लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि अयोध्या देश का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनेगा. यहां अभूतपूर्व सुविधा मिलेगी. जिसका आगाज हवाई अड्डे के निर्माण के साथ हो चुका है. कोलकाता से अयोध्या के लिए सीधी फ्लाइट की शुरुआत के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें कहीं.
सीएम ने बुधवार को कोलकाता से अयोध्या के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट का शुभारंभ किया. लखनऊ में अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े सीएम योगी ने हरी झंडी दिखाकर इस सेवा का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अयोध्या आने वाले समय में देश और दुनिया में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए सबसे प्रमुख शहर होने जा रहा है. अयोध्या वैसे भी स्थानीय श्रद्धालुओं की बहुत बड़ी संख्या है, लेकिन पूरे देश में जिस तरह की आतुरता है उसे देखते हुए श्रद्धालुओं के यहां आवागमन को सुलभ बनाने का दायित्व हमने निभाया है. इसके लिए नागर विमानन मंत्रालय ने जो काम किया है वो सराहनीय है.
सीएम योगी ने कहा कि वह नागरिक विमान मंत्री ज्योतिरादित्य और जनरल वीके सिंह को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी पर विशेष फोकस करते हुए उसे हर संभव सहयोग प्रदान किया है. प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश ने इस दिशा में बेहतरीन परिणाम सामने दिए हैं. विगत साढ़े 9 वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश में न केवल नए एयरपोर्ट्स बने हैं बल्कि 4 इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ यूपी एयर कनेक्टिविटी की दृष्टि से एक अहम राज्य हो गया है.
सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में अयोध्या भारत की सनातन आस्था का प्रतीक तो है ही, साथ ही प्रभु श्रीराम भी हमारे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष से जुड़े पुरषार्थ के प्रतीक हैं. अयोध्या के अंदर 500 वर्षों के एक लंबे अंतराल के बाद पूरे देश ने अपनी आस्था को अयोध्या के प्रति व्यक्त किया है. आज उसका परिणाम हमारे सामने है। 22 जनवरी 2024 को रामलला अपनी जन्मभूमि पर अपने मूर्त रूप में विराजमान होंगे.
एक्सप्रेस वे में तब्दील होगा लखनऊ से अयोध्या हाईवे, गोरखपुर को भी मिलेगा लाभ
लखनऊ से कानपुर हाईवे को एक्सप्रेसवे में तब्दील किया जाएगा. अभी यह चार लेन का है, जिसको भविष्य में सिक्स लेन किया जाएगा. इसके अलावा यहां अनेक ऐसी सुविधाएं दी जाएगी जो एक्सप्रेस वे पर मिलती हैं. लखनऊ से अयोध्या के अलावा गोरखपुर तक इस एक्सप्रेस वे का लाभ लोगों को मिलेगा. इसके अलावा शहर के अंदर की सड़कों को फोरलेन किया जाएगा. इससे श्रद्धालु आसानी से रामलला की नगरी आ सकें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ही कहा है कि फोरलेन हाईवे को एक्सप्रेसवे यानी कि सिक्स लाइन में तब्दील किया जाएगा. लखनऊ से गोरखपुर तक सिक्स लेन वे होगा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी यह निर्माण करेगी. लगभग 15000 करोड रुपये का खर्च इस पर आएगा. लखनऊ से गोरखपुर के बीच की यह दूरी करीब 270 किमी की है. जिससे लखनऊ, बाराबंकी, बस्ती, संत कबीर नगर और गोरखपुर जिले को बहुत लाभ होगा.
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