ट्र के साथ-साथ उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार और दिल्ली से जुड़े जिलों में थाना, तहसील, विकास खंड सहित जिला प्रशासन में युवा, विजनरी और ऊर्जावान अधिकारियों की तैनाती करने के लिए कहा है. वहीं, इन सभी सीमावर्ती जिलों में केंद्र व राज्य सरकार की लाभार्थीपरक योजनाओं का 100 प्रतिशत लाभ देने के लिए निर्देश दिए. सीएम ने इन जिलों में मंडी, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल, अच्छे स्कूल, बेहतर परिवहन व्यवस्था करने के लिए भी कहा है. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सीमावर्ती जिलों में प्रदेश की पुलिस व एसएसबी के दल के साथ जॉइंट पेट्रिलिंग कराई जाए. एसएसबी के साथ बेहतर समन्वय बनाये रखें.


हर जिले में खोले जाएंगे साइबर थाने

सीएम ने साइबर सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज के दौर में साइबर सिक्योरिटी अहम विषय है. जोन के बाद अब प्रदेश के हर जिले में एक साइबर क्राइम थाना की स्थापना की जाए. इस बारे में जल्द से जल्द विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत किया जाए. वहीं, लखनऊ में निर्माणाधीन फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट के कार्य में तेजी की अपेक्षा है. गांधीनगर, गुजरात स्थित नेशनल फॉरेंसिक यूनिवेसर्टी के सहयोग से यहां के लिए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री पाठ्यक्रम तैयार कराये जाएं.

इसे भी पढे़-ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामला, सीएम योगी को मुख्य पक्षकार बनाने की घोषणा


फायर NOC प्रक्रिया को किया जाए सरल

सीएम योगी ने अग्निशमन एनओसी जारी करने की व्यवस्था को और व्यवहारिक व सरल बनाए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. इसके साथ-साथ अन्य आवश्यक बदलावों को अंगीकार करते हुए फायर एक्ट को और बेहतर बनाए जाने के लिए कहा है.


महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को किया जाएगा और मजबूत

बैठक में सीएम ने कहा कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के संकल्प की पूर्ति में सेफ सिटी परियोजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है. प्रदेश में इस परियोजना के माध्यम से लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत मॉडर्न कंट्रोल रूम, पिंक पुलिस बूथ, आशा ज्योति केंद्र, सीसीटीवी कैमरे, महिला थानों में परामर्शदाताओं के लिए हेल्प डेस्क, बसों में पैनिक बटन व अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने में सहायता मिली है.

उन्होंने कहा कि हाल के समय में महिला सुरक्षा व अपराध नियंत्रण में सीसीटीवी की महत्वपूर्ण भूमिका का हम सभी ने अनुभव किया है. वर्तमान में स्मार्ट सिटी परियोजना अंतर्गत स्थापित इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से शहरों की सुरक्षा व्यवस्था स्मार्ट हुई है. बड़ी संख्या में व्यापारीगणों ने सीसीटीवी लगाने में सहयोग किया है. हमें इसे एक मुहिम का रूप देना होगा. अंतर्विभागीय समन्वय के साथ कन्वर्जेंस के माध्यम से वित्तीय प्रबंधन करते हुए अधिकाधिक शहरों को सेफ सिटी बनाने की कोशिश करनी होगी.


'पिंक टॉयलेट अब बसों में लगाया जाए पैनिक बटन'

सीएम ने गृह, नगर विकास, आवास, संस्थागत वित्त और राज्य कर विभाग को निर्देश दिए हैं कि परस्पर बैठक कर जनसहयोग के माध्यम से सभी सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी, पिंक टॉयलेट, बसों में पैनिक बटन आदि सुरक्षा प्रबंध करने की कार्ययोजना तैयार करें. वहीं, सेफ सिटी परियोजना की उपयोगिता को देखते हुए सभी नगर निगमों तक इसका विस्तार किया जा सकता है. इस संबंध में कन्वर्जेंस को आधार बनाकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए.

यूपी पुलिस को किया जायेगा और मजबूत

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा नागरिक पुलिस बल है. उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी प्रोफेशनल दक्षता, योग्यता और कार्यकुशलता के लिए आज देश-दुनिया में सराहना प्राप्त कर रही है. पुलिस बल के आधुनिकीकरण के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जायें. उपकरण की जरूरत हो या ट्रेनिंग की, सभी आवश्यकताओं की पूर्ति तत्काल कराई जाए.

यह भी पढ़े-यूपी पुलिस में 4 साल से भर्ती न होने को लेकर वरुण गांधी ने योगी सरकार को घेरा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध को रोकने के लिए सीएम योगी ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी जिलों में साइबर थाना खोलने के निर्देश दिए हैं. वहीं, ड्रग के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस व यूपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (UP Anti Narcotics Task Force) से अभियान तेज करने को कहा है. सीएम ने शनिवार को गृह विभाग की बैठक में सीमावर्ती जिलों में यूपी पुलिस व एसएसबी की जॉइंट पेट्रोलिंग करने, महिलाओं की सुरक्षा व सरकारी योजनों को 100 प्रतिशत पात्र लोगों तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए हैं.

देश की आतंरिक सुरक्षा को लेकर हरियाणा के सूरजकुंड में 2 दिवसीय चिंतन शिविर में केन्द्रीय गृह मंत्री की सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद सीएम योगी ने आज गृह विभाग की हाई लेवल बैठक की. बैठक में सीएम योगी ने पुलिस, अग्निशमन, महिला सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

ड्रग्स माफिया के खिलाफ तेज होगा अभियान

सीएम योगी ने राज्य में मादक पदार्थों के अवैध निर्माण, खरीद-फ़रोख़्त और ड्रग ट्रैफिकिंग के विरुद्ध अभियान को और तेज करने की आवश्यकता बताई. उन्होंने कहा कि ड्रग्स के अवैध करोबार को रोकने के लिए संवेदनशील जिलों में सतर्कता और इंटेलिजेंस को और बेहतर करना होगा. अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ाई जाए. उन्होंने कहा कि गृह विभाग के साथ-साथ नगर विकास व ग्राम्य विकास विभाग को भी इस अभियान में सहयोग करना होगा. बेहतर समन्वय के साथ ड्रग माफिया के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.


सीमावर्ती जिलों में तैनात हों नौजवान कर्मचारी

सीएम योगी ने बैठक में उत्तर प्रदेश, नेपाल राष्ट्र के साथ-साथ उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार और दिल्ली से जुड़े जिलों में थाना, तहसील, विकास खंड सहित जिला प्रशासन में युवा, विजनरी और ऊर्जावान अधिकारियों की तैनाती करने के लिए कहा है. वहीं, इन सभी सीमावर्ती जिलों में केंद्र व राज्य सरकार की लाभार्थीपरक योजनाओं का 100 प्रतिशत लाभ देने के लिए निर्देश दिए. सीएम ने इन जिलों में मंडी, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल, अच्छे स्कूल, बेहतर परिवहन व्यवस्था करने के लिए भी कहा है. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सीमावर्ती जिलों में प्रदेश की पुलिस व एसएसबी के दल के साथ जॉइंट पेट्रिलिंग कराई जाए. एसएसबी के साथ बेहतर समन्वय बनाये रखें.


हर जिले में खोले जाएंगे साइबर थाने

सीएम ने साइबर सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज के दौर में साइबर सिक्योरिटी अहम विषय है. जोन के बाद अब प्रदेश के हर जिले में एक साइबर क्राइम थाना की स्थापना की जाए. इस बारे में जल्द से जल्द विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत किया जाए. वहीं, लखनऊ में निर्माणाधीन फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट के कार्य में तेजी की अपेक्षा है. गांधीनगर, गुजरात स्थित नेशनल फॉरेंसिक यूनिवेसर्टी के सहयोग से यहां के लिए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री पाठ्यक्रम तैयार कराये जाएं.

इसे भी पढे़-ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामला, सीएम योगी को मुख्य पक्षकार बनाने की घोषणा


फायर NOC प्रक्रिया को किया जाए सरल

सीएम योगी ने अग्निशमन एनओसी जारी करने की व्यवस्था को और व्यवहारिक व सरल बनाए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. इसके साथ-साथ अन्य आवश्यक बदलावों को अंगीकार करते हुए फायर एक्ट को और बेहतर बनाए जाने के लिए कहा है.


महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को किया जाएगा और मजबूत

बैठक में सीएम ने कहा कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के संकल्प की पूर्ति में सेफ सिटी परियोजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है. प्रदेश में इस परियोजना के माध्यम से लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत मॉडर्न कंट्रोल रूम, पिंक पुलिस बूथ, आशा ज्योति केंद्र, सीसीटीवी कैमरे, महिला थानों में परामर्शदाताओं के लिए हेल्प डेस्क, बसों में पैनिक बटन व अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने में सहायता मिली है.

उन्होंने कहा कि हाल के समय में महिला सुरक्षा व अपराध नियंत्रण में सीसीटीवी की महत्वपूर्ण भूमिका का हम सभी ने अनुभव किया है. वर्तमान में स्मार्ट सिटी परियोजना अंतर्गत स्थापित इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से शहरों की सुरक्षा व्यवस्था स्मार्ट हुई है. बड़ी संख्या में व्यापारीगणों ने सीसीटीवी लगाने में सहयोग किया है. हमें इसे एक मुहिम का रूप देना होगा. अंतर्विभागीय समन्वय के साथ कन्वर्जेंस के माध्यम से वित्तीय प्रबंधन करते हुए अधिकाधिक शहरों को सेफ सिटी बनाने की कोशिश करनी होगी.


'पिंक टॉयलेट अब बसों में लगाया जाए पैनिक बटन'

सीएम ने गृह, नगर विकास, आवास, संस्थागत वित्त और राज्य कर विभाग को निर्देश दिए हैं कि परस्पर बैठक कर जनसहयोग के माध्यम से सभी सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी, पिंक टॉयलेट, बसों में पैनिक बटन आदि सुरक्षा प्रबंध करने की कार्ययोजना तैयार करें. वहीं, सेफ सिटी परियोजना की उपयोगिता को देखते हुए सभी नगर निगमों तक इसका विस्तार किया जा सकता है. इस संबंध में कन्वर्जेंस को आधार बनाकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए.

यूपी पुलिस को किया जायेगा और मजबूत

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा नागरिक पुलिस बल है. उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी प्रोफेशनल दक्षता, योग्यता और कार्यकुशलता के लिए आज देश-दुनिया में सराहना प्राप्त कर रही है. पुलिस बल के आधुनिकीकरण के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जायें. उपकरण की जरूरत हो या ट्रेनिंग की, सभी आवश्यकताओं की पूर्ति तत्काल कराई जाए.

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