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भ्रष्टाचार पर सीएम सख्त, बर्खास्त अभियंता की संपत्ति जब्त करने के दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बस्ती मंडल में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली. साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए.

मंडलीय समीक्षा बैठक
मंडलीय समीक्षा बैठक
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Published : Sep 16, 2020, 3:18 AM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान बस्ती में सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए अधिशासी अभियंता की संपत्ति जब्त किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है. भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए गए लोगों के खिलाफ प्रदेश सरकार कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने अवगत कराया कि संबंधित अधिशासी अभियंता को पूर्व से ही सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री ने कोरोना चुनौतियों का सामना करते हुए सभी सावधानियां बरतकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. विकास परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे लागत में कमी आती है. जनता को समय से इसका लाभ मिलता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्ट्रेट भवन तथा विकास भवन का निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए, जिससे जिला स्तरीय समस्त अधिकारियों के कार्यालय वहां संचालित किए जा सकें. उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन बस्ती के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराए जाने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री ने मनरेगा के माध्यम से नदियों के जलजमाव को दूर करने और कृषि से जुड़े कार्यों को कराए जाने के निर्देश दिए हैं. विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं के लिए भूमि की समय से उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. इससे परियोजना को शीघ्र प्रारंभ करते हुए निर्धारित समय अवधि में पूरा कराया जा सकता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित किए जाएं. 75% कार्य पूर्ण होने पर यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट निर्गत किया जाए, जिससे शासन स्तर से धनराशि निर्गत की जा सके. उन्होंने कार्यों के भौतिक सत्यापन की व्यवस्था बनाए जाने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने और रामजानकी मार्ग को मोटरेबल बनाए जाने के लिए भी निर्देश दिए हैं.

बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि बस्ती मंडल में 50 करोड़ से अधिक लागत की चार परियोजनाएं हैं. इनमें बस्ती की एक, संत कबीर नगर की एक, सिद्धार्थनगर की दो परियोजनाएं शामिल हैं. बस्ती में महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति 91% है. मेडिकल कॉलेज वर्तमान में संचालित है. सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है. सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु तेजी से निर्माणाधीन है. संत कबीर नगर में संत कबीर अकादमी की स्थापना कराई जा रही है. इस परियोजना का 55% कार्य संपादित हो चुका है. आजमगढ़-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मंडल के संतकबीर नगर में आंशिक रूप से गुजरेगा. इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ शासन के अधिकारी मौजूद रहे. वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंडल स्तर, जिला स्तर के अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा गया था.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: प्रतीक्षारत आठ आईएएस अफसरों को मिली नई तैनाती

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान बस्ती में सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए अधिशासी अभियंता की संपत्ति जब्त किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है. भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए गए लोगों के खिलाफ प्रदेश सरकार कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने अवगत कराया कि संबंधित अधिशासी अभियंता को पूर्व से ही सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री ने कोरोना चुनौतियों का सामना करते हुए सभी सावधानियां बरतकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. विकास परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे लागत में कमी आती है. जनता को समय से इसका लाभ मिलता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्ट्रेट भवन तथा विकास भवन का निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए, जिससे जिला स्तरीय समस्त अधिकारियों के कार्यालय वहां संचालित किए जा सकें. उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन बस्ती के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराए जाने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री ने मनरेगा के माध्यम से नदियों के जलजमाव को दूर करने और कृषि से जुड़े कार्यों को कराए जाने के निर्देश दिए हैं. विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं के लिए भूमि की समय से उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. इससे परियोजना को शीघ्र प्रारंभ करते हुए निर्धारित समय अवधि में पूरा कराया जा सकता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित किए जाएं. 75% कार्य पूर्ण होने पर यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट निर्गत किया जाए, जिससे शासन स्तर से धनराशि निर्गत की जा सके. उन्होंने कार्यों के भौतिक सत्यापन की व्यवस्था बनाए जाने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने और रामजानकी मार्ग को मोटरेबल बनाए जाने के लिए भी निर्देश दिए हैं.

बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि बस्ती मंडल में 50 करोड़ से अधिक लागत की चार परियोजनाएं हैं. इनमें बस्ती की एक, संत कबीर नगर की एक, सिद्धार्थनगर की दो परियोजनाएं शामिल हैं. बस्ती में महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति 91% है. मेडिकल कॉलेज वर्तमान में संचालित है. सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है. सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु तेजी से निर्माणाधीन है. संत कबीर नगर में संत कबीर अकादमी की स्थापना कराई जा रही है. इस परियोजना का 55% कार्य संपादित हो चुका है. आजमगढ़-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मंडल के संतकबीर नगर में आंशिक रूप से गुजरेगा. इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ शासन के अधिकारी मौजूद रहे. वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंडल स्तर, जिला स्तर के अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा गया था.

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