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लखनऊ: जन्माष्टमी के भव्य आयोजन पर सरकार का पूरा जोर

योगी सरकार मथुरा वृंदावन में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य महोत्सव आयोजन करने जा रही है. सरकरा के इस धार्मिक पहल की जहां लोग सराहना कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसे राजनीतिक समीकरण से जोड़ने का प्रयास भी कर रहे हैं.

कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य आयोजन कर रही प्रदेश सरकार
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Published : Aug 10, 2019, 7:15 PM IST

लखनऊ: कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर मथुरा समेत पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. सरकार के प्रदेश भर में धार्मिक आयोजन करने के फैसले को सियासी समीकरण के रुप में देखा जा रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रचंड जीत के बाद अब योगी सरकार के निशाने पर 2022 में यूपी का विधानसभाी चुनाव है.

मथुरा में आयोजित हो रहा कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम-
कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम का मुख्य आयोजन रामलीला मैदान मथुरा में होगा. कार्यक्रम की व्यवस्था का भार अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को सौंप दी गई है. सीएम योगी के निर्देश पर प्रमुख सचिव नगर विकास को कार्यक्रम के मद्देनजर अस्थाई शौचालय बनवाने के लिए कहा गया है. आवास व्यवस्था में होटल आदि का प्रबंध भी पर्यटन विभाग ही करेगा.

जानकारी देते संवाददाता.
इन्हें मिली जिम्मेदारीमुख्य स्थल के अलावा अन्य स्थलों और छोटे मंचों के संबंध में 16 स्थलों का चयन किया गया है, जिसमें भारतपुर गेट को भी जोड़े जाने का निर्देश दिया गया है. सभी मंचों पर आधारभूत सुविधाओं का विकास उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा ही स्थानीय स्पॉन्सरशिप से करेगा. सांध्य कालीन कार्यक्रमों में शोभायात्रा के कलाकारों को भी उचित अनुसार अवसर दिया जाएगा.शंकर महादेवन का होगा कार्यक्रमसरकार के स्तर पर जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिरों की सजावट एवं लाइटिंग की भी तैयारी की गई है. मुख्य मंच पर 24 अगस्त को शंकर महादेवन का कार्यक्रम होगा. इसी दिन सुश्री गीतांजलि शर्मा का ब्रज रास का कार्यक्रम भी कराया जाएगा. गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आयोजन विशेष रूप से प्रस्तावित किए गए हैं.

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मथुरा: जन्माष्टमी पर विदेशी कलाकार बिखेरेंगे अपना जलवा

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जब से बनी है तब से होली, दिवाली, दशहरा को भव्य रूप से मनाया जा रहा है. हां जरूर कृष्ण जन्माष्टमी प्रदेश के सभी पुलिस थानों में मनाने से अखिलेश सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था लेकिन योगी सरकार में भव्य और शांतिपूर्ण तरीके से धार्मिक आयोजन करने का सभी को अधिकार है.
-नरेंद्र सिंह राणा, बीजेपी प्रवक्ता, यूपी

जिस प्रकार से अयोध्या में दिवाली के लिए सरकार ने पहले से ही बजट का निर्धारण कर दिया है उससे सरकार की मंशा साफ दिखती है. योगी सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाह रही है. इससे न सिर्फ धार्मिक संस्कृति का विस्तार होगा बल्कि आर्थिक रूप से भी प्रदेश समृद्ध होगा. जन्माष्टमी अभी मथुरा में हो रहा है तो हो सकता है कि आगे पूरे प्रदेश भर में कई तरीके से जन्माष्टमी का आयोजन किया जाए.
-सुरेश बहादुर सिंह, राजनीतिक विश्लेषक

लखनऊ: कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर मथुरा समेत पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. सरकार के प्रदेश भर में धार्मिक आयोजन करने के फैसले को सियासी समीकरण के रुप में देखा जा रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रचंड जीत के बाद अब योगी सरकार के निशाने पर 2022 में यूपी का विधानसभाी चुनाव है.

मथुरा में आयोजित हो रहा कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम-
कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम का मुख्य आयोजन रामलीला मैदान मथुरा में होगा. कार्यक्रम की व्यवस्था का भार अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को सौंप दी गई है. सीएम योगी के निर्देश पर प्रमुख सचिव नगर विकास को कार्यक्रम के मद्देनजर अस्थाई शौचालय बनवाने के लिए कहा गया है. आवास व्यवस्था में होटल आदि का प्रबंध भी पर्यटन विभाग ही करेगा.

जानकारी देते संवाददाता.
इन्हें मिली जिम्मेदारीमुख्य स्थल के अलावा अन्य स्थलों और छोटे मंचों के संबंध में 16 स्थलों का चयन किया गया है, जिसमें भारतपुर गेट को भी जोड़े जाने का निर्देश दिया गया है. सभी मंचों पर आधारभूत सुविधाओं का विकास उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा ही स्थानीय स्पॉन्सरशिप से करेगा. सांध्य कालीन कार्यक्रमों में शोभायात्रा के कलाकारों को भी उचित अनुसार अवसर दिया जाएगा.शंकर महादेवन का होगा कार्यक्रमसरकार के स्तर पर जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिरों की सजावट एवं लाइटिंग की भी तैयारी की गई है. मुख्य मंच पर 24 अगस्त को शंकर महादेवन का कार्यक्रम होगा. इसी दिन सुश्री गीतांजलि शर्मा का ब्रज रास का कार्यक्रम भी कराया जाएगा. गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आयोजन विशेष रूप से प्रस्तावित किए गए हैं.

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मथुरा: जन्माष्टमी पर विदेशी कलाकार बिखेरेंगे अपना जलवा

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जब से बनी है तब से होली, दिवाली, दशहरा को भव्य रूप से मनाया जा रहा है. हां जरूर कृष्ण जन्माष्टमी प्रदेश के सभी पुलिस थानों में मनाने से अखिलेश सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था लेकिन योगी सरकार में भव्य और शांतिपूर्ण तरीके से धार्मिक आयोजन करने का सभी को अधिकार है.
-नरेंद्र सिंह राणा, बीजेपी प्रवक्ता, यूपी

जिस प्रकार से अयोध्या में दिवाली के लिए सरकार ने पहले से ही बजट का निर्धारण कर दिया है उससे सरकार की मंशा साफ दिखती है. योगी सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाह रही है. इससे न सिर्फ धार्मिक संस्कृति का विस्तार होगा बल्कि आर्थिक रूप से भी प्रदेश समृद्ध होगा. जन्माष्टमी अभी मथुरा में हो रहा है तो हो सकता है कि आगे पूरे प्रदेश भर में कई तरीके से जन्माष्टमी का आयोजन किया जाए.
-सुरेश बहादुर सिंह, राजनीतिक विश्लेषक

Intro:लखनऊ। अयोध्या में दिवाली काशी में देव दिवाली और मथुरा वृंदावन में होली मना कर सुर्खियां बटोरने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार अब मथुरा वृंदावन में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव भव्य तरीके से मनाने जा रही है। कृष्ण जन्मोत्सव पर मथुरा समेत पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। सरकार के इस फैसले को प्रदेश में चौतरफा धार्मिक स्थलों पर धार्मिक आयोजन कर के सरकार द्वारा सियासी समीकरण साधने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हुई प्रचंड जीत के बाद अब योगी सरकार के निशाने पर आगामी उपचुनाव और 2022 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं।


Body:वीओ-1 योगी सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम का मुख्य आयोजन रामलीला मैदान मथुरा में होगा। यहां की व्यवस्था अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को सौंप दी गई है। सरकार के स्तर पर कृष्ण जन्माष्टमी पहली बार मनाई जा रही है। सरकार का कहना है कि यह वही प्रदेश है जहाँ पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार ने पुलिस थानों में जन्माष्टमी मनाने पर रोक लगा दी थी।

बाईट- यूपी बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सिंह राणा कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जब से बनी है तब से होली, दिवाली, दशहरा को भव्य रूप से मनाया जा रहा है। अयोध्या में दिवाली तो मथुरा में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। हां जरूर यह विवाद समाजवादी पार्टी ने शुरू किया था कि जो कृष्ण जन्माष्टमी प्रदेश के सभी पुलिस थानों में मनाई जाती रही है उसे अखिलेश सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था। योगी सरकार में भव्य और शांतिपूर्ण तरीके से धार्मिक आयोजन करने का सभी को अधिकार है। हम लोग होली, दिवाली और दशहरा मना रहे हैं। तो ईद मनाने वाले लोगों को बधाई भी देते हैं। उन्हें भी त्योहार मनाने का पूरा अधिकार है।

वीओ-2-सीएम योगी का निर्देश पर प्रमुख सचिव नगर विकास से कार्यक्रम के मद्देनजर अस्थाई शौचालय बनाने के लिए कहा गया है। सूचना विभाग लाइव स्क्रीन तथा 10 से 12 स्थानों पर एलईडी वैन की व्यवस्था करेगा। वहीं बजट व्यवस्था के संबंध में मुख्य मंच तथा शंकर महादेवन का कार्यक्रम पर्यटन विभाग द्वारा। लोक एवं स्थानीय कलाकारों का कार्यक्रम संस्कृति विभाग द्वारा किया जाएगा। आवास व्यवस्था में होटल आदि का प्रबंध भी पर्यटन विभाग द्वारा ही किया जाएगा। जिसके संबंध में संस्कृति विभाग के संबंधित अधिकारी पर्यटन विभाग के स्थानीय अधिकारियों से उचित समन्वय स्थापित करेंगे।

बाईट- राजनीतिक विश्लेषक सुरेश बहादुर सिंह कहते हैं कि जिस प्रकार से अयोध्या में दिवाली के लिए सरकार ने पहले से ही बजट का निर्धारण कर दिया है। उससे सरकार की मंशा साफ दिखती है। योगी सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाह रही है। इससे ना सिर्फ धार्मिक संस्कृति का विस्तार होगा बल्कि आर्थिक रूप से भी प्रदेश समृद्ध होगा। रोजगार उत्पन्न होंगे। इसीलिए इस बार मुख्यमंत्री ने कृष्ण जन्माष्टमी के आयोजन की तैयारी की है। अभी मथुरा में किया जा रहा है। हो सकता है कि आगे पूरे प्रदेश भर में कई तरीके से जन्माष्टमी का आयोजन किया जाए। इससे हमारी संस्कृति का देश विदेश में प्रचार-प्रसार होगा और पर्यटक ज्यादा संख्या में आएंगे।


Conclusion:इन्हें मिली जिम्मेदारी

मुख्य स्थल के अलावा अन्य स्थलों तथा छोटे मंचों के संबंध में 16 स्थलों का चयन किया गया है। जिसमें भारतपुर गेट को भी जोड़े जाने का निर्देश दिया गया है। सभी मंचों पर आधारभूत सुविधाओं का विकास उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा द्वारा स्थानीय स्पॉन्सरशिप से किया जाएगा। इन मंचों पर ब्रज के कलाकारों को विशेष रूप से अवसर प्रदान किया जाएगा। सांध्य कालीन कार्यक्रमों में शोभायात्रा के कलाकारों को भी उचित अनुसार अवसर दिया जाएगा।

शंकर महादेवन का होगा कार्यक्रम

सरकार के स्तर पर जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिरों की सजावट एवं लाइटिंग की भी तैयारी की गई है। मुख्य मंच एवं छोटे मंचों पर आयोजन की रूपरेखा के संबंध में निर्णय हुआ है कि मुख्य मंच पर 24 अगस्त को शंकर महादेवन का कार्यक्रम कराया जाएगा। उसके पश्चात अक्षय पात्र संस्था द्वारा कृष्णा अभिषेक का कार्यक्रम होगा। इसी दिन सुश्री गीतांजलि शर्मा का ब्रज रास का कार्यक्रम कराया जाएगा। अन्य दो दिन के लिए दिल्ली की कृष्ण लीला तथा मथुरा के दो-दो आयोजन चरकुला एवं मयूर नृत्य किया जाएगा। गुजरात मध्य प्रदेश महाराष्ट्र के आयोजन विशेष रूप से प्रस्तावित किए गए हैं।
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