लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी अस्पतालों, नर्सिंग होम एवं अन्य चिकित्सा संस्थानों में फायर सेफ्टी के सभी प्रबन्ध निर्धारित मानकों के अनुरूप किये जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में फायर सेफ्टी के सम्बन्ध में की गयी व्यवस्था का सत्यापन किया जाए. यह सुनिश्चित कराया जाए कि अस्पतालों में फायर सेफ्टी से सम्बन्धित उपकरण हों और इसको चलाने वाले ऑपरेटर भी हों.
सीएम ने अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर बैठक कर अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोविड की संक्रमण दर में काफी कमी आयी है, लेकिन संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए कोविड से बचाव और उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखी जाए.
कोविड के नये स्ट्रेन को लेकर सतर्कता
सीएम ने कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरते जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यूके समेत अन्य ऐसे देश जहां नया स्ट्रेन मिला है, उन देशों से प्रदेश में आये लोगों को न्यूनतम सात दिन क्वारंटीन किया जाए. साथ ही इन व्यक्तियों में संक्रमण की जांच भी की जाए.
केजीएमयू ने 10 लाख जांच करने वाला इकलौता संस्थान
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में वायरोलॉजी सेन्टर की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इसे नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ वायरोलाॅजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए टेस्टिंग को पूरी क्षमता से जारी रखा जाए. उन्होंने कहा कि केजीएमयू, लखनऊ देश का एक मात्र संस्थान है, जिसने 10 लाख आरटीपीसीआर टेस्ट किए हैं. यह एक बड़ी उपलब्धि है.
वैक्सीनेशन की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कोरोना वैक्सिनेशन के सम्बन्ध में सभी तैयारियां समय से पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वैक्सिनेशन कार्य के लिए प्रभावी कोल्ड चेन, सुरक्षित स्टोरेज तथा सुगम ट्रांसपोर्टेशन के समस्त प्रबन्ध भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप किए जाएं. उन्होंने कोरोना वैक्सिनेशन के लिए की जा रही कार्रवाई की नियमित माॅनीटरिंग करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वैक्सिनेशन के प्रथम चरण के दौरान प्रदेश में 1500 वैक्सिनेशन सेन्टर्स के तीन हजार बूथ पर टीकाकरण कार्य किया जाएगा. इसके लिए 1300 कोल्ड चेन स्थापित हो चुकी हैं.
मुख्यमंत्री आरोग्य मेले की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 जनवरी से पुनः प्रारम्भ हो रहे मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के आयोजन की सभी तैयारियां कर ली जाएं. इस अवसर पर आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के सम्बन्ध में लोगों को जानकारी दी जाए. पात्र लाभार्थियों को इन योजनाओं के गोल्डन कार्ड भी वितरित किए जाएं.
श्रमिक आयोग की संस्तुतियों को जमीन पर उतारें
विभागीय समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग' की संस्तुतियों तथा निर्णयों के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में जिला एवं मण्डल स्तर पर नियमित समीक्षा की जाए. उन्होंने समीक्षा के क्रम में की गयी कार्रवाई की रिर्पोट शासन को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए, ताकि श्रमिकों के हित में समय पर कदम उठाए जा सकें. उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.
औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के क्षेत्रों को किया जाए विकसित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के त्वरित औद्योगिक विकास के लिए कृतसंकल्पित है. इसे ध्यान में रखकर प्रदेश में निवेशकों, उद्यमियों एवं उद्योगपतियों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. उन्होंने औद्योगिक विकास प्राधिकरणों द्वारा संचालित औद्योगिक क्षेत्रों में सड़क, बिजली आदि की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.