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लखनऊ: सीएम योगी के निर्देश, ड्रिप सिंचाई की तकनीक सीखने इजराइल जाएं अधिकारी - cm yogi news

सीएम योगी ने गुरुवार लोकभवन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की है. कम पानी में सिंचाई करने के लिए ड्रिप सिंचाई की व्यवस्था उत्तर प्रदेश में लागू करने के लिए सरकार गंभीर है. सीएम योगी ने निर्देश दिए है कि ड्रिप सिंचाई की तकनीक सीखने के लिए अधिकारी इजराइल जाकर अध्ययन करें और प्रदेश में लागू करें.

सीएम योगी के निर्देश ड्रिप सिंचाई की तकनीक सीखने इजराइल जाएं अधिकारी
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Published : Jun 14, 2019, 12:51 AM IST

लखनऊ : गुरुवार को सीएम योगी ने लोक भवन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की है. ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा दिये जाने पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए अधिकारी इजराइल जाकर इस तकनीक का अध्ययन कर इसे प्रदेश में लागू करें. किसानों को ड्रिप सिंचाई के बारे में जागरूक करें. ड्रिप सिंचाई के माध्यम से खेती की उर्वरता को अक्षुण्ण बनाये रखने में मदद मिलेगी.

सीएम योगी ने सिंचाई परियोजनाओं को लेकर की बैठक

  • सीएम योगी ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत बाणसागर, अर्जुन सहायक, मध्य गंगा नहर परियोजना-2, सरयू नहर आदि सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा की.
  • सभी परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की.
  • अधिकारियों को नहर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से और पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए.
  • सिंचाई विभाग को नहरों को पूरा करने में जिला प्रशासन का सहयोग लेने को कहा गया.
  • सीएम ने नहरों की सिल्ट सफाई 30 जून तक पूरी कराने के निर्देश दिए हैं.
  • कनहर सिंचाई परियोजना की प्रगति जानकारी ली और इसे शीघ्र पूरा करने को कहा गया है.

समय रहते भूजल के स्तर को बनाए रखने की व्यवस्था नहीं की गई, तो भविष्य में एक बड़ा संकट खड़ा होगा. इसके लिए भू-जल संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण जरूरी है. वर्षा जल प्रत्यक्ष भू-जल रीचार्ज का प्रमुख कारक है. सतही एवं भूजल संसाधनों से की जाने वाली सिंचाई से भी आंशिक रूप से भू-जल रीचार्ज होता है.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी

लखनऊ : गुरुवार को सीएम योगी ने लोक भवन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की है. ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा दिये जाने पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए अधिकारी इजराइल जाकर इस तकनीक का अध्ययन कर इसे प्रदेश में लागू करें. किसानों को ड्रिप सिंचाई के बारे में जागरूक करें. ड्रिप सिंचाई के माध्यम से खेती की उर्वरता को अक्षुण्ण बनाये रखने में मदद मिलेगी.

सीएम योगी ने सिंचाई परियोजनाओं को लेकर की बैठक

  • सीएम योगी ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत बाणसागर, अर्जुन सहायक, मध्य गंगा नहर परियोजना-2, सरयू नहर आदि सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा की.
  • सभी परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की.
  • अधिकारियों को नहर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से और पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए.
  • सिंचाई विभाग को नहरों को पूरा करने में जिला प्रशासन का सहयोग लेने को कहा गया.
  • सीएम ने नहरों की सिल्ट सफाई 30 जून तक पूरी कराने के निर्देश दिए हैं.
  • कनहर सिंचाई परियोजना की प्रगति जानकारी ली और इसे शीघ्र पूरा करने को कहा गया है.

समय रहते भूजल के स्तर को बनाए रखने की व्यवस्था नहीं की गई, तो भविष्य में एक बड़ा संकट खड़ा होगा. इसके लिए भू-जल संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण जरूरी है. वर्षा जल प्रत्यक्ष भू-जल रीचार्ज का प्रमुख कारक है. सतही एवं भूजल संसाधनों से की जाने वाली सिंचाई से भी आंशिक रूप से भू-जल रीचार्ज होता है.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी

Intro:लखनऊ। कम पानी में सिंचाई करने के लिए ड्रिप सिंचाई की व्यवस्था उत्तर प्रदेश में लागू करने के लिए सरकार गंभीर है। सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि ड्रिप सिंचाई की तकनीक सीखने के लिए अधिकारी इजराइल जाकर अध्ययन करें और प्रदेश में लागू करें। मुख्यमंत्री ने आज लोक भवन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए हैं। 


Body:ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा दिये जाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए अधिकारी इजराइल जाकर इस तकनीक का अध्ययन कर इसे प्रदेश में लागू करें। किसानों को ड्रिप सिंचाई के बारे में जागरूक करें। ड्रिप सिंचाई के माध्यम से खेती की उर्वरता को अक्षुण्ण बनाये रखने में मदद मिलेगी। 

सीएम योगी ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत बाणसागर, अर्जुन सहायक, मध्य गंगा नहर परियोजना-2, सरयू नहर आदि सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा की गई। 

सभी परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बुन्देलखण्ड क्षेत्र की पहुंज बांध स्पिलवे, पहाड़ी आधुनिकीकरण परियोजना तथा जमरार बांध परियोजना की प्रगति के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। 

अधिकारियों को नहर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से और पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग को नहरों को पूरा करने में जिला प्रशासन का सहयोग लेने को कहा गया। 

सीएम ने नहरों की सिल्ट सफाई 30 जून तक पूरी कराने के निर्देश दिए। कनहर सिंचाई परियोजना की प्रगति जानकारी ली और इसे शीघ्र पूरा करने को कहा।

बाढ़ बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां बाढ़ से सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम करने, उत्तर प्रदेश वाॅटर सेक्टर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना के द्वितीय चरण को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस परियोजना के बनने से लाभान्वित होने वाले जनपदों में फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, ललितपुर, कासगंज, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, फर्रूखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात एवं कानपुर नगर शामिल हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि समय रहते भूजल के स्तर को बनाए रखने की व्यवस्था नहीं की गई तो भविष्य में एक बड़ा संकट खड़ा होगा। इसके लिए भूजल संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्षा जल प्रत्यक्ष भूजल रीचार्ज का प्रमुख कारक है। सतही एवं भूजल संसाधनों से की जाने वाली सिंचाई से भी आंशिक रूप से भूजल रीचार्ज होता है।


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