लखनऊ: राजधानी में सीएम योगी ने टीम 11 सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में कानपुर कांड को लेकर चर्चा की गई. बैठक में कानपुर कांड के अभियुक्त विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद यूपी लाए जाने को लेकर चर्चा की गई. बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी भी मौजूद रहे. साथ ही विकास को ट्रांजिट रिमांड पर लाने को लेकर भी चर्चा हुई. विकास दुबे को लेकर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से भी सीएम योगी की बात हो चुकी है. सीएम की बैठक में विकास दुबे की सुरक्षित वापसी को लेकर चर्चा की गई.
कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर गैंगस्टर विकास दुबे फरार चल रहा था. उसके 5 साथियों का एनकाउंटर कर दिया गया था. इसके बाद विकास दुबे उज्जैन के महाकाल पहुंचा जहां महाकाल मंदिर की सुरक्षा एजेंसी ने उसे पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया. विकास दुबे ने महाकाल के दर्शन के बाद सरेंडर किया था. विकास दुबे को पुलिस महाकाल थाने से अज्ञात स्थान पर लेकर गई.
विकास दुबे पर पहले 50 हजार का इनाम रखा गया था जो बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया. यूपी से लेकर हरियाणा, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिये ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही थी. नेपाल बॉर्डर से लेकर यूपी के हर जिले में यूपी पुलिस के मोस्ट वांटेड विकास दुबे के पोस्टर चिपकाये गए थे.
दरअसल, यूपी पुलिस विकास को पकड़ना चाहती थी, लेकिन विकास पकड़ा नहीं गया. विकास उज्जैन महाकाल मंदिर से पकड़ा गया. गैंगस्टर विकास को उज्जैन पुलिस ने पकड़ा है. यूपी पुलिस के लिए यह बड़ा झटका है. निश्चित तौर पर सीएम योगी इसको लेकर पुलिस अफसरों पर नाराज होंगे. शासन के सूत्रों के मुताबिक यूपी पुलिस की टीम उज्जैन के लिए रवाना हो गई है. कानूनी प्रक्रिया पूरी करके अभियुक्त विकास दुबे को यूपी लाया जाएगा.