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अटल बिहारी वाजपेयी जयंती: सीएम योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को बांटे टैबलेट - लखनऊ इकाना स्टेडियम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रदेश के युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे. प्रदेश भर से करीब 50 हजार युवा लखनऊ के इकाना स्टेडियम में पहुंचे.

अटल बिहारी वाजपेयी जयंती
अटल बिहारी वाजपेयी जयंती
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Published : Dec 25, 2021, 12:31 PM IST

Updated : Dec 25, 2021, 5:44 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रदेश के युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे. आज 25 दिसंबर को पूर्व पीएम भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है. आज सीएम योगी अटल बिहारी बाजपेयी (इकाना स्टेडियम) स्टेडियम में युवाओं को फ्री मोबाइल और टैबलेट दिए गए. प्रदेश भर से करीब 50 हजार युवा लखनऊ के इकाना स्टेडियम पहुंचे. स्टूडेंट्स का जोश देखते ही बन रहा था. यह टैबलेट और स्मार्ट फोन उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और युवाओं को दिए गए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में महाभारत के नकारात्मक चरित्र थे. कोई मामा शकुनि था. कोई भांजा दुर्योधन था और कोई दुशासन था. सब मिलकर वसूली करते थे. मगर हमारी सरकार आई तो हमने ये वसूली बंद कर दी. पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करते हुए साढ़े चार साल में करीब साढ़े चार लाख लोगों को नौकरियां दी. हमने माफियाओं की संपत्ति जब्त की. उनकी अवैध बिल्डिंगों पर बुलडोजर चलाएं और आज हम विद्यार्थियों को टैबलेट और स्मार्टफोन देकर भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए एक हथियार दे रहे हैं.

इकाना स्टेडियम

अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम में शनिवार को उत्तर प्रदेश के एक करोड़ विद्यार्थियों के बीच टेबलेट और स्मार्टफोन वितरण के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. मुख्यमंत्री ने चुनिंदा विद्यार्थियों के बीच टेबलेट स्मार्टफोन वितरित किए. इसके अलावा इस मौके पर करीब 60,000 विद्यार्थियों को अधिकारियों ने स्मार्टफोन बांटे. करीब 80,000 लोगों की मौजूदगी स्टेडियम में थी. खचाखच भरे स्टेडियम में भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे गूंजते रहे.

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा आज का दिन सुशासन दिवस के तौर पर महत्वपूर्ण है. आज अटल जी के साथ महामना मदन मोहन मालवीय की भी जयंती है. दोनों महापुरुषों को नमन करता हूं. लखनऊ अटल जी की कर्मभूमि रही है. छह दशक तक उन्होंने शुचिता की राजनीति की थी. आज अटल जी हमारे बीच नहीं है मगर उनकी प्रेरणा हमको मजबूती देती है. योगी ने कहा कि अटल जी ने कहा था कि सिद्धांतविहीन राजनीति फांसी का फंदा है. कुछ मूल्य और आदर्श लेकर आगे बढ़ना चाहिए. अटल जी ने कहा था कि बड़ी सोच रखनी चाहिए. संकुचित सोच हमको न घर का रखती है न घाट का रखती है. मैं सभी युवाओं को बधाई देता हूं. कोरोना के सामने बड़ी-बड़ी ताकत पस्त हो गई.

उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि गरीबों का जनधन खाता बनवाया था. जिससे कोरोना काल में लोगों के खाते में धन पहुंचा था. कोरोना काल मे ऑनलाइन पढ़ाई गांव में नहीं हो पाती थी, तब सरकार ने निर्णय लिया कि करोड़ टैबलेट और स्मार्ट फोन दिए जाएंगे. कोटा से बच्चों को लाने के लिए कोरोना काल में हमने बस भेजी थी. तब हमने सरकारी कोचिंग अभियुद्द्य शुरू की.

सपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले नियुक्ति में भाई भतीजावाद होता था, चाचा भी और भतीजा भी वसूली करते थे. महाभारत के सारे रिश्ते मामा शकुनि, भांजा दुर्योधन होता था और कोई दुःशासन होता था. हमने पारदर्शी व्यवस्था के तहत चार लाख नौकरी दी है. माफिया की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया. एक जनपद एक उत्पाद की नीति लागू की. विश्वकर्मा श्रम सम्मान से 60 लाख रोजगार दिया है.

युवाओं से उन्होंने कहा कि आपके अंदर असीम सम्भवनाएं हैं. भारत में सबसे अधिक युवा यूपी में हैं. ये वैक्सीन का विरोध करने वाला युवा नहीं है. उन्होंने उदाहरण दिया कि गाजियाबाद की शिवि सिंह ने क्लियर देखो एप्प लांच किया. 40 करोड़ की बिक्री की. तरुण जोशी का स्टार्टअप 400 करोड़ की बिक्री हर साल कर रहा है. योगी ने कहा कि कंस और रावण का संहार करने वाले राम और कृष्ण युवा ही थे, निर्वाण का संदेश देने वाले बुध और आदि शंकराचार्य भी युवा थे. सन्त ज्ञानेश्वर और स्वामी विवेकानंद भी युवा थे. गुरु गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप और शिवाजी और झांसी की रानी भी युवा सुभाष चन्द्र बोस, सरदार भगतसिंह, अशफाकउल्ला खान, सभी युवा थे. विनायक दामोदर सावरकर एकमात्र ऐसे क्रांतिकारी थे, जिन्होंने 28 साल की उम्र में दो बार आजीवन कारावास की सजा काटी थी. इतनी कड़ी सजा दी गई थी कि वे अपने भाई को भी नहीं देख पाए थे. वे भी युवा थे. इसलिए युवाओं को ऐसे महापुरुषों से प्रेरणा लेकर उन्नति करनी चाहिए.

इसे भी पढ़ें- 25 दिसंबर : कभी न भूलने वाले शख्सियत थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, एक नजर

इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बहुत जल्द ही सरकार देश और उत्तर प्रदेश के सभी गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की व्यवस्था करने वाली है. जिसके बाद में इन स्मार्टफोन और टैबलेट का अर्थ और अधिक बदल जाएगा वह ज्यादा उपयोगी होंगे. कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, नगर विकास मंत्री गोपाल जी टंडन, बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी, तकनीकी शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद, जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे.

स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण आयोजन में अचानक एक गीत बजने लगा. चाहे जितना जोर लगा लो, चाहे जितना शोर मचा लो आएगा फिर योगी ही. सरकारी कार्यक्रम में यह गाना जैसे ही बजा विद्यार्थियों ने नाचना शुरू कर दिया. योगी-योगी का शोर चारों ओर गुंज उठा. कुछ ऐसे ही राजनैतिक माहौल में एक बड़ा सरकारी कार्यक्रम संपन्न हुआ. पूरे संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का तड़का अपने भाषण में लगाया और भाजपा के एजेंडे से युवाओं को जोड़ते हुए नजर आए. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए वीर सावरकर की बात की और 2017 से पहले की बदहाली की कहानी युवाओं को सुनाकर इस सरकारी कार्यक्रम का राजनैतिक एजेंडा सेट कर दिया.

वहीं टोक्यो ओलंपिक्स में वेट लिफ्टिंग में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू को योगी आदित्यनाथ ने डेढ़ करोड़ रुपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इसके साथ ही उनके कोच को 10 लाख रुपये का नगद पुरस्कार दिया गया.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रदेश के युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे. आज 25 दिसंबर को पूर्व पीएम भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है. आज सीएम योगी अटल बिहारी बाजपेयी (इकाना स्टेडियम) स्टेडियम में युवाओं को फ्री मोबाइल और टैबलेट दिए गए. प्रदेश भर से करीब 50 हजार युवा लखनऊ के इकाना स्टेडियम पहुंचे. स्टूडेंट्स का जोश देखते ही बन रहा था. यह टैबलेट और स्मार्ट फोन उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और युवाओं को दिए गए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में महाभारत के नकारात्मक चरित्र थे. कोई मामा शकुनि था. कोई भांजा दुर्योधन था और कोई दुशासन था. सब मिलकर वसूली करते थे. मगर हमारी सरकार आई तो हमने ये वसूली बंद कर दी. पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करते हुए साढ़े चार साल में करीब साढ़े चार लाख लोगों को नौकरियां दी. हमने माफियाओं की संपत्ति जब्त की. उनकी अवैध बिल्डिंगों पर बुलडोजर चलाएं और आज हम विद्यार्थियों को टैबलेट और स्मार्टफोन देकर भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए एक हथियार दे रहे हैं.

इकाना स्टेडियम

अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम में शनिवार को उत्तर प्रदेश के एक करोड़ विद्यार्थियों के बीच टेबलेट और स्मार्टफोन वितरण के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. मुख्यमंत्री ने चुनिंदा विद्यार्थियों के बीच टेबलेट स्मार्टफोन वितरित किए. इसके अलावा इस मौके पर करीब 60,000 विद्यार्थियों को अधिकारियों ने स्मार्टफोन बांटे. करीब 80,000 लोगों की मौजूदगी स्टेडियम में थी. खचाखच भरे स्टेडियम में भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे गूंजते रहे.

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा आज का दिन सुशासन दिवस के तौर पर महत्वपूर्ण है. आज अटल जी के साथ महामना मदन मोहन मालवीय की भी जयंती है. दोनों महापुरुषों को नमन करता हूं. लखनऊ अटल जी की कर्मभूमि रही है. छह दशक तक उन्होंने शुचिता की राजनीति की थी. आज अटल जी हमारे बीच नहीं है मगर उनकी प्रेरणा हमको मजबूती देती है. योगी ने कहा कि अटल जी ने कहा था कि सिद्धांतविहीन राजनीति फांसी का फंदा है. कुछ मूल्य और आदर्श लेकर आगे बढ़ना चाहिए. अटल जी ने कहा था कि बड़ी सोच रखनी चाहिए. संकुचित सोच हमको न घर का रखती है न घाट का रखती है. मैं सभी युवाओं को बधाई देता हूं. कोरोना के सामने बड़ी-बड़ी ताकत पस्त हो गई.

उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि गरीबों का जनधन खाता बनवाया था. जिससे कोरोना काल में लोगों के खाते में धन पहुंचा था. कोरोना काल मे ऑनलाइन पढ़ाई गांव में नहीं हो पाती थी, तब सरकार ने निर्णय लिया कि करोड़ टैबलेट और स्मार्ट फोन दिए जाएंगे. कोटा से बच्चों को लाने के लिए कोरोना काल में हमने बस भेजी थी. तब हमने सरकारी कोचिंग अभियुद्द्य शुरू की.

सपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले नियुक्ति में भाई भतीजावाद होता था, चाचा भी और भतीजा भी वसूली करते थे. महाभारत के सारे रिश्ते मामा शकुनि, भांजा दुर्योधन होता था और कोई दुःशासन होता था. हमने पारदर्शी व्यवस्था के तहत चार लाख नौकरी दी है. माफिया की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया. एक जनपद एक उत्पाद की नीति लागू की. विश्वकर्मा श्रम सम्मान से 60 लाख रोजगार दिया है.

युवाओं से उन्होंने कहा कि आपके अंदर असीम सम्भवनाएं हैं. भारत में सबसे अधिक युवा यूपी में हैं. ये वैक्सीन का विरोध करने वाला युवा नहीं है. उन्होंने उदाहरण दिया कि गाजियाबाद की शिवि सिंह ने क्लियर देखो एप्प लांच किया. 40 करोड़ की बिक्री की. तरुण जोशी का स्टार्टअप 400 करोड़ की बिक्री हर साल कर रहा है. योगी ने कहा कि कंस और रावण का संहार करने वाले राम और कृष्ण युवा ही थे, निर्वाण का संदेश देने वाले बुध और आदि शंकराचार्य भी युवा थे. सन्त ज्ञानेश्वर और स्वामी विवेकानंद भी युवा थे. गुरु गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप और शिवाजी और झांसी की रानी भी युवा सुभाष चन्द्र बोस, सरदार भगतसिंह, अशफाकउल्ला खान, सभी युवा थे. विनायक दामोदर सावरकर एकमात्र ऐसे क्रांतिकारी थे, जिन्होंने 28 साल की उम्र में दो बार आजीवन कारावास की सजा काटी थी. इतनी कड़ी सजा दी गई थी कि वे अपने भाई को भी नहीं देख पाए थे. वे भी युवा थे. इसलिए युवाओं को ऐसे महापुरुषों से प्रेरणा लेकर उन्नति करनी चाहिए.

इसे भी पढ़ें- 25 दिसंबर : कभी न भूलने वाले शख्सियत थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, एक नजर

इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बहुत जल्द ही सरकार देश और उत्तर प्रदेश के सभी गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की व्यवस्था करने वाली है. जिसके बाद में इन स्मार्टफोन और टैबलेट का अर्थ और अधिक बदल जाएगा वह ज्यादा उपयोगी होंगे. कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, नगर विकास मंत्री गोपाल जी टंडन, बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी, तकनीकी शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद, जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे.

स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण आयोजन में अचानक एक गीत बजने लगा. चाहे जितना जोर लगा लो, चाहे जितना शोर मचा लो आएगा फिर योगी ही. सरकारी कार्यक्रम में यह गाना जैसे ही बजा विद्यार्थियों ने नाचना शुरू कर दिया. योगी-योगी का शोर चारों ओर गुंज उठा. कुछ ऐसे ही राजनैतिक माहौल में एक बड़ा सरकारी कार्यक्रम संपन्न हुआ. पूरे संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का तड़का अपने भाषण में लगाया और भाजपा के एजेंडे से युवाओं को जोड़ते हुए नजर आए. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए वीर सावरकर की बात की और 2017 से पहले की बदहाली की कहानी युवाओं को सुनाकर इस सरकारी कार्यक्रम का राजनैतिक एजेंडा सेट कर दिया.

वहीं टोक्यो ओलंपिक्स में वेट लिफ्टिंग में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू को योगी आदित्यनाथ ने डेढ़ करोड़ रुपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इसके साथ ही उनके कोच को 10 लाख रुपये का नगद पुरस्कार दिया गया.

Last Updated : Dec 25, 2021, 5:44 PM IST
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