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मुख्यमंत्री ने जुलाई-अगस्त तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तैयार करने के दिए निर्देश

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Published : Jun 5, 2021, 4:19 AM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को आगामी दो महीने में शुरू कर देने का सख्त निर्देश दिया है.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तैयार करने के दिए निर्देश
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तैयार करने के दिए निर्देश

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (purvanchal expressway) के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे जुलाई-अगस्त तक पूरा किया जाए, ताकि इसे लोगों के आवागमन के लिए शीघ्र उपलब्ध कराया जा सके.

अक्टूबर तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो शुरू

मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के कार्यों को अक्टूबर-नवम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के कार्यों में तेजी लाते हुए इसे निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण कर सितम्बर-अक्टूबर तक इसका शिलान्यास करवाकर निर्माण कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के त्वरित एवं चहुंमुखी विकास के लिए कटिबद्ध है. विकास से पूरे प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित होंगे और समाज में खुशहाली आएगी.

पढ़ें- यूपी में अनाथ बच्चों के लिए 'मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' की हुई शुरुआत

एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ जनसुविधाओं का हो विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चारों एक्सप्रेस-वे के क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों के साथ-साथ नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित किए जाने की सम्भावना बढ़ जाएगी. प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के कार्यों के साथ-साथ दोनों तरफ जनसुविधाओं के विकास, पेट्रोल पम्प, रेस्टोरेंट को भी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि इन एक्सप्रेस-वे के संचालन के उपरान्त लोगों को असुविधा न हो. मुख्यमंत्री ने सभी एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य के साथ-साथ साइनेज की स्थापना और मार्ग प्रकाश की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग और एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की जाए. इसके अलावा जिन जिलों से एक्सप्रेस-वे गुजर रहे हैं, वहां की स्थानीय लोक कलाओं को पेण्टिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया जाए.

निर्माण कंपनियां प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाएंगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में लगी कम्पनियों को अपने-अपने पैकेज के अन्तर्गत आने वाले सभी गांवों के विद्यालयों में एक-एक स्मार्ट क्लास बनाने के लिए कहा जाए. उन्होंने सभी एक्सप्रेस-वे के इर्द-गिर्द सघन वृक्षारोपण के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में स्थानीय ग्राम वासियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए.

90 प्रतिशत से अधिक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की भौतिक प्रगति

समीक्षा बैठक में चारों एक्सप्रेस-वे की प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण करते हुए यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से प्रारम्भ होकर बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर गुजरेगा. इसकी लम्बाई 340.824 किमी है. एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं आठ लेन चैड़ाई की निर्माणाधीन हैं. इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, सात आरओबी, सात दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अंडरपास और 503 पुलियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है.


परियोजना की कुल अनुमानित लागत 22 हजार 494.66 करोड़ रुपये और सिविल निर्माण की अनुबंधित लागत 11 हजार 216.10 करोड़ रुपये है. निर्माण के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल आठ पैकेजों में विभक्त किया गया है. परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है.

गंगा एक्सप्रेस-वे का तेजी से हो रहा भूमि अधिग्रहण कार्य

यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि मेरठ जिला से प्रारम्भ होकर प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किमी लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, अवस्थापना एवं औद्यागिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव वित्त एस राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (purvanchal expressway) के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे जुलाई-अगस्त तक पूरा किया जाए, ताकि इसे लोगों के आवागमन के लिए शीघ्र उपलब्ध कराया जा सके.

अक्टूबर तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो शुरू

मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के कार्यों को अक्टूबर-नवम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के कार्यों में तेजी लाते हुए इसे निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण कर सितम्बर-अक्टूबर तक इसका शिलान्यास करवाकर निर्माण कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के त्वरित एवं चहुंमुखी विकास के लिए कटिबद्ध है. विकास से पूरे प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित होंगे और समाज में खुशहाली आएगी.

पढ़ें- यूपी में अनाथ बच्चों के लिए 'मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' की हुई शुरुआत

एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ जनसुविधाओं का हो विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चारों एक्सप्रेस-वे के क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों के साथ-साथ नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित किए जाने की सम्भावना बढ़ जाएगी. प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के कार्यों के साथ-साथ दोनों तरफ जनसुविधाओं के विकास, पेट्रोल पम्प, रेस्टोरेंट को भी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि इन एक्सप्रेस-वे के संचालन के उपरान्त लोगों को असुविधा न हो. मुख्यमंत्री ने सभी एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य के साथ-साथ साइनेज की स्थापना और मार्ग प्रकाश की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग और एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की जाए. इसके अलावा जिन जिलों से एक्सप्रेस-वे गुजर रहे हैं, वहां की स्थानीय लोक कलाओं को पेण्टिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया जाए.

निर्माण कंपनियां प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाएंगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में लगी कम्पनियों को अपने-अपने पैकेज के अन्तर्गत आने वाले सभी गांवों के विद्यालयों में एक-एक स्मार्ट क्लास बनाने के लिए कहा जाए. उन्होंने सभी एक्सप्रेस-वे के इर्द-गिर्द सघन वृक्षारोपण के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में स्थानीय ग्राम वासियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए.

90 प्रतिशत से अधिक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की भौतिक प्रगति

समीक्षा बैठक में चारों एक्सप्रेस-वे की प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण करते हुए यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से प्रारम्भ होकर बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर गुजरेगा. इसकी लम्बाई 340.824 किमी है. एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं आठ लेन चैड़ाई की निर्माणाधीन हैं. इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, सात आरओबी, सात दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अंडरपास और 503 पुलियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है.


परियोजना की कुल अनुमानित लागत 22 हजार 494.66 करोड़ रुपये और सिविल निर्माण की अनुबंधित लागत 11 हजार 216.10 करोड़ रुपये है. निर्माण के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल आठ पैकेजों में विभक्त किया गया है. परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है.

गंगा एक्सप्रेस-वे का तेजी से हो रहा भूमि अधिग्रहण कार्य

यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि मेरठ जिला से प्रारम्भ होकर प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किमी लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, अवस्थापना एवं औद्यागिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव वित्त एस राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

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